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Badi devkali ward – 14 (Ayodhya)
सरयू नदी के दक्षिणी तट पर बसी अयोध्या एक धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी है. इस जनपद का नगरीय क्षेत्र अयोध्या नगर निगम के अंतर्गत समाहित है. प्राचीन समय में साकेत, कौशल देश अथवा कौशलपुरी के नाम से जानी जाने वाली अयोध्या को प्रभु श्री राम की पावन जन्मस्थली के रूप में देखा जाता है और यह हिन्दू धर्मावलम्बियों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है. मोक्षदायिनी अयोध्या नगरी पौराणिक समय में कौशल राज्य की राजधानी एवं प्रसिद्ध महाकाव्य रामायण की पृष्ठभूमि का केंद्र थी और आज भी प्रभु श्री राम की जन्मस्थली होने के क Read more...
Ambedkar Nagar Ward 1 (Lucknow)
वार्ड 1, अंबेडकर नगर लखनऊ जिले के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में से एक है, जहां पार्षद की भूमिका में समाजवादी पार्टी से राशिद अहमद जी क्षेत्रीय विकास हेतु कार्यरत हैं. लखनऊ के वार्डों में शामिल अंबेडकर नगर वार्ड में मिश्रित जनसंख्या का निवास है. जनगणना 2011 के अनुसार इस वार्ड की आबादी लगभग 45,000 है तथा यहां की साक्षरता दर 75 फीसदी के करीब है. स्थानीय निवासियों के लिए मूलभूत सुविधाओं की बात यदि की जाए तो वार्ड में बहुत से विद्यालय, डिग्री कॉलेज मौजूद हैं. जिनमें डॉ. बी.आर. अंबेडकर विद्यालय, नवो Read more...
Vinayakpur, Ward 54, Kanpur
वार्ड 54, विनायकपुर कानपुर जिले के अंतर्गत आने वाले पॉश इलाकों में से एक है, जो कानपुर नगर निगम के द्वारा संचालित एक मिश्रित आबादी वाला परिक्षेत्र है. इस वार्ड का विस्तार मुख्यत: पंचवटी विनायकपुर (आंशिक), राणा प्रताप नगर (आंशिक), कल्यानपुर सीड फार्म, आयकर सोसाइटी, सुदर्शन आवास समिति, पी.डब्लू.डी आवास समिति, आवास विकास योजना संख्या-1 (आंशिक), दुबे हार है तथा यह वार्ड उत्तर में जी.टी रोड से बगिया क्रासिंग से 11 न. रेलवे क्रासिंग तक, दक्षिण में शनेश्वर मंदिर से केसा सब स्टेशन तिराहा तक (धामी खेड़ा Read more...
Ward 12, Chakeri, Kanpur
वार्ड 12, चकेरी क्षेत्र उत्तर प्रदेश से तकरीबन 16 किलोमीटर पूर्व में स्थित कानपुर शहर का एक मिश्रित आबादी वाला इलाका है, यहां की आबादी का आधा हिस्सा ग्रामीण और आधा शहरी आवास से जुड़ा है. यह क्षेत्र कानपुर नगर निगम के अंतर्गत आता है तथा यह औद्योगिक क्षेत्र कपड़ा उद्योग व खाद्य उत्पादों की दृष्टि से काफी प्रमुख है. क्षेत्र के विकास कार्यों की बागड़ोर संभाल रहे श्री अजीत समाजवादी पार्टी के बैनर तले नवनिर्वाचित पार्षद हैं. जनसांख्यिकी वर्ष 2011 में हुई जनगणना के अनुसार क्षेत्र में 7526 कुल आबादी Read more...
Chinhat - I, Ward 35 (Lucknow)
वार्ड 35, चिनहट प्रथम लखनऊ जिले के अंतर्गत आने वाले इलाकों में से एक है, जहां पार्षद के पद का निर्वहन भारतीय जनता पार्टी से स्नेहलता राय कर रही हैं और इनके पति अरुण राय यहां से पार्षद प्रतिनिधि के तौर पर कार्य कर रहे हैं. लखनऊ के वार्डों में शामिल इस वार्ड में मिश्रित जनसंख्या का निवास है. जनगणना 2011 के अनुसार इस वार्ड की आबादी लगभग 30-35,000 है तथा यहां की साक्षरता दर 74 फीसदी के लगभग है. वर्ष 2017 में हुए परिसीमन के अनुसार चिनहट प्रथम वार्ड का विस्तार आनन्द विहार, चिनहट बाजार, बलरामनगर, हरून Read more...
Amaniganj ward – 40 (Ayodhya)
सरयू नदी के दक्षिणी तट पर बसी अयोध्या एक धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी है. इस जनपद का नगरीय क्षेत्र अयोध्या नगर निगम के अंतर्गत समाहित है. प्राचीन समय में साकेत, कौशल देश अथवा कौशलपुरी के नाम से जानी जाने वाली अयोध्या को प्रभु श्री राम की पावन जन्मस्थली के रूप में देखा जाता है और यह हिन्दू धर्मावलम्बियों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है. मोक्षदायिनी अयोध्या नगरी पौराणिक समय में कौशल राज्य की राजधानी एवं प्रसिद्ध महाकाव्य रामायण की पृष्ठभूमि का केंद्र थी और आज भी प्रभु श्री राम की जन्मस्थली होने के क Read more...
Gurugram, Ward-6, Haryana
हिंदु आबादी की बाहुल्य वाले गुरुग्राम को प्राचीन काल में अहीर साम्राज्य का हिस्सा माना जाता था. साथ ही इसे शिक्षकों के स्थल की भी संज्ञा दी गया है. क्योंकि यह गांव कौरवों और पांडवों के शिक्षक गुरु द्रौणाचार्य का भी निवास स्थान था. अकबर के शासनकाल के दौरान गुडगाँव, दिल्ली और आगरा के क्षेत्रों में आता था. बदलते समय के साथ मुग़ल साम्राज्य शक्तियों के बीच दरार पड़ने लगी और सुरजी अरजगांव के संधि के तहत इसका अधिकतर हिस्सा ब्रिटिश हुकूमत के पास चला गया. 1861 में जिले का पुनर्गठन पांच तहसीलों में किया गय Read more...
Gurugram, Ward-32 (Haryana)
गुरुग्राम सम्पूर्ण विश्व में मशहूर कंपनियों व सूचना प्रौद्योगिकी के केंद्र के रूप में विख्यात है. यहां काफी संख्या में विदेशी कंपनियों और बड़ी-बड़ी देशी कंपनियों के कार्यालय भी स्थित हैं. परन्तु प्राचीन समय में गुडगाँव को राजकुमारों की शिक्षा का स्थल माना जाता था, इसी कारण काफी वर्षों से इसके नाम को बदलने की तैयारी चल रही थी और हरियाणा सरकार द्वारा इसका नाम अब परिवर्तित कर गुरुग्राम रखा गया है. हिंदु आबादी की बहुलता वाले गुरुग्राम को प्राचीन काल में अहीर साम्राज्य का हिस्सा माना जाता था. साथ ही इ Read more...
Ramrepur, Ward 35 (Varanasi)
भारत की धार्मिक एवं सांस्कृतिक राजधानी मानी जाने वाली वाराणसी नगरी को दो पवित्र नदियों यानि वरुणा और असी का संगम कहा जाता है, अथार्त वह स्थान जहां ये दोनों नदियां आकर मिलती हों “वाराणसी” के नाम से जाना गया. इसी पावन वरुणा नदी के किनारे बसा है रमरेपुर वार्ड. वाराणसी की वरुणापार जोन में स्थित सारनाथ सबजोन के अंतर्गत आने वाला रमरेपुर वार्ड तकरीबन 3.5 वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है. मिली जुली आबादी वाले इस वार्ड में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 18,000 के आस पास जनसंख्या का निवास है, वहीँ स Read more...
Rajghat, Ward 8 (Varanasi)
पौराणिक नगरी वाराणसी की आदमपुर जोन एवं सबजोन के अंतर्गत आने वाला राजघाट वार्ड तकरीबन 0.758 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और मिश्रित आबादी वाले इस वार्ड में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 11,000 के आस पास जनसंख्या का निवास है. वार्ड के प्रमुख क्षेत्रों में आईडीएच कॉलोनी, आदमपुर, भैंसासुर घाट, पंचायती कुआं, काशी रेलवे स्टेशन इत्यादि प्रमुख हैं और भदोनी चुंगी हरिजन बस्ती, राजघाट डोमखाना आदि यहां मलिन बस्ती मोहल्लों में शामिल हैं. यहां पार्षद के तौर पर भारतीय जनता पार्टी से विज Read more...
Sharda Nagar - II, Ward 12 (Lucknow)
शारदा नगर द्वितीय वार्ड, लखनऊ की घनी आबादी वाले वार्डों में से एक माना जाता है. यहां आने वाले प्रमुख आवासीय क्षेत्रों में साउथ सिटी, रत्नाकर खण्ड, पिपरौली, आम्रपाली, सैनिक नगर, सेनानी विहार, सिंचाई कालोनी आंशिक, सरपोट गंज, देवीखेड़ा, हिमालयन कालोनी, रजनीखण्ड-1 से 8 तक इत्यादि शामिल हैं. मिश्रित जनसंख्या वाले इस वार्ड में जनसंख्या तकरीबन 50-55,000 है और यहां पार्षद के तौर पर राम नरेश रावत कार्यरत हैं, जो वर्ष 2017 से शारदा नगर द्वितीय वार्ड से जन प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत हैं और स्थानीय वि Read more...
Bhadaini, Ward 55 (Varanasi)
भेलूपुर जोन के अंतर्गत आने वाले भदैनी वार्ड क्षेत्रफल की दृष्टि से 0.750 वर्ग किलोमीटर के दायरे में विस्तृत है. मिश्रित आबादी वाले इस वार्ड में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 9257 की आबादी का आवास है. इस वार्ड में आने वाले प्रमुख डूमराव बाग कॉलोनी, लेन न.10,14,12 तथा वी.डी.ए कॉलोनी इत्यादि सम्मिलित है. साथ ही अस्सी चौराहा से अस्सी घाट, अस्सी चौराहा से भदैनी तथा रविन्द्रपुरी रोड़ तक का इलाका कमर्शियल में आता है. यहां पार्षद के तौर पर मीनू शर्मा कार्यरत हैं, जो वर्ष 2017 से जन प्रतिनिधि के रू Read more...
Jagatganj, Ward 37 (Varanasi)
भेलूपुर जोन की चेतगंज सबजोन के अंतर्गत आने वाला जगतगंज वार्ड वाराणसी नगर निगम द्वारा संचालित वार्ड है, जो क्षेत्रफल की दृष्टि से 0.284 वर्ग किलोमीटर के दायरे में विस्तृत है. मिली जुली आबादी वाले इस वार्ड में स्थानीय पार्षद के अनुसार तकरीबन 35,000 जनसंख्या है, जिनमें 18,000 मतदाता हैं. इस वार्ड में आने वाले प्रमुख मोहल्लों में विवेकानंद कॉलोनी, रामपुरी कॉलोनी, इंडियन प्रेस कॉलोनी, दास नगर, कालीगढ़ कॉलोनी इत्यादि सम्मिलित हैं. यहां पार्षद के तौर पर प्रशांत कुमार सिंह कार्यरत हैं, जो वर्ष 20 Read more...
Jalalipura, Ward 39 (Varanasi)
पौराणिक नगरी वाराणसी की आदमपुर जोन एवं सबजोन के अंतर्गत आने वाला जलालीपुरा वार्ड तकरीबन 0.793 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और मिश्रित आबादी वाले इस वार्ड में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 18,000 के आस पास जनसंख्या का निवास है, वहीँ स्थानीय पार्षद के अनुसार वार्ड में वर्तमान आबादी तकरीबन 40,000 के आस पास है. वार्ड में प्रमुख मोहल्लों के रूप में मीना बाज़ार, शैलपुत्री, अमरपुर मेधिया, अमरपुर बातलोहिया, जलालीपुरा इत्यादि मौजूद हैं. इसके अतिरिक्त वार्ड में सीता राम भवन जलालीपुरा, शैलपुत्री Read more...
Retiya Ward – 17 (Ayodhya)
परस्पर सौहार्द और आपसी सामंजस्य की मिसाल कायम करता रेतिया वार्ड आज भी गंगा-जमुनी तहजीब का प्रदर्शन करता है, जहां दिवाली की जगमगाहट और ईद की रौनक दोनों की झलक दिखाई देती है. यह वार्ड वर्ष 2017 से पहले फैजाबाद जिले के अंतर्गत आता था, लेकिन योगी सरकार के प्रदेश में आने के बाद फैजाबाद और अयोध्या नगर पालिका को जोड़कर अयोध्या नगर निगम का निर्माण किया गया, जिसमें तकरीबन तीन लाख की आबादी वाले 50 वार्ड को 60 नए वार्ड में विभाजित का दिया गया. इस तरह कभी फैजाबाद नगर परिषद् के 29 वार्ड में से एक रेतिया वार्ड Read more...
Pura Manohardas Ward-70 (Prayagraj)
धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो देवभूमि प्रयागराज हिन्दुओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण स्थल है. इसे प्राचीन समय से ही विद्या और ज्ञान का गढ़ कहा जाता रहा है साथ ही देश का राजनीतिक व अध्यात्मिक रूप से सर्वाधिक जागरूक शहर प्रयागराज को ही माना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसी शहर से बड़ी संख्या में देश को स्वतंत्रता सेनानी व प्रधान मंत्री प्रदान किए हैं. प्राचीन ग्रंथों के अनुसार पृथ्वी की रक्षा करने के लिए सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा ने यहां पर बहुत बड़ा यज्ञ किया था. जिसमें पुरोहित, भगवान विष्णु ने यज Read more...
Khojwa, Ward 40 (Varanasi)
भेलूपुर जोन की खोजवा सबजोन के अंतर्गत आने वाला खोजवा वार्ड क्षेत्रफल की दृष्टि से 0.4 वर्ग किलोमीटर के दायरे में विस्तृत है. मिली जुली आबादी वाले इस वार्ड में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 14-15,000 की आबादी का निवासस्थान है. इस वार्ड में आने वाले प्रमुख मोहल्लों में शीतला माता कॉलोनी, माँ शारदा नगर कॉलोनी, हनुमान नगर कॉलोनी इत्यादि सम्मिलित हैं. खोजवा मुख्य मार्केट यहां कमर्शियल क्षेत्र के तौर पर जाना जाता है तथा किराहिया हरिजन बस्ती, सिद्धार्थ नगर हरिजन बस्ती, किराहिया अखाडा हरिजन बस्ती य Read more...
Madhyameshwar, Ward 50 (Varanasi)
मध्यमेश्वर महादेव के नाम से विख्यात वार्ड है मध्यमेश्वर वार्ड, जो कोतवाली जोन एवं सबजोन के अंतर्गत आता है और वाराणसी नगर निगम द्वारा संचालित वार्ड है. मिली जुली आबादी वाले इस वार्ड में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 14,000 की आबादी का निवासस्थान है, जो वर्तमान में तकरीबन 25-30,000 के आसपास है. इस वार्ड में आने वाले प्रमुख मोहल्लों में बारा गणेश, मध्यमेश्वर, सप्तसागर मंडी, राजश्री, राजगीर, सिद्ध माता गली इत्यादि सम्मिलित हैं. साथ ही यहां कमर्शियल इलाकों के तौर पर मदागिन बुलानाला रोड, लोहटिया Read more...
Vidhyakund ward (Ayodhya) Ward – 2
सरयू के दक्षिणी तट पर बसी अयोध्या नगरी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के पुरखों की नगरी माना जाता है. प्राचीन काल में यह नगरी साकेत अथवा कौशल देश के नाम से भी सर्वविख्यात थी. “अष्टचक्रा नवद्वारा देवानां पूरयोध्या”, यानी आठ चक्रों और नौ द्वारों से युक्त अयोध्या साक्षात् ईश्वर की नगरी है..वेदों में वर्णित इस नगरी को स्वर्ग की उपाधि दी गयी है. कहा जाता है कि यह सूर्यवंशी राजाओं की राजधानी हुआ करती थी और बीतते वक्त के साथ साथ यहां हिंदू, बौद्ध, जैन एवं मुस्लिम धर्म आदि धर्मों का भी प्रभाव देखा जा सक Read more...
Shivpur, Ward 22, (Varanasi)
वाराणसी, जिसे भारत की धार्मिक राजधानी की संज्ञा दी गयी है. इससे पूर्व इसे बनारस के नाम से जाना जाता था. हिंदु धर्म में यह स्थान बेहद लोकप्रिय है. पवित्र नगरी वाराणसी में दो नदियों अथार्त वरुणा और असी का संगम होता है, यानि वह स्थान जहां ये दोनों नदियां आकर मिलती है. इसी पवित्र वरुणा नदी के किनारे बसा है, शिवपुर वार्ड. वाराणसी के वरुणापार जोन में स्थित शिवपुर मंडल के अंतर्गत आने वाला शिवपुर वार्ड तकरीबन 1,202 वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है. मिली जुली आबादी वाले इस वार्ड में स्थानीय पार्षद Read more...
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