लखनऊ के कश्मीरी मोहल्ला वार्ड में जलभराव की समस्या गहराई
Leave a comment for the team.
रिसर्च को सब्सक्राइब करें
इस रिसर्च पर अपडेट पाने के लिए और इससे जुड़ने के लिए अपना ईमेल आईडी नीचे भरें.
ये कैसे कार्य करता है ?

जुड़ें और फॉलो करें
ज्यादा से ज्यादा जुड़े लोग, प्रतिभाशाली समन्वयकों एवं विशेषज्ञों को आकर्षित करेंगे , इस मुद्दे को एक पकड़ मिलेगी और तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद ।

संगठित हों
हमारे समन्वयक अपने साथ विशेषज्ञों को ले कर एक कार्य समूह का गठन करेंगे, और एक योज़नाबद्ध तरीके से काम करना सुरु करेंगे

समाधान पायें
कार्य समूह पारदर्शिता एवं कुशलता के साथ समाधान की ओर क़दम बढ़ाएगा, साथ में ही समाज में से ही कुछ भविष्य के अधिनायकों को उभरने में सहायता करेगा।
आप कैसे एक बेहतर समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं ?
क्या आप इस या इसी जैसे दूसरे मुद्दे से जुड़े हुए हैं, या प्रभावित हैं? क्या आपको लगता है इसपर कुछ कारगर कदम उठाने चाहिए ?तो नीचे फॉलो का बटन दबा कर समर्थन व्यक्त करें।इससे हम आपको समय पर अपडेट कर पाएंगे, और आपके विचार जान पाएंगे। ज्यादा से ज्यादा लोगों द्वारा फॉलो होने पर इस मुद्दे पर कार्यरत विशेषज्ञों एवं समन्वयकों का ना सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा, बल्कि हम आपको, अपने समय समय पर होने वाले शोध यात्राएं, सर्वे, सेमिनार्स, कार्यक्रम, तथा विषय एक्सपर्ट्स कोर्स इत्यादि में सम्मिलित कर पाएंगे।
समाज एवं राष्ट्र, जहाँ लोग कुछ समय अपनी संस्कृति, सभ्यता, अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझने एवं सँवारने में लगाते हैं। एक सोची समझी, जानी बूझी आवाज़ और समझ रखते हैं। वही देश संसार में विशिष्टता और प्रभुत्व स्थापित कर पाते हैं।
अपने सोशल नेटवर्क पर शेयर करें
हर छोटा बड़ा कदम मायने रखता है, अपने दोस्तों और जानकारों से ये मुद्दा साझा करें , क्या पता उन्ही में से कोई इस विषय का विशेषज्ञ निकल जाए।
क्या आपके पास कुछ समय सामजिक कार्य के लिए होता है ?
इस एक्शन ग्रुप के सहभागी बनें, एक सदस्य, विशेषज्ञ या समन्वयक की तरह जुड़ें । अधिक जानकारी के लिए समन्वयक से संपर्क करें और अपने बारे में बताएं।
By
Laeek Agha Contributors
Deepika Chaudhary
Amit Singh 30
लखनऊ के कश्मीरी मोहल्ला वार्ड में स्थित टापे वाली गली थोड़ी सी बारिश के बाद ही किसी बरसाती नाले में तब्दील हो गयी, जिससे स्थानीय निवासियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय पार्षद ने निगम कर्मचारियों को बुलाकर आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गली से पानी की निकासी करायी.
इस स्थिति पर प्रकाश डालते हुए पार्षद लईक आघा ने जानकारी दी कि इस वर्ष मोहर्रम भी बरसात के समय ही आयेगा, ऐसे में यदि यही स्थिति रही तो बहुत समस्या हो जाएगी. उन्होंने बताया कि मुहर्रम के समय जुलूसों और ताजियों का कारवां लगातार 2 माह 8 दिन तक इसी रस्ते से निकलता हैं. विगत सात वर्षों से इस समस्या के समाधान के लिए पार्षद द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. इस पर पार्षद ने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को फिर से सूचना देते हुए कहा है कि क्या मुहर्रम के दिनों में ताजिये इसी जलभराव से निकलेंगे और क्या यहां के निवासी लगातार इसी समस्या से जूझते रहेंगे. पार्षद ने कहा है कि यदि इस समस्या का उचित समाधान निगम ने नहीं निकाला तो जनता के भारी विरोध का सामना उन्हें करना पड़ेगा.