CERT-IN ने किया भारतीय गूगल क्रोम यूजर्स को सावधान, डिजिटल युग में मंडरा रहा साइबर अटैक का खतरा
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Deepika Chaudhary 0
डिजिटल क्रांति के इस दौर में जहां एक ओर असीम संभावनाओं के लिए नए द्वार खुले हैं, वहीं उतने ही अधिक जोखिम और खतरे भी बढ़े हैं। डिजिटल युग के इन मुद्दों में साइबर सिक्योरिटी एक बड़ी आवश्यकता के तौर पर सामने आई है। प्रश्न यह उठता है कि जहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी साइबर अटैक से बच पाना सरल नहीं हैं, वहां क्या भारत में इंटरनेट यूजर्स पूरी तरह से सेफ हैं? आज डाटा चोरी के मामलों में भारत विश्व में पांचवें स्थान पर आता है। इंटरनेट का चलन जिस तरह देश में लगातार बढ़ रहा है और लोग गूगल क्रोम के जरिए अलग अलग वेबसाइट, सोशल मीडिया साइट्स, पोर्टल्स इत्यादि को एक्सेस कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों में डाटा प्रोटेक्शन को लेकर जागरूकता नहीं है।
क्या है गूगल क्रोम
विश्व भर में इंटरनेट को ब्राउज़ करने के सबसे पॉपुलर विकल्पों में से एक है "गूगल क्रोम", जिसका संचालन शीर्ष इंटरनेट कंपनी गूगल द्वारा किया जाता है। भारत में करोड़ों इंटरनेट यूजर्स के लिए कंप्युटर, लैपटॉप और फोन में वेब ब्राउज़ का सबसे पसंदीदा माध्यम आज गूगल क्रोम है। यही लोकप्रियता इसे साइबर सैफ्टी के लिहाज से भी एक बड़ा संभावित खतरा बनाती है।
CERT-In ने जारी की एडवाइजरी
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम CERT-In ने गूगल क्रोम यूजर्स को अलर्ट करते हुए अपनी एडवाइजरी में बताया है कि गूगल क्रोम ब्राउजर के 98.0.4758.80 से पुराने वर्जन में बहुत से लूपहाल्स मिले हैं। यह टाइप कनफ्यूजन के कारण V8 में इस्तेमाल करने के लिए सेफ नहीं है, इसके साथ साथ पुराने वर्जन में वेब ऐप, यूजर इंटरफेस, स्क्रीन कैप्चर, थंबनेल टैब स्ट्रिप, फाइल एपीआई, रीडर मोड़, ऑटो-फिल, विंडो डायलॉग और डेवलपर्स टूल्स जैसी अनगिनत कमियां हैं। एजेंसी की ओर से जारी एडवाइजरी में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि इन वल्नरेबिलिटीज के चलते हैकर्स आपके डिवाइस से डाटा, बैंक डिटेल्स सहित कईं अहम जानकारियों को चुरा सकते हैं। चेतावनी के साथ साथ CERT-In ने यूजर्स को इन सिक्युरिटी बग्स और वल्नरेबिलिटीज से अपने डिवाइस को सुरक्षित रखने के संबंध में अहम उपाय भी सुझाए हैं।
गूगल ने रोलआउट किया नया अपडेट
देश में साइबर सुरक्षा खतरों से यूजर्स को सुरक्षा मुहैया कराने वाली इस सरकारी एजेंसी ने गूगल क्रोम के पुराने वर्जन को तुरंत अपडेट करने की सलाह यूजर्स को दी है। राहत की बात यह है कि गूगल ने अपने नए क्रोम अपडेट में सिक्युरिटी से जुड़े 27 बग्स को फिक्स किया है और गूगल की ओर से भी आधिकारिक रूप से क्रोम के लेटेस्ट वर्जन को अपडेट करने की सलाह यूजर्स को दी गई है। जहां विंडोज के लिए यह वर्जन 98.0.4758.80/81/82 है, वहीं मैक (Mac) और लिनक्स (Linux) के लिए यह 98.0.4758.80 है।
कैसे करें अपने गूगल क्रोम को अपडेट
गूगल क्रोम से जुड़े सिक्युरिटी फ़ैक्टर्स को जानने के बाद यूजर्स यह भी जानना चाहेंगे कि इन लूपहोल्स को फिक्स कैसे किया जा सकता है। हालांकि अभी तक बहुत से यूजर्स अपने डिवाइस में क्रोम को अपडेट कर चुके होंगे लेकिन अभी भी कुछ यूजर्स हैं जो क्रोम के नए वर्जन को अपडेट करने के तरीकों के बारे में नहीं जानते होंगे। उसके लिए आप दिए गए तरीकों को अमल में ला सकते हैं..
1. गूगल क्रोम पर राइट साइड में दिए गए तीन डॉटस पर क्लिक करें।
2. इसके बाद नीचे लास्ट सेकंड में दिए गए "हेल्प" ऑप्शन पर क्लिक करें।
3. हेल्प ऑप्शन के साथ आपको चार विकल्प मिलेंगे, जिसमें आपको सबसे ऊपर डीह रहे "अबाउट गूगल क्रोम" पर जाना हैं।
4. अबाउट गूगल क्रोम में जाने पर आपको आपका क्रोम वर्जन दिखाई देखा और उसके नीचे ही अपडेट क्रोम का ऑप्शन आपके पास होगा, जिसे क्लिक करते ही आपके पास नया वर्ज़न अपडेट हो जाएगा।