Ad
Search by Term. Or Use the code. Met a coordinator today? Confirm the Identity by badge# number here, look for BallotboxIndia Verified Badge tag on profile.
 Search
 Code
Searching...loading

Search Results, page of (About Results)

CERT-IN ने किया भारतीय गूगल क्रोम यूजर्स को सावधान, डिजिटल युग में मंडरा रहा साइबर अटैक का खतरा

Fake Information on Facebook – Broken democracies and Criminal Culpability on Facebook Owners, a Research

Fake Information on Facebook – Broken democracies and Criminal Culpability on Facebook Owners, a Research News and Media Coverage

ByDeepika Chaudhary Deepika Chaudhary   0

CERT-IN ने किया भारतीय गूगल क्रोम यूजर्स को सावधान, डिजिटल युग में मंडरा रहा साइबर अटैक का खतरा-

डिजिटल क्रांति के इस दौर में जहां एक ओर असीम संभावनाओं के लिए नए द्वार खुले हैं, वहीं उतने ही अधिक जोखिम और खतरे भी बढ़े हैं। डिजिटल युग के इन मुद्दों में साइबर सिक्योरिटी एक बड़ी आवश्यकता के तौर पर सामने आई है। प्रश्न यह उठता है कि जहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी साइबर अटैक से बच पाना सरल नहीं हैं, वहां क्या भारत में इंटरनेट यूजर्स पूरी तरह से सेफ हैं? आज डाटा चोरी के मामलों में भारत विश्व में पांचवें स्थान पर आता है। इंटरनेट का चलन जिस तरह देश में लगातार बढ़ रहा है और लोग गूगल क्रोम के जरिए अलग अलग वेबसाइट, सोशल मीडिया साइट्स, पोर्टल्स इत्यादि को एक्सेस कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों में डाटा प्रोटेक्शन को लेकर जागरूकता नहीं है।    

साइबर सिक्योरिटी से जुड़े इन्हीं अहम मुद्दों को सामने लाते हुए हाल ही में देश की मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इनफार्मेशन (MeitY)) की इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-IN) ने गूगल क्रोम के सभी यूजर्स को एक चेतावनी दी है, जिसका लेवल हाई बताया गया है। इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने तमाम गूगल क्रोम यूजर्स को जानकारी दी है कि गूगल क्रोम में बहुत से लूपहोल्स और वल्नरेबिलिटीज सामने आईं हैं, जिनसे किसी भी हैकर को आपके डिवाइस पर साइबर अटैक का मौका मिल सकता है। आइए विस्तार से जाने गूगल क्रोम, उससे जुड़े खतरों को और बचाव के तरीकों के बारे में.. 

क्या है गूगल क्रोम 

विश्व भर में इंटरनेट को ब्राउज़ करने के सबसे पॉपुलर विकल्पों में से एक है "गूगल क्रोम", जिसका संचालन शीर्ष इंटरनेट कंपनी गूगल द्वारा किया जाता है। भारत में करोड़ों इंटरनेट यूजर्स के लिए कंप्युटर, लैपटॉप और फोन में वेब ब्राउज़ का सबसे पसंदीदा माध्यम आज गूगल क्रोम है। यही लोकप्रियता इसे साइबर सैफ्टी के लिहाज से भी एक बड़ा संभावित खतरा बनाती है। 

CERT-IN ने किया भारतीय गूगल क्रोम यूजर्स को सावधान, डिजिटल युग में मंडरा रहा साइबर अटैक का खतरा-

Ad

CERT-In ने जारी की एडवाइजरी

इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम CERT-In ने गूगल क्रोम यूजर्स को अलर्ट करते हुए अपनी एडवाइजरी में बताया है कि गूगल क्रोम ब्राउजर के 98.0.4758.80 से पुराने वर्जन में बहुत से लूपहाल्स मिले हैं। यह टाइप कनफ्यूजन के कारण V8 में इस्तेमाल करने के लिए सेफ नहीं है, इसके साथ साथ पुराने वर्जन में वेब ऐप, यूजर इंटरफेस, स्क्रीन कैप्चर, थंबनेल टैब स्ट्रिप, फाइल एपीआई, रीडर मोड़, ऑटो-फिल, विंडो डायलॉग और डेवलपर्स टूल्स जैसी अनगिनत कमियां हैं। एजेंसी की ओर से जारी एडवाइजरी में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि इन वल्नरेबिलिटीज के चलते हैकर्स आपके डिवाइस से डाटा, बैंक डिटेल्स सहित कईं अहम जानकारियों को चुरा सकते हैं। चेतावनी के साथ साथ CERT-In ने यूजर्स को इन सिक्युरिटी बग्स और वल्नरेबिलिटीज से अपने डिवाइस को सुरक्षित रखने के संबंध में अहम उपाय भी सुझाए हैं। 

CERT-IN ने किया भारतीय गूगल क्रोम यूजर्स को सावधान, डिजिटल युग में मंडरा रहा साइबर अटैक का खतरा-

Ad

गूगल ने रोलआउट किया नया अपडेट

देश में साइबर सुरक्षा खतरों से यूजर्स को सुरक्षा मुहैया कराने वाली इस सरकारी एजेंसी ने गूगल क्रोम के पुराने वर्जन को तुरंत अपडेट करने की सलाह यूजर्स को दी है। राहत की बात यह है कि गूगल ने अपने नए क्रोम अपडेट में सिक्युरिटी से जुड़े 27 बग्स को फिक्स किया है और गूगल की ओर से भी आधिकारिक रूप से क्रोम के लेटेस्ट वर्जन को अपडेट करने की सलाह यूजर्स को दी गई है। जहां विंडोज के लिए यह वर्जन 98.0.4758.80/81/82 है, वहीं मैक (Mac) और लिनक्स (Linux) के लिए यह 98.0.4758.80 है।

कैसे करें अपने गूगल क्रोम को अपडेट 

Ad

गूगल क्रोम से जुड़े सिक्युरिटी फ़ैक्टर्स को जानने के बाद यूजर्स यह भी जानना चाहेंगे कि इन लूपहोल्स को फिक्स कैसे किया जा सकता है। हालांकि अभी तक बहुत से यूजर्स अपने डिवाइस में क्रोम को अपडेट कर चुके होंगे लेकिन अभी भी कुछ यूजर्स हैं जो क्रोम के नए वर्जन को अपडेट करने के तरीकों के बारे में नहीं जानते होंगे। उसके लिए आप दिए गए तरीकों को अमल में ला सकते हैं.. 

1. गूगल क्रोम पर राइट साइड में दिए गए तीन डॉटस पर क्लिक करें। 

2. इसके बाद नीचे लास्ट सेकंड में दिए गए "हेल्प" ऑप्शन पर क्लिक करें। 

3. हेल्प ऑप्शन के साथ आपको चार विकल्प मिलेंगे, जिसमें आपको सबसे ऊपर डीह रहे "अबाउट गूगल क्रोम" पर जाना हैं। 

4. अबाउट गूगल क्रोम में जाने पर आपको आपका क्रोम वर्जन दिखाई देखा और उसके नीचे ही अपडेट क्रोम का ऑप्शन आपके पास होगा, जिसे क्लिक करते ही आपके पास नया वर्ज़न अपडेट हो जाएगा।   

Leave a comment for the team.
रिसर्च को सब्सक्राइब करें

इस रिसर्च पर अपडेट पाने के लिए और इससे जुड़ने के लिए अपना ईमेल आईडी नीचे भरें.

ये कैसे कार्य करता है ?

start a research
जुड़ें और फॉलो करें

ज्यादा से ज्यादा जुड़े लोग, प्रतिभाशाली समन्वयकों एवं विशेषज्ञों को आकर्षित करेंगे , इस मुद्दे को एक पकड़ मिलेगी और तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद ।

start a research
संगठित हों

हमारे समन्वयक अपने साथ विशेषज्ञों को ले कर एक कार्य समूह का गठन करेंगे, और एक योज़नाबद्ध तरीके से काम करना सुरु करेंगे

start a research
समाधान पायें

कार्य समूह पारदर्शिता एवं कुशलता के साथ समाधान की ओर क़दम बढ़ाएगा, साथ में ही समाज में से ही कुछ भविष्य के अधिनायकों को उभरने में सहायता करेगा।

आप कैसे एक बेहतर समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं ?

क्या आप इस या इसी जैसे दूसरे मुद्दे से जुड़े हुए हैं, या प्रभावित हैं? क्या आपको लगता है इसपर कुछ कारगर कदम उठाने चाहिए ?तो नीचे फॉलो का बटन दबा कर समर्थन व्यक्त करें।इससे हम आपको समय पर अपडेट कर पाएंगे, और आपके विचार जान पाएंगे। ज्यादा से ज्यादा लोगों द्वारा फॉलो होने पर इस मुद्दे पर कार्यरत विशेषज्ञों एवं समन्वयकों का ना सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा, बल्कि हम आपको, अपने समय समय पर होने वाले शोध यात्राएं, सर्वे, सेमिनार्स, कार्यक्रम, तथा विषय एक्सपर्ट्स कोर्स इत्यादि में सम्मिलित कर पाएंगे।
समाज एवं राष्ट्र, जहाँ लोग कुछ समय अपनी संस्कृति, सभ्यता, अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझने एवं सँवारने में लगाते हैं। एक सोची समझी, जानी बूझी आवाज़ और समझ रखते हैं। वही देश संसार में विशिष्टता और प्रभुत्व स्थापित कर पाते हैं।
अपने सोशल नेटवर्क पर शेयर करें

हर छोटा बड़ा कदम मायने रखता है, अपने दोस्तों और जानकारों से ये मुद्दा साझा करें , क्या पता उन्ही में से कोई इस विषय का विशेषज्ञ निकल जाए।

क्या आपके पास कुछ समय सामजिक कार्य के लिए होता है ?

इस एक्शन ग्रुप के सहभागी बनें, एक सदस्य, विशेषज्ञ या समन्वयक की तरह जुड़ें । अधिक जानकारी के लिए समन्वयक से संपर्क करें और अपने बारे में बताएं।

क्या आप किसी को जानते हैं, जो इस विषय पर कार्यरत हैं ?
ईमेल से आमंत्रित करें
The researches on ballotboxindia are available under restrictive Creative commons. If you have any comments or want to cite the work please drop a note to letters at ballotboxindia dot com.

Code# 55019

ज़ारी शोध जिनमे आप एक भूमिका निभा सकते है.

Follow