भारतीय जन समाज पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में पुण्यतिथि पर दी गई सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि
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Brij mohan Singh Sarojininagar Contributors
Swarntabh Kumar
Deepika Chaudhary 0
15 दिसंबर 2020 को सरदार वल्लभभाई भाई पटेल की पुण्यतिथि पर भारतीय जन समाज पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय खजाना कांप्लेक्स में श्रद्धांजलि दी गई और उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया। इस मौके पर फूल माला पहनाकर सभी ने पुष्प अर्पित किये और सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजमोहन सिंह ने कार्यकर्ताओं को जानकारी दी कि इनका नाम वल्लभ जावेद भाई पटेल था, इनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 में नडियाद जिला खेड़ा में हुआ था और उनका पालन पोषण गुजरात राज्य में हुआ था। वे एक बड़े वकील भी थे और उन्होंने गुजरात में हेयर खेड़ा, बोरसाद और बारडोली से किसानों को ब्रिटिश राज के खिलाफ अहिंसक सविनय अवज्ञा में संगठित किया था, तब से वे गुजरात के सबसे प्रभावशाली नेता बन गए थे और उन्होंने वर्ष 1934 और 1937 में भारत छोड़ो आंदोलन को बढ़ावा दिया था। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी बड़ी भूमिका रही थी। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के 49 वें अध्यक्ष भी रहे और भारत के पहले गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री के रूप में भी रहे थे। उस दौरान पाकिस्तान से पंजाब और दिल्ली की ओर भाग रहे सरणार्थियों के लिए राहत के प्रयासों का आयोजन किया था और शांति बहाल करने के लिए काम किया, उन्होंने एकजुट भारत बनाने का नेतृत्व भी किया था और उन्होंने नए स्वतंत्र राज्य में सफलतापूर्वक उन ब्रिटिश औपनिवेश के प्रांतों को इकट्ठा किया था, जो भारत को आवंटित किए गए थे। इसके अन्य प्रांतों के अलावा जो प्रत्यक्ष ब्रिटिश शासन के अधीन थे, वे लगभग देश के 565 रियासतों में विलय कराकर अखण्ड भारत के निर्माण का सपना साकार किया। स्वतंत्र देश में राष्ट्रीय एकीकरण के लिए इनकी प्रतिबद्धता अविस्मरणीय थी, इसी कारण इन्हें भारत का लौह पुरुष दर्जा प्राप्त हुआ और उन्हें भारत के सिविल सेवकों के संरक्षक के रूप में भी याद किया जाता है।
सरदार वल्लभभाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा, स्टैचू आफ यूनिटी भारत सरकार द्वारा 31 अक्टूबर 2018 को उन्हें समर्पित की गई थी, जिसकी ऊंचाई लगभग 182 मीटर यानी 597 फीट की है, जो दक्षिणी गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित है। इनकी मूर्ति बनवाने के लिए सार्वजनिक चंदा भी लिया गया था। इस मौके पर ब्रजमोहन सिंह ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के निर्वाचन को लेकर चर्चा की और पार्टी के एजेंडे को लेकर भी वार्तालाप किया गया। इस दौरान सरवन कुमार मौर्य, विजय राजपूत, राम लखन, शिवप्रसाद, सबीदा बानो, शेरा, सुशीला शर्मा, गौरी, कार्तिकेय नाथ तिवारी, सतीश चौहान, ऋषि पाण्डेय, शशांक शर्मा, मोनू पाण्डेय, संदीप पाण्डेय, विशाल, दीपक, हिमांशू शुक्ला, अल्बर्ट आदि तमाम कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।