फिट इंडिया मूवमेंट के उपलक्ष्य में शारदा पब्लिक स्कूल में किया गया रंग भरो प्रतियोगिता का आयोजन
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By
Dr. Dharmendra Singh Katiyar Contributors
Amit Singh
Deepika Chaudhary 134
दिनांक: 28 नवम्बर, 2019
कानपुर के शारदा पब्लिक स्कूल में "रंग भरो" प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं की रचनात्मक प्रतिभा को निखारने का अवसर मिला. आयुष मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में संचालित इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गनाइजेशन (INO) के द्वारा प्रायोजित किये जा रहे "प्राकृतिक चिकित्सा जन-जागरण सप्ताह व फिट इंडिया मूवमेंट" के उपलक्ष्य में शारदा पब्लिक स्कूल के द्वारा "रंग भरो" प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. श्री पुष्पेन्द्र कटियार के संचालन व सहयोग में हुए इस कार्यक्रम में इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गनाइजेशन (INO) के जिला कोआर्डिनेटर और छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर से डॉ धर्मेन्द्र सिंह कटियार ने भी अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाते हुए छात्रों का ज्ञानवर्धन किया. उनके साथ ही INO के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ राजीव नयन शर्मा, कमला स्टडी सेंटर की निदेशिका व INO कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती शोभा कटियार और डॉ प्रवीण कुमार ने भी कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई.
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती अलका मिश्रा ने सभी प्रमुख अतिथियों के सहयोजन में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की और सभी आगंतुकों से छात्रों का परिचय कराया. प्रतियोगिता के दौरान श्रीमती शोभा कटियार और डॉ प्रवीन कुमार ने विद्यार्थियों को रंग भरो प्रतियोगिता के सभी नियमों के लिए दिशा निर्देशित करते हुए शीटें वितरित की और उन्हें प्रतियोगिता के बाद मिलने वाले पुरस्कारों व प्रमाण पत्रों आदि के बारे में भी जानकारी दी.
छात्रों के सम्मुख उकेरा बापू का जीवन चित्र
प्रतियोगिता के दौरान डॉ धर्मेन्द्र कटियार ने छात्रों के मध्य अपने विचार प्रस्तुत करते हुए बताया कि महात्मा गाँधी ने भारत में प्राकृतिक चिकित्सा की स्थापना करने के क्रम में भरसक प्रयास किये. उनका जीवन स्वयं इस चिकित्सा पद्धति का उदहारण रहा है. वह अपने साबरमती स्थित आश्रम में प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति से से मनुष्यों और जानवरों की चिकित्सा किया करते थे. इसके साथ ही डॉ कटियार ने बच्चों को चाय-कॉफ़ी के दुष्प्रभावों के बारे में बताते हुए उनके साथ गाँधी जी एवं कॉफ़ी ड्रिंकर वाली कहानी शेयर की और बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा में पथ्य व कुपथ्य का विशेष ख्याल रखना चाहिए.
बच्चों को बताये स्वास्थ्य के सामान्य नियम
INO के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ० राजीव नयन शर्मा ने प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में छात्रों को जानकारी देते हुए हाथों की पाचों उँगलियों का शरीर के पंच-महाभूतों से सम्बन्ध स्थापित करते हुए स्वास्थ्य रहने के सामान्य नियम बताये. उन्होंने बताया कि हमारे हाथों की उंगलियों में पाँचों तत्व, यानि पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश मौजूद होते हैं, हमारा मानव शरीर अनंत रहस्यों से पूर्ण है और हस्त मुद्रा चिकित्सा प्राकृतिक चिकित्सा का एक अभिन्न अंग है. यदि हम इन छोटी छोटी मुद्राओं का अभ्यास करेंगे तो हमारा स्वास्थ्य भी बना रहेगा. हमारे ऋषि मुनियों ने इस चिकित्सा पद्धति को हजारों साल पहले ही खोज निकाला था और आरोग्य की परिचायक यह तकनीक आज भी उतनी ही प्रभावशाली है.
इस कार्यक्रम के समापन पर श्रीमती नीलम ने धन्यवाद ज्ञापन किया. प्रतियोगिता में शारदा पब्लिक स्कूल से शिक्षक कु. अर्चिता, कु नब्या, कु. पियंका, श्रीमती वैशाली, नवनीत कुमार के सहित छात्र और अतिथिगण मौजूद रहे. प्रधानाचार्या महोदया ने इस कार्यक्रम की सफलता के लिए विद्यालय की आया श्रीमती कमला को उनके सहयोग के लिए विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया.