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Bhojpur (Bihar)
Bhojpur (Bihar)

Bhojpur district (Hindi: भोजपुर ज़िला) is one of the thirty-eight districts of Bihar state in northern India. Arrah town (also known as Ara) is the administrative headquarters of this district. Read more...

Bharuch (Gujarat)
Bharuch (Gujarat)

Bharuch (formerly commonly known as Broach) (Gujarati: ભરૂચ) in India, is a district in the southern part of the Gujarat peninsula on the west coast of state of Gujarat with a size and population comparable to that of Greater Boston. The Narmada River outlets into the Gulf of Khambat through its lands and that shipping artery gave inland access to the kingdoms and empires located in the central and northern parts of the sub-continent of India. Read more...

Bhagalpur (Bihar)
Bhagalpur (Bihar)

Bhagalpur district is one of the thirty-eight districts of Bihar state, India, and Bhagalpur town is the administrative headquarters of this district. Read more...

Madhepura (Bihar)
Madhepura (Bihar)

Madhepura district is one of the thirty-eight districts of Bihar state, India, and Madhepura town is the administrative headquarters of this district. Madhepura district is a part of Kosi division. Read more...

Bilaspur (Himachal Pradesh)
Bilaspur (Himachal Pradesh)

Bilaspur is a district of Himachal Pradesh state, India. It contains the manmade Govind Sagar Lake on the Sutlej River which acts as the reservoir for the Bhakra and Nangal Dam project. Read more...

Bishnupur (Manipur)
Bishnupur (Manipur)

Bishnupur district (Pron:/ˌbɪʃnʊˈpʊə/) is the district of Manipur state in northeastern India with the smallest area. Read more...

Buxar (Bihar)
Buxar (Bihar)

संक्षिप्त विवरण – बिहार के प्रमुख जिलों में से एक बक्सर प्रदेश का अत्यंत प्राचीन व ऐतिहासिक दृष्टिकोंण से महत्वपूर्ण जिला है. यह बिहार की राजधानी पटना से 125 किमी की दूरी पर है. यह जिला उत्तर- प्रदेश के बलिया जिले के दक्षिण में रोहतास जिले एवं पश्चिम में उत्तर गाजीपुर जिले एवं पूर्व में भोजपुर जिले से घिरा हुआ है. प्राचीनकाल में इस जिले को “सिद्धाश्रम”, “करूष”, “वेदगर्भापुरी”, “तपोवन”, “चैत्रथ “, “व्याघ्रसर”, “बक्सर” आदि नामों से जाना जाता था. कई प्राचीन किवदन्तियों व मान्यताओं का गवाह रहा बक्सर सन् 17 मार्च 1991 में अपने मूल अस्तित्व में आया. इससे पहले यह भोजपुर जिले का उपखंड था.  इस जिले में 2 अनुमंडल एवं 11 प्रखंड है. बक्सर जिले के अंतर्गत बक्सर सदर और पुराने भोजपुर जिला के अंतर्गत डुमराव अनुमंडल में आता है. इस जिले का मुख्यालय बक्सर शहर के अंतर्गत स्थित है, जो कि बक्सर के मुख्य शहर के रूप में भी जाना जाता है. इतिहास – बक्सर जिला महज़ ऐतिहासिक ही नहीं बल्कि पौराणिक, सांस्कृतिक व आ Read more...

Vaishali (Bihar)
Vaishali (Bihar)

वैशाली: विश्व का पहला गणराज्य और बौद्ध-जैन धर्म की पवित्र भूमि बिहार का वैशाली जिला भारतीय इतिहास, संस्कृति और धर्म का ऐसा संगम है, जिसने प्राचीन भारत की पहचान को आकार दिया। लगभग 600 ईसा पूर्व, जब दुनिया के अधिकांश हिस्से राजशाही के अधीन थे, तब वैशाली ने गणराज्य प्रणाली की नींव रखी — इसे विश्व का पहला गणराज्य कहा जाता है। यह वही धरती है जहाँ भगवान महावीर का जन्म हुआ और जहाँ गौतम बुद्ध ने अपना अंतिम उपदेश दिया था।  ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व • विश्व का पहला गणराज्य – छठी शताब्दी ईसा पूर्व में लिच्छवि वंश न Read more...

Siwan (Bihar)
Siwan (Bihar)

सिवान: इतिहास, संस्कृति और गौरव की धरती बिहार का सिवान जिला अपनी ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। महाभारत काल से लेकर आधुनिक भारत तक, सिवान ने देश के सामाजिक और राजनीतिक इतिहास में एक विशेष स्थान बनाया है। यह वही भूमि है जहाँ भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म हुआ था। प्राचीन और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि सिवान का इतिहास महाभारत काल तक पीछे चला जाता है। कहा जाता है कि गुरु द्रोणाचार्य का आश्रम सिवान के दोन गाँव में स्थित था। यह स्थान उनकी तपोस्थली के रूप में प्रसिद्ध है और आज भी श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। एक पौराणिक कथा के अनुसार, सिवान का नाम राजा < Read more...

Nawada (Bihar)
Nawada (Bihar)

नवादा: मगध की सांस्कृतिक धरोहर और सहअस्तित्व की भूमि बिहार के दक्षिण में, शांत पहाड़ियों और नदी-नालों के बीच बसा जिला — नवादा। आकार में साधारण, पर इतिहास, धर्म, संस्कृति और सामाजिक समरसता की दृष्टि से इसका महत्व अत्यंत व्यापक है। कभी गया जिले का हिस्सा रहा नवादा, 26 जनवरी 1973 को एक स्वतंत्र जिले के रूप में अस्तित्व में आया। आज यह मगध प्रमंडल का महत्वपूर्ण अंग है, जिसके चारों ओर गया, नालंदा, जमुई और कोडरमा (झारखंड) जिले स्थित हैं। “नवादा” नाम की उत्पत्ति संस्कृत के “नव” (नया) और “वाड़ा” (बसावट/स्थान) से मानी जाती है — अर्थात एक नया बसा नगर। समय के साथ यह नगर व्यापार, शिक्षा और धार्मिक सह-अस्तित्व का केंद्र बन गया। प्राचीन विरासत की गवाही नवादा का इतिहास प्राचीन मगध सभ्यता से गहराई से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्र बौद्ध, जैन और हिन्दू तीनों संस्कृतियों का संगम स्थल रहा है। किंवदंतियों के अनुसार, भगवान महावीर ने यहाँ कई वर् Read more...

Sitamarhi (Bihar)
Sitamarhi (Bihar)

सीतामढ़ी: मिथिला की भूमि पर जन्मी जनकनंदिनी सीता की नगरी बिहार के उत्तर में स्थित सीतामढ़ी सिर्फ एक जिला नहीं, बल्कि आस्था और इतिहास की जीवंत कथा है। यह वह भूमि है, जहाँ धरती माता की गोद से माता सीता का जन्म हुआ था। कहा जाता है कि राजा जनक ने जब यज्ञ के लिए हल चलाया, तो उसी समय मिट्टी से सीता जी प्रकट हुईं — और वहीं आज का जानकी कुंड स्थित है।1875 में सीतामढ़ी मुजफ्फरपुर का उप-जिला बना, और 11 दिसंबर 1972 को इसे एक स्वतंत्र जिला घोषित किया गया। बाद में, 1994 में शिवहर को सीतामढ़ी से अलग कर नया जिला बनाया गया। आज सीतामढ़ी तिरहुत प्रमंडल का प्रमुख जिला है, जिसकी सीमा नेपाल से लगती है — जो इसे भौगोलिक और व्यापारिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाती है। प् Read more...

Saharsa (Bihar)
Saharsa (Bihar)

सहरसा डिस्ट्रिक्ट बिहार के पूर्वी दिशा में स्थित है. बिहार में कुल  38 डिस्ट्रिक्ट हैं जिनमें से एक सहरसा है. इसका निर्माण सन् 1 अप्रैल 1954 में हुआ. 2 अक्टूबर 1972 में यह कोशी प्रमंडल का मुख्यालय बन गया. सहरसा के उपप्रभाग सहरसा सदर और सिमरी बख्तियारपुर हैं. सहरसा 24 विकास खंडों से मिलकर बना है. राघोपुर, छतापुर,  बसंतपुर और निर्मली जिले यहां के उपखंड के अंतर्गत आते हैं. सहरसा को पारशर्मा भी कहा जाता है. कोसी नदी के पश्चिम में घिरे इस स्थान पर मछलियां,  दूध,  मखाना प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. आमों की कुछ विदेशी किस्में और गर्मियों में लीची अधिक पाई जाती है. एतिहासिक परिदृश्य -इतिहास की बात करें तो यह सहरसा जिले के महिषी गांव शास्त्रार्थ के लिए प्रसिद्ध था. यहां पंडित मदन और आदि शंकराचार्य के बीच शास्त्रार्थ के लिए वाद-विवाद हुआ था. सहरसा पहले मिथिला राज्य का हिस्सा था. मिथिला के विस्तार के बाद यह मगध का हिस्सा बन गया. जिसका प्रमाण सिकलीगढ़, किशनगंज पुलिस स्टेशन के पास मौर्य स्तूप मिलने से लगाया जा सकता है. बिम्बिसार के कार्यकाल के दौरान यहां बौद Read more...

Madhubani (Bihar)
Madhubani (Bihar)

Madhubani District is one of the thirty-eight districts of Bihar state, India, and Madhubani town is the administrative headquarters of this district. Madhubani district is a part of Darbhanga Division. Read more...

Bikaner (Rajasthan)
Bikaner (Rajasthan)

Bikaner District (Hindi and Rajasthani: ज़िला बिकाणो) (Urdu: ضِلع بِيكانير‎), is a district of the state of Rajasthan in western India. The historic city of Bikaner is the district headquarters. Read more...

Kaimur (Bihar)
Kaimur (Bihar)

संक्षिप्त परिचय - कैमूर जिला भारत के 38 जिलों में से एक है। जिसका प्रशासनिक मुख्यालय, भभुआ में है। प्राचीनतम काल में 1991 से पहले यह रोहतास जिले का हिस्सा था। वैदिक तथा पुराणों के अनुसार, कैमूर की संस्कृति में, कोल ने कोल संस्कृति और कोल कैमूर साम्राज्य की स्थापना की थी। पौराणिक काल में, इस संस्कृति का विकास कोल वंशी कनक के पौत्र क्टतवर्य के पुत्र सहस्त्रार्जुन ने किया। जिसका संरक्षक असुर संस्कृति के रूप में परिवर्तन असुर राज मुण्ड द्वारा किया जाता था। कालान्तर में लोगों का मानना है कि बिहार राज्य में युद्ध संग्रामो के बाद शांति की स्थापना माता मुंडेश्वरी मंदिर के उदय से हुई।  वर्तमान में यह राज्य पश्चिम में उत्तर प्रदेश, पूर्व दिशा में पश्चिम बंगाल एवं दक्षिण में झारखंड से जबकि उत्तर दिशा में नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ा हुआ है। वहीं इस नगरी को बौद्ध तथा भिक्षुओं के ठहरने के स्थान के लिए "बौद्ध एवं मठों की नगरी" भी कहा जाता है। मठों के विहार करने के कारण इस सम्पूर्ण इलाके को "विहार" कहा जाने ल Read more...

Samastipur (Bihar)
Samastipur (Bihar)

समस्तीपुर: शिक्षा, संस्कृति और किसान आंदोलन की धरती बिहार के मध्य-पूर्व में, बागमती और गंगा नदी के उपजाऊ मैदानों में बसा जिला — समस्तीपुर। आकार में भले साधारण हो, पर इतिहास, संस्कृति, कृषि और शिक्षा की दृष्टि से इसकी पहचान बेहद समृद्ध है। कभी दरभंगा जिले का हिस्सा रहा समस्तीपुर, 13 मई 1972 को एक स्वतंत्र जिले के रूप में अस्तित्व में आया। आज यह दरभंगा प्रमंडल का महत्वपूर्ण अंग है, जिसके चारों ओर दरभंगा, मुज़फ़्फ़रपुर, बेगूसराय और पटना जैसे प्रमुख जिले बसे हैं। “समस्तीपुर” नाम का मूल अर्थ ‘समानता की भूमि’ माना जाता है — एक ऐसी धरती, जहाँ खेती, शिक्षा, साहित्य और लोकसंस्कृति ने मिलकर बिहार के सामाजिक ताने-बाने को नई दिशा दी। प्राचीन विरासत की गवाही इतिहासकारों के अनुसार समस्तीपुर, मिथिला साम्राज्य का एक अभिन्न हिस्सा रहा है। यह क्षेत्र विद्या, कला, समाज सुधार आंदोलनों और लोक संस्कृति की परंपरा से सदियों से जुड़ा हुआ है। यह भूमि वैदिक काल से ही कृष Read more...

Saran (Bihar)
Saran (Bihar)

सारण: गंगा-घाघरा के संगम पर बसा इतिहास, आस्था और राजनीति का शक्ति-केन्द्र बिहार के उत्तर-पश्चिम में, गंगा और घाघरा नदियों की गोद में बसा एक जीवंत जिला — सारण। जिसे आम बोलचाल में छपरा भी कहा जाता है। क्षेत्रफल में सीमित होने के बावजूद, इतिहास, संस्कृति, राजनीति और साहित्य के क्षेत्र में सारण का योगदान अत्यंत समृद्ध रहा है। यह क्षेत्र कभी शाहाबाद का हिस्सा था, बाद में स्वतंत्र जिला बना और आज तिरहुत प्रमंडल से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण जिलों में एक है। “सारण” नाम की उत्पत्ति के पीछे यह मान्यता है कि यह क्षेत्र प्राचीनकाल में सरयू (घाघरा) नदी के कारण सरयू-आरण्य कहलाता था, जो समय के साथ “सारण” बन गया। छपरा नाम का चलन अंग्रेजी शासनकाल में शुरू हुआ जब नमक और अंग्रेजी सामान की ढुलाई के लिए यहाँ चप्परों वाले जहाज़ों का उपयोग होता था। प्राचीन विरासत की कहानी सारण का इतिहास वैदिक काल से जुड़ा माना जाता है। यह भूमि भगवान परशुराम और राजा जनक के मिथिला साम्राज्य से सांस्कृतिक रूप से जुड़ी रही है। अनेक ल Read more...

Munger (Bihar)
Munger (Bihar)

मुंगेर: गंगा के अंचल में बसता इतिहास, आध्यात्म और वीरता की धरती बिहार के दक्षिण-पूर्व में, गंगा नदी के पावन तट पर बसा — मुंगेर। इतिहास के धरोहर, आध्यात्मिक साधना, योग, शिक्षा और संस्कृति का अद्भुत संगम। प्राचीन काल में “मोंगेर” या “मुद्गलपुरी” के नाम से प्रसिद्ध यह नगर, आज भी अपनी विरासत का वही प्रभावशाली आभा लिए खड़ा है। मुंगेर को 1972 में भागलपुर से अलग कर एक स्वतंत्र जिला घोषित किया गया। वर्तमान में यह मुंगेर प्रमंडल का मुख्यालय है, जिसमें लखीसराय, जमुई, शेखपुरा, खगड़िया और बेगूसराय जैसे जिले सम्मिलित हैं। मुंगेर का नाम लेते ही मन में गंगा किनारे बसे घाट, योग-प्रणीत साधनाएँ, ऐतिहासिक किला और बिहार के स्वतंत्रता संग्राम की गूंज जीवंत हो उठती है। प्राचीन विरासत की धरोहर मुं Read more...

Jamui (Bihar)
Jamui (Bihar)

जमुई: अंग प्रदेश की धरती पर इतिहास, आध्यात्म और वीरता का अनोखा संगम बिहार के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में स्थित जमुई—एक ऐसा जिला जो इतिहास की धरोहर, धार्मिक आस्था, प्राकृतिक सौंदर्य और स्वतंत्रता के आंदोलन की गौरवशाली गाथाओं को अपने दामन में समेटे हुए है। 21 फरवरी 1991 को मुंगेर जिले से अलग होकर बना यह जिला आज संथाल परगना की सीमाओं को छूते हुए बिहार के महत्वपूर्ण भू-भागों में शामिल है। उत्तर में लखीसराय, पश्चिम में नवादा, पूर्व में झारखंड का गिरिडीह और दक्षिण में देवघर—जमुई की यह भौगोलिक स्थिति इसे सांस्कृतिक रूप से भी विविध बनाती है। “जमुई” नाम की उत्पत्ति को लेकर अनेक मत हैं—कुछ लोककथाएँ इसे "जंभू" असुर के वध से जोड़ती हैं तो कुछ इसे “जयमूर्ति” देवी के नाम पर पवित्र मानती हैं। परन्तु एक बात निर्विवाद है—यह भूमि इतिहास और आध्यात्म से अलंकृत है। प्राचीन विरासत की गवाही जमुई का इतिहास अंग महाजनपद की महिमा से शुरू होता है। यह वही धरती है जिस पर कर्ण की कथा ने जन-जन में वीरता, दानशीलता और धर्म का संदेश फैलाय Read more...

Lakhisarai (Bihar)
Lakhisarai (Bihar)

Lakhisarai district is one of the thirty-eight districts of Bihar state, India, and Lakhisarai town is the administrative headquarters of this district. Lakhisarai district is a part of Munger Division. Read more...

Bijapur (Chhattisgarh)
Bijapur (Chhattisgarh)

Bijapur district (Hindi: बीजापुर जिला) is one of the 27 districts of Chhattisgarh state in central India. It is one of the two new districts created on May 11, 2007. As of 2011 it is the second least populous district of Chhattisgarh (out of 18), after Narayanpur. Read more...

Darbhanga (Bihar)
Darbhanga (Bihar)

Darbhanga district(ضلع دربھنگہ) (Hindi: दरभंगा जिला) is one of the thirty-eight districts of Bihar state in eastern India, and Darbhanga city is the administrative headquarters of this district & big city of Bihar as well. Darbhanga district is a part of Darbhanga Division. Read more...

Jehanabad (Bihar)
Jehanabad (Bihar)

Jehanabad district is one of the thirty-eight districts of Bihar state, India, and Jehanabad town is the administrative headquarters of this district. Jehanabad district is a part of Magadh Division. Read more...

Pashchim Champaran (Bihar)
Pashchim Champaran (Bihar)

पश्चिम चंपारण: गांधी के सत्याग्रह की भूमि और बिहार का सांस्कृतिक गौरव बिहार का पश्चिम चंपारण जिला इतिहास, संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य का अनोखा संगम है। प्राचीन काल में यह क्षेत्र ‘चंपा-अरण्य’, अर्थात चंपा के फूलों से भरा जंगल, के नाम से जाना जाता था। आज का पश्चिम चंपारण 1972 में पुराने चंपारण जिले के विभाजन से अस्तित्व में आया और इसका मुख्यालय बेतिया है। इतिहास और नाम की उत्पत्ति ‘चंपारण’ शब्द संस्कृत के दो शब्दों — ‘चंपा’ (एक पुष्प) और ‘अरण्य’ (जंगल) — से बना है। यह क्षेत्र प्राचीन मिथिला साम्राज्य का हिस्सा रहा और बाद में मगध तथा गुप्त साम्राज्य के अधीन आया। हालांकि, चंपारण का असली ऐतिहासिक महत्व भारतीय < Read more...

Rohtas (Bihar)
Rohtas (Bihar)

रोहतास: इतिहास, संस्कृति और शौर्य की धरती बिहार के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में स्थित रोहतास — वह भूमि जहाँ इतिहास, विरासत और प्रकृति एक-दूसरे में घुलकर एक अद्भुत छवि रचते हैं। सासाराम मुख्यालय वाला यह जिला, बिहार के सबसे समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक इलाकों में गिना जाता है। यह सिर्फ़ भौगोलिक क्षेत्र नहीं, बल्कि प्राचीन राजवंशों, मुगलकालीन स्थापत्य व स्वतंत्रता आंदोलनों का साक्षी रहा गौरवशाली अध्याय है। “रोहतास” नाम सुनते ही मन में किले की वह विशाल तस्वीर उभरती है जो सदियों से अपनी शौर्यगाथा कहती आ रही है — रोहतासगढ़ किला। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: शूरवीरों की भूमि रोहतास का इतिहास अत्यंत समृद्ध है। माना जाता है कि इसका नाम राजा हरिश्चंद्र के पुत्र रोहिताश्व के नाम पर पड़ा। प्राचीन काल में यह क्षेत्र मगध साम्राज्य और शेरशाह सूरी के शासन का प्रमुख केंद्र रहा। यहाँ का रोहतासगढ़ किला मध्यकालीन भारत का एक अद्वितीय स्थापत्य चमत्कार है। dense जंगलों और पहाड़ियों के बीच बसा यह किला, मुगल और अ Read more...

Supaul (Bihar)
Supaul (Bihar)

सुपौल: कोसी की धरती पर इतिहास, संस्कृति और सौहार्द की कहानी बिहार के उत्तर-पूर्व में स्थित सुपौल जिला न केवल ऐतिहासिक रूप से समृद्ध है, बल्कि अपनी संस्कृति, परंपरा और सौहार्द के लिए भी जाना जाता है। कोसी प्रमंडल का यह हिस्सा नेपाल की सीमा से सटा हुआ है, और इसके चारों ओर सहरसा, अररिया और मधुबनी जिले बसे हैं। सुपौल का मुख्यालय भी सुपौल शहर ही है, जो अब क्षेत्र का प्रमुख प्रशासनिक और सांस्कृतिक केंद्र बन चुका है।  प्राचीन इतिहास: पालवंश से कोसी तक सुपौल का इतिहास प्राचीन मिथिला और पालवंश के शासनकाल से जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि पालवंश के शासक राजा गोपाल ने हरदी Read more...

Kishanganj (Bihar)
Kishanganj (Bihar)

किशनगंज: सीमांचल की सरहद पर बसा सांस्कृतिक, सद्भाव और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम बिहार के पूर्वी कोने में, बंगाल और असम की सीमाओं से सटी धरती — किशनगंज। आकार में भले छोटा, लेकिन विविध संस्कृति, धार्मिक सद्भाव, प्राकृतिक सुंदरता और चाय उत्पादन की नई पहचान के कारण यह जिला सीमांचल की धड़कन माना जाता है। कभी पुर्णिया जिले का हिस्सा रहा किशनगंज, 14 जनवरी 1990 को एक नए जिले के रूप में स्थापित हुआ। आज यह कोसी प्रमंडल का अहम भाग है, जिसके पड़ोस में उत्तरी सीमा पर नेपाल, दक्षिण में उत्तरी दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल) और पश्चिम में अररिया तथा पूर्व में दार्जिलिंग का क्षेत्र स्थित है। "किशनगंज" नाम की उत्पत्ति ‘कृष्णकांत’ या ‘कृष्णा-नगर’ से जुड़ी मानी जाती है। लोककथाओं के अनुसार, कभी यह क्षेत्र ‘कृष्णा-कच्छ’ कहलाता था, जो समय के साथ परिवर्तित होकर किशनगंज बन गया। प्राचीन विरासत की गवाही किशनगंज का इतिहास कई परतों में बँटा है—प्राचीन, मध्ययुगीन और आधुनिक। यह भूमि कभी अंग, मगध और गौड़ स Read more...

Khagaria (Bihar)
Khagaria (Bihar)

Khagaria district is an administrative district in the state of Bihar in India. The district headquarters are located at Khagaria. Read more...

Bijnor (Uttar Pradesh)
Bijnor (Uttar Pradesh)

संक्षिप्त परिचय- जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश के दक्षिणी-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है. मुरादाबाद जनपद के पास त्रिकोण स्थिति में स्थित जिला बिजनौर गंगा नदी के किनारे स्थित है. यहां बहने वाली पाहिका नामक नदी बिजनौर शहर को मुरादाबाद और नैनीताल से अलग करती है. वहीं नदी का रामगंगा के साथ भी जुड़ाव है. शहर के दक्षिण में स्थित इलाकों में ठाकुरद्वारा, अमरोहा और हसनपुर तहसीलें हैं, जिनकी प्राकृतिक विशेषताएं एवं पारम्पराएं अलिखित है। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि- बिजनौर भारत का एक प्रमुख शहर होने के साथ ही उत्तर प्रदेश का एक निर्वाचन क्षेत्र है। हिमालय की तलहटी पर स्थित बिजनौर महाराजा दुष्यंत, परम सम्राट भारत,  ऋषि कण्व और महात्मा विदुर से संबंधित होने का गौरवशाली इतिहास रखता है. वहीं आर्य समाज के स्वामी श्रद्धानंद, आत्माराम अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ आत्माराम यहां के मूल निवासी रहे हैं. इंजीनियर ज्वालाप्रसाद द्वार भी क्षेत्र को सौभाग्यशाली जीवन प्राप्त हुआ. भौगोलिक परिदृश्य- शहर उत्तरी अक्षांश 29 ° Read more...

Bilaspur (Chhattisgarh)
Bilaspur (Chhattisgarh)

विस्तृत वर्णन – छत्तीसगढ़ राज्य के सबसे बड़े जिलों में से एक ‘बिलासपुर’ इस राज्य की “न्यायधानी” के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यहां छतीसगढ़ राज्य का उच्च न्यायालय स्थित है. यह जिला प्रशासनिक दृष्टि से छत्तीसगढ़ का दूसरा सबसे बड़ा जिला है. लगभग 400 वर्ष पूर्व बसे इस जिले का नाम एक मत्स्य महिला ‘बिलासा’ के नाम पर पड़ा.  बिलासपुर 21.47° से  23.8° उत्तर अक्षांश और 81.14° से 83.15° पूर्व देशान्तर के बीच स्थित है. यह जिला छत्तीसगढ़ राज्य का प्रशासनिक मुख्यालय भी है. वहीं बिलासपुर उच्च न्यायालय को एशिया महाद्वीप का सबसे बड़े उच्च न्यायालय के रूप में जाना जाता है. छत्तीसगढ़ राज्य का उच्च न्यायालय भी इस जिले के बोदरी गांव में स्थित है. रायपुर-भिलाई-दुर्ग ट्राई-सिटी मेट्रो क्षेत्र के बाद यह राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. यह जिला हथकरघा उद्योग से निर्मित कोसे की साड़ियों व दूबराज चावल के लिए प्रसिद्ध है. चावल की गुणवत्ता के लिए प्रख्यात इस जिले को ‘धान का कटोरा’ नाम से भी जानते हैं. प्राकृतिक आपदाओं का शिकार होता आया बिलासपुर सांस्कृतिक दृष्टिकोंण से भ Read more...

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