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मऊ-मानिकपुर उपचुनावों के मद्देनजर विभिन्न गांवों में चौपाल का आयोजन
मऊ-मानिकपुर उपचुनाव के अंतर्गत कांग्रेस पार्टी को बहुमत से आगे लाने में कांग्रेस कार्यकर्ता अथक रूप से जुटे हुए है. कांग्रेस के हाथ को जन-जन का साथ दिलवाने के क्रम में संत गाडगे धोबी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामसजीवन निर्मल जी के द्वारा निरंतर विभिन्न ग्रामों में चौपाल आयोजित की जा रही है. इन चौपालों का ध्येय पार्टी की विचारधाराओं व नीतियों से आमजन को अवगत कराना है. इसी कड़ी में हाल ही में उन्होंने अमान, गोबरउल, पिपरौद जैसे विभिन्न गांवों में कांग्रेस पार्टी से प्रत्याशी रंजना बरातीलाल पाण्डेय Read more...
हम भी देखेंगे, फैज़ अहमद फैज़ की नज़्म पर क्या है विवाद
अगर साफ़ नज़र से देखे तो कोई विवाद नहीं है, गांधी जी के दिए तलिस्मान में दिया है – ईश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान.मगर यहाँ इलज़ाम लगाया जा रहा है पोलिटिकल डॉग विस्सल का, यानि राजनितिक कोडेड भाषा का जिसका इस्तेमाल नेता अलग अलग तरह के समूहों को अलग अलग तरह के मेसेज पहुँचाने के लिए करते हैं.जैसे अमेरिकी दक्षिणी राज्यों टेक्सास, विर्जिनिया इत्यादि में नस्लवाद के दौरान जब कोई राजनीतिज्ञ बोलता था – कानूनी व्यवस्था मज़बूत की जाए, तो आम तौर पर इसे अश्वेत बस्तियों में एक डॉग व्हिस्त्ल की तरह देखा Read more...
मऊ- मानिकपुर से चुनावों में खड़ी कांग्रेसी प्रत्याशी रंजना बरातीलाल को विजयी बनाने हेतु ग्राम चौपालों में किया जनसंपर्क
दिनांक - 6 अक्टूबर, 2019मानिकपुर विधान सभा सीट उप चुनाव के लिए कांग्रेस ने पार्टी की पूर्व जिला उपाध्यक्ष रंजना बरातीलाल पाण्डेय को प्रत्याशी के तौर पर खड़ा किया है. इससे पूर्व वः नगर पालिका परिषद कर्वी में अध्यक्ष तथा पंचायत सदस्य के लिए भी चुनावों में खड़ी हो चुकी हैं, जिसमें उन्हें सफलता नहीं मिल सकी थी. कांग्रेस को सफलता दिलाने और प्रत्याशी रंजना पाण्डेय की जीत सुनिश्चित करने हेतु हाल ही में पूर्व विधायक एवं संत गाडगे धोबी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामसजीवन निर्मल ने ग्राम सभा तिलौली, मऊ, रा Read more...
एमसीडी चुनाव और चुनाव सुधार को लेकर सीपीआईएम के उम्मीदवार फैजल खान का साक्षात्कार
राजनीति में किसका आना अच्छा है किसका नहीं यह बहस का विषय हो सकता है मगर चुनाव सुधार के लिए किए जाने वाले हर प्रयास के साथ बैलेटबॉक्सइंडिया खड़ा है. हमारी कोशिश है कि समाज को सही दिशा दी जा सके जिसके लिए हमारे समाज में सही नेताओं का चुना जाना भी उतना ही ज्यादा जरूरी है. समाज को कुछ जवाबदेह और जिम्मेदार नेताओं की आज बेहद जरूरत है. जो जात-पात से ऊपर उठकर अपनी निजी और पार्टी के हित को ना देखते हुए समाज के हित को ध्यान में रखें. एक समय समाज में ऐसे नेताओं की कोई कमी नहीं थी मगर इतने अरसे में ऐसा क्या Read more...
कांग्रेस प्रत्याशी रंजना बरातीलाल पाण्डेय को बहुमत से विजयी बनाने की अपील
मऊ-मानिकपुर उपचुनावों को गति प्रदान करते हुए कांग्रेस पार्टी से पूर्व विधायक एवं संत गाडगे धोबी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामसजीवन निर्मल ने विभिन्न ग्रामों में चौपाल का आयोजन करते हुए. ग्राम सभा बरगढ़, पटरी, कालूराम का पुरवा आदि ग्रामों को चौपाल का हिस्सा बनाया. जिसमें उनके साथ पूर्व विधायक श्री रामकृपाल जी भी साथ रहे. इन चौपालों के माध्यम से कांग्रेस पार्टी से प्रत्याशी पूर्व जिला उपाध्यक्ष रंजना बरातीलाल पाण्डेय के समर्थन में आमजन तक पार्टी के आदर्शों का प्रचार-प्रसार किया. इन उपचुनाव के अंत Read more...
समाजवादी पार्टी कार्यालय में मनाई गयी लोकबंधू राज नारायण सिंह की 33वीं पुण्यतिथि
दिनांक - 31 दिसंबर, 2019 साहिबाबाद विधानसभा में स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय पर निवर्तमान अध्यक्ष मनमोहन झा गामा के नेतृत्व मे लोकबंधु राज नारायण सिंह की 33वीं पुण्यतिथि मनाई गई. इस अवसर पर श्री मनमोहन झा गामा ने सभी उपस्थित मान्यगणों को संबोधित करते हुए कहा, "लोकबंधु राज नारायण सिंह को डॉक्टर लोहिया भी कहा करते थे. राज नारायण का कलेजा शेर का और आचरण महात्मा गांधी जैसा था. राज नारायण सिंह एक ऐसे साधारण भारतीय आम आदमी का नाम है, जिसके असाधारण कारनामे सुनकर पैरों के नीचे से जमीन खिसक जाती है. इ Read more...
नेताओं के भाषण और बयान आधारित राजनीति में विचार गायब
आज के दौर में देखा जा रहा है कि भारतीय राजनीती बयानों आधारित पर होती जा रही है। हम और आप नेताओं का मूल्यांकन उनके विचार पर नही ड़ायलॉगबाजी पर ज्यादा कर रहे हैं। इसी पर हम लोग ताली बजाते हैं और यही हमारे समाचार पत्रों व टीवी की भाषा बन जाती है। इससे दर्शकों को बहुत नुकसान है। डायलॉगबाजी करने से मनोरंजन तो हो जाता है मगर राजनीति का स्तर गिर जाता है। ऐसी भाषा हमेशा छल करती है, जितना कहती नहीं है, उससे कहीं ज्यादा सवालों में टाल देती है।हमारे नेता चुनावों के दौरान होने वाली रैलीयों में कैसे बात करते Read more...
चनपटिया, बिहार - जुडें अपने विधानसभा क्षेत्र से, दें लोकतंत्र को मजबूती
पश्चिमी चंपारण जिले का प्रमुख प्रखंड चनपटिया मुख्यतः एक ग्रामीण इलाका है, जहां की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि और छोटे छोटे उद्योग, व्यापार आदि हैं. गन्ना, चावल और गेहूं यहां की प्रमुख फसलें हैं और यहां पुराना शिव मंदिर, पुरबी माई और रोमन कैथोलिक चर्च आदि जैसे कुछ प्राचीन धार्मिक संस्थान भी हैं. (पुरबी माई, चनपटिया) चनपटिया विधानसभा बिहार राज्य की 243 सीटों में से एक है. यह सीट पश्चिमी चंपारण लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. 2008 में हुए परिसीमन के आधार पर यह विधानसभा क्षेत्र चनपटिया सामु Read more...
बेतिया, बिहार - पश्चिमी चंपारण का मुख्यालय
पश्चिमी चंपारण जिले का मुख्यालय बेतिया शहर अपने समृद्ध इतिहास और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन की कर्मभूमि के रूप में जाना जाता है. 16वीं शताब्दी में बेतिया को बेंत के वन क्षेत्र के तौर पर मान्यता प्राप्त थी और उस समय इसे "बेतवनिया" भी कहा जाता था. ब्रिटिश शासन काल में बेतिया राज को दूसरी सबसे बड़ी जमींदारी का गौरव मिला हुआ था. यह नगर मुख्यत हरहा नदी की तलहटी में बसा हुआ है. इस स्थान को सत्याग्रह आन्दोलन की कर्मभूमि के रूप में भी देखा जाता है क्योंकि यहां मौजूद हजारी मल धर्मशाला Read more...
बगहा, बिहार - जुडें अपने विधानसभा क्षेत्र से, दें लोकतंत्र को मजबूती
प्राकृतिक और आध्यात्मिक रूप से विशेष महत्त्व रखने वाला बगहा बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले का एक क़स्बा है, जो बूढी गंडक नदी के किनारे पर बसा हुआ है. यह स्थान अपने अद्भुत प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ साथ ही विभिन्न प्रसिद्द मंदिरों, आश्रमों जैसे पक्कीबोली स्थित शिव मंदिर, जालपा माई मंदिर, माता दुर्गा सिद्ध पीठ, काली माता मंदिर, रतनमाल का छठ घाट, ओशो आश्रम, अंग्रेजों द्वारा बनवाये गए कैथोलिक चर्च आदि के लिए जाना जाता हैं. (काली माता मंदिर, बगहा) बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में से 84वें स्थान पर Read more...
राजगीर विधानसभा क्षेत्र - जानिए क्यों राजगीर को कहा जाता है बिहार का स्वर्ग
पटना से लगभग 100 किलोमीटर दूर दक्षिण-पूर्व में सघन वन क्षेत्र और पहाड़ियों के बीच बसा राजगीर आध्यात्मिक, प्राकृतिक, पुरातात्ति्वक और ऐतिहासिक स्थलों से प्रचुर एक अनूठी जगह है. अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के तौर पर ख्याति प्राप्त राजगीर अपने अनोखे इतिहास के चलते दुनिया भर को अहिसा, प्रेम, अनुराग और शांति का संदेश देता आया है, वहीं यहां की हरियाली, नैसर्गिक सौंदर्य और स्वच्छ पर्यावरण के चलते इसे बिहार का स्वर्ग कहा जाता है. पौराणिक समय में राजगीर को "वासुमतिपुर", "कुशाग्रपुर", "वृहद्ननाथपुर" आदि Read more...
हरनौत, बिहार - नालंदा का प्रवेश द्वार
बिहार की ज्ञान भूमि नालंदा के प्रवेश द्वार के रूप में विख्यात शहर है हरनौत, जिसे बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की जन्म एवं कर्म भूमि के तौर पर भी मान्यता प्राप्त है. यह शहर नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहरों से मात्र 23 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है और यहां चावल, गेहूं और दालों की खेती बहुतायत होती है. हरनौत विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र नालंदा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. मूलतः यह बिहार के नालंदा जिले का हिस्सा है, जिसे अपने प्राचीन वैश्विक इ Read more...
इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र - जुड़िये बिहार की छोटी अयोध्या से
इस्लामपुर, बिहार के नालंदा जिले में स्थित एक ऐसा स्थान है, जिसे वहां के एक प्रमुख कस्बे के रूप में देखा जाता है. प्राचीन समय में इस स्थल को ईशरामपुर के नाम से जाना जाता था, अयोध्या में लक्ष्मण किला के संस्थापक श्री युगलायन शरण जी महाराज का जन्म इसी स्थान पर हुआ था. जिसके चलते इसे छोटी अयोध्या की उपाधि प्राप्त थी. किंतु अंग्रेजी शासनकाल में इस स्थान का नाम परिवर्तित कर इसे इस्लामपुर नाम दिया गया. आज भी इस स्थान पर अनेकों मंदिर, पवित्र तालाब, कुएं, बावड़ी इत्यादि मौजूद हैं. वस्तुतः इस्लामपुर विधा Read more...
नालंदा, बिहार - आइये जाने यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल के बारे में
नालंदा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र नालंदा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. नालंदा को वस्तुतः अपने प्राचीन वैश्विक इतिहास के चलते खासी मान्यता प्राप्त है. भगवान बुद्ध और भगवान महावीर की ज्ञान स्थली माने जाने वाले नालंदा लोकसभा क्षेत्र में नालंदा विधानसभा क्षेत्र के साथ साथ हरनौत, हिलसा, अस्थावां, इस्लामपुर, राजगीर और बिहारशरीफ शामिल हैं. नालंदा को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के तौर पर भी जाना जाता है. प्राचीन समय में नालंदा को वैश्विक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केंद्र और देश के सबसे बड़े बौद्ध मठ के रूप Read more...
भोरे, बिहार - जुड़िये अपने विधानसभा क्षेत्र से
बिहार के गोपालगंज जिले में आने वाला भोरे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित सीट है. यह क्षेत्र सामुदायिक विकास खंड; भोरे, कटेया और बिजैपुर से मिलकर बना है. वर्ष 2015 में यहां हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अनिल कुमार ने बीजेपी के कार्यवाही विधायक इन्द्रदेव मांझी को हराया था. Read more...
बिहारशरीफ - गंगा जमुनी तहजीब की झलक दिखलाता नालंदा जिले का मुख्यालय
बिहारशरीफ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र नालंदा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. मूलतः यह बिहार के नालंदा जिले का हिस्सा है, जिसे अपने प्राचीन वैश्विक इतिहास के चलते खासी मान्यता प्राप्त है. भगवान बुद्ध और भगवान महावीर की ज्ञान स्थली माने जाने वाले नालंदा में बिहारशरीफ विधानसभा क्षेत्र के साथ साथ इस्लामपुर, हरनौत, अस्थावां, नालंदा, राजगीर और हिलसा शामिल हैं. धार्मिक सद्भावना और गंगा-जमुनी तहजीब का उदाहरण पेश करते बिहारशरीफ का इतिहास बेहद समृद्ध रहा है. अपने अनूठे नाम की तरह यहां का इतिहास भी काफी अनोख Read more...
हिलसा, बिहार - आइये जुड़िये "हिलास बाबू" की जन्मभूमि से
हिलसा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र नालंदा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. मूलतः यह बिहार के नालंदा जिले का भाग है, जिसे अपने प्राचीन वैश्विक इतिहास के चलते खासी मान्यता प्राप्त है. भगवान बुद्ध और भगवान महावीर की ज्ञान स्थली माने जाने वाले नालंदा में हिलसा विधानसभा क्षेत्र के साथ साथ इस्लामपुर, हरनौत, अस्थावां, नालंदा, राजगीर और बिहारशरीफ शामिल हैं. राजधानी पटना के दक्षिण पूर्व में स्थित हिलसा को भारतीय आज़ादी के संघर्ष का प्रमुख क्षेत्र माना जाता है, यहां बहुत से स्वतंत्रता सेनानियों ने जन्म लिया. आ Read more...
जीरादेई, बिहार - यह है देश के प्रथम राष्ट्रपति की जन्मस्थली
बिहार के सीवान जिले में आने वाला जीरादेई विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के सर्वप्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की जन्मस्थली होने के चलते विख्यात है. बिहार के 243 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 106वें नंबर पर आने वाला यह विधानसभा क्षेत्र कुष्ट रोग के उन्नमूलन के लिए आरंभ किये गए राजेन्द्र सेवाश्रम के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी जाना जाता है. इस सेवाश्रम में केवल भारत के ही नहीं अपितु विदेशों से आकर भी चिकित्सकों से अपनी सेवाएं प्रदान की और कुष्ट रोग उन्नमूलन की दिशा में बेहतरीन कार्य क Read more...
अररिया, बिहार - आपका विधानसभा क्षेत्र, आपकी पहचान
बिहार के 243 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है अररिया विधानसभा क्षेत्र, जो अररिया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का भाग है. इस क्षेत्र में अररिया के साथ साथ नरपतगंज, रानीगंज, फोर्ब्सगंज, सिकती और जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र आते हैं. अररिया जिला मुख्य तौर पर कृषि पर निर्धारित क्षेत्र है और कोसी, सुवाडा, काली, परमार आदि नदियों से घिरा हुआ है. इसी जिले में सम्मिलित अररिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत अररिया सामुदायिक विकास खंड और अररिया नगर परिषद आते हैं. अररिया जिले से जुड़ा एक बेहद रोचक तथ्य है. Read more...
जोकीहाट , बिहार - आपका विधानसभा क्षेत्र , आपकी पहचान
जोकीहाट विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र बिहार के 243 विधान सभा क्षेत्रों में से 50वें नंबर पर आने वाला क्षेत्र है और यह अररिया लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का भाग है, जिसमें अररिया के साथ साथ नरपतगंज, रानीगंज, फोर्ब्सगंज, सिकती और जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र आते हैं. मूलतः जोकीहाट अररिया जिले का हिस्सा है. अररिया में स्थित होने और कोसी, सुवाडा, काली, परमार आदि नदियों के बाढ़ क्षेत्र में होने के चलते जोकीहाट के बहुत से गांवों प्रतिवर्ष बाढ़ का सामना करते हैं. अररिया जिले से जुड़ा एक बेहद रोचक तथ्य है. ब्रिटिश Read more...