साहिबाबाद से निवर्तमान सपा अध्यक्ष ने गिनाई विधानसभा की अनेकों समस्याएं
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समाज एवं राष्ट्र, जहाँ लोग कुछ समय अपनी संस्कृति, सभ्यता, अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझने एवं सँवारने में लगाते हैं। एक सोची समझी, जानी बूझी आवाज़ और समझ रखते हैं। वही देश संसार में विशिष्टता और प्रभुत्व स्थापित कर पाते हैं।
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Manmohan Gama Contributors
Swarntabh Kumar
Deepika Chaudhary 31
साहिबाबाद से समाजवादी पार्टी के निवर्तमान अध्यक्ष मनमोहन गामा ने हाल ही में सरकार द्वारा जारी किये गए बज़ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा पेश बजट फिर जुमला साबित होता प्रतीत होते हैं क्योंकि भाजपा सरकार की नीति एवं नीयत दोनों ही जनता के प्रति लापरवाह हैं. पिछले बजट को भी सरकार द्वारा ऐतिहासिक बताया गया परंतु न ही किसानों का कर्ज माफ हुआ और न ही रोजगार बढ़ा. अगर हुआ होता तो किसान आत्महत्या क्यों कर रहे हैं और रोजगार बढ़ा तो बेरोजगार नौजवानों की फौज उत्तरप्रदेश में क्यों हैं?
गाज़ियाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर सरकार की बयानबाजी पर उन्होंने बताया कि आज तक यूपी सरकार ने कोई नया प्रोजेक्ट या एक्सप्रेस वे बनाया नही और जहाँ तक गाज़ियाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने की बात है तो एशिया की सबसे बड़ी विधानसभा साहिबाबाद 55 में मतदाताओं की संख्या लगभग 11 लाख है एवं जनसंख्या लगभग 25 लाख है, परंतु अब तक एक हॉस्पिटल नही बना. हिंडन का खराब पुल अभी तक नही बना. इन्द्रापुरम, कौशांबी, वैशाली में आज भी सीवर की समस्याओं एवं गंगा वाटर सप्लाई की व्यवस्था दुरुस्त नही हुयी है.
दिल्ली दिलशाद गार्डन से यूपी में प्रवेश या गगन से भोपुरा में प्रवेश करते ही आपको एहसास हो जाता है कि दिल्ली की सीमा समाप्त हो गयी और गड्ढे आपका स्वागत करने को तैयार हैं. पुलिसिंग व्यवस्था भी ढाक के तीन पात हैं, जो सरकार के लिए जिसकी लाठी उसकी भैस की कहावत को चरितार्थ करता है.
स्लम बस्ती आज भी विकास की बाट जोह रही है और शहीदनगर, भोपुरा, हर्ष विहार, कुटी पंचशील, गरिमा गार्डन, राजीव कॉलोनी, अर्थला संजय कलोनी, नीलमणि कॉलोनी, इंद्रा कॉलोनी, साहिबाबाद गाँव, सरस्वती बिहार, कड़कड़ गाँव, नंदग्राम सिहानी को देखकर आज भी लगता है कि आमजन अपने जन प्रतिनिधि के शिला पट्ट ढूंढ रहे हैं. बिजली की तार मकड़ी की जाल की तरह आपको दिखने को मिलेंगे, जिससे आए दिन करंट की चपेट में आकर लोगों की अकाल मृत्यु हो रही है. इन सभी मूलभूत समस्याओ का निदान करना अति आवश्यक है और जरुरत है अफसर शाही पर लगाम लगाने की.