सिकंदरा में आवारा मवेशियों से परेशान हो अनशन पर बैठे किसान
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By
Arvind Pal Contributors
Shyam Ji Shukla Advocate
Swarntabh Kumar
Deepika Chaudhary 42
कानपुर देहात की सिकंदरा तहसील में आवारा मवेशियों से त्रस्त आकर किसानों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और अनिश्चितकालीन अनशन और धरने पर बैठ गए हैं. अन्ना गायों के आतंक के चलते किसान इस भीषण सर्दी में भी रात रात भर जागकर खेतों की पहरेदारी कर रहे हैं, फिर भी अवसर पाते ही पशु खेतों में घुस कर फसल नष्ट कर देते हैं.
इस समस्या से तंग आ चुके किसानों ने आमरण अनशन और धरने का सहारा लिया है क्योंकि प्रशासन मुद्दे पर मौन साधकर बैठा है. अनशन के संयोजक पूर्व सभासद अरविन्द पाल, एडवोकेट श्याम जी शुक्ला और हरिओम शर्मा ने बताया कि आवारा पशुओं के कारण न केवल खेती नष्ट हो रही है बल्कि सकल उत्पादन भी घट रहा है, जिससे खाद्यान्न की कमी होना और उसका महंगा होना भी समस्या बन कर उभर रहा है. इतनी बड़ी जन समस्या के बावजूद भी प्रशासन में इसके लिए कोई सजगता नहीं देखी जा रही है.
विगत कईं वर्षों से गहरा रही इस समस्या को लेकर शासन-प्रशासन को काफी बार अवगत कराया जा चुका है, फिर भी अधिकारियों ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया है. इससे व्यथित किसानों, स्थानीय निवासियों ने 3 फरवरी से तहसील मुख्यालय सिकंदरा से आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. इस मौके पर मुख्य तौर पर एडवोकेट श्याम जी शुक्ला, पूर्व सभासद अरविन्द पाल, कामरेड ठाकुर प्रसाद कश्यप, कन्हैयालाल दिवाकर, गजेन्द्र सिंह, ओमप्रकाश, शाहिद अली, फिरोज आलम, गिरिश चंद शुक्ला, विश्वनाथ राठौर, हरिओम शर्मा, पवन दिवाकर इत्यादि जन मौजूद रहे.