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स्वामी सानंद का गंगा स्वप्न, सरकार और समाज
20 जुलाई, 1932 को जन्मे प्रो. गुरुदास अग्रवाल जी ने 11 अक्तूबर, 2018 को अपनी देहयात्रा पूरी की। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ज़िला मुजफ्फरनगर के कांधला में जन्मे। उत्तराखण्ड के ज़िला ऋषिकेश के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में उन्होने अंतिम सांस ली। उनकी एक पहचान 'जी डी' के रूप में है और एक स्वामी श्री ज्ञानस्वरूप सानंद के रूप में। गंगा की अविरलता के अपने संघर्ष को धार देने के लिए उन्होने शारदापीठ एवम् ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी श्री अविमुक्ते Read more...
हिंडन माटी : सरकार और समाज के संयुक्त प्रयासों से अविरल होगी हिंडन नदी
कल नहीं आज और आज नहीं अब.......इसी भाव के साथ मेरठ के मण्डलायुक्त डा. प्रभात कुमार के साथ मिलकर जुलाई 2018 को हिण्डन नदी को बदहाली से उभारने का साहसी निर्णय लिया गया था। उस बीज रूपी निर्णय से निर्मल हिण्डन कार्यक्रम जन्मा, जिसने लगभग एक वर्ष का सफर तय करके हिण्डन सेवा के रूप में समाज और सरकार के समन्वय का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। हिण्डन सेवा का कार्य इस सोच के साथ प्रारम्भ किया गया था कि हिण्डन व उसकी सहायक नदियों को समाज के सहयोग से गंदगी मुक्त करना है। किसी पर भी हिण्डन सेवा में भाग लेने Read more...
काली नदी सेवा – दो अक्टूबर से मेरठ में आरम्भ किया जाएगा काली नदी स्वच्छता अभियान
नीर फाउंडेशन पिछले करीब एक दशक से गंगा की प्रमुख सहायक नदी काली पूर्वी के सुधार हेतु प्रयासरत है। यह नदी मुजफ्फरनगर जनपद से प्रारम्भ होकर मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, एटा फरूर्खाबाद, कासगंज तथा अंत में कन्नौज जनपद में जाकर गंगा नदी में समाहित हो जाती है। इस नदी की कुल लम्बाई करीब 500 किलोमीटर है तथा इसके दोनों ओर करीब 1200 गांव बसे हुए हैं। नीर फाउंडेशन द्वारा रिसर्च एण्ड रिलीफ सहित विभिन्न संगठनों के सहयोग से आगामी एक अक्टूबर से नदी सफाई का वृहद कार्यक्रम प्रारम्भ करने जा रहा है। इस कार्यक्रम Read more...
Study on performance evaluation of STPs in Lucknow and Issues of wastewater sustainability
Sustainable water and Sanitation : Best management practices - "Potential and Challenges" Around 85% of the land area of Lucknow City is situated on the Central Ganga alluvial plain and stretches across both banks of the Gomti River.1. Gomti River flows from NW to SE through the heart of the city. 2. Cis-Gomti side are comparatively lower than the areas on Trans-Gomti side. 3. 26 drains join the river, 14 drains from cis-Gomti and 12 drains from trans-Gomti side. 4. Out of 14 cis-Gomti side drai Read more...
अब कहां जाएगा 111 मिलियन टन कचरा ? : चीन के ग्रीन फेंस अधिनियम से पनपी विश्वव्यापी अपशिष्ट समस्या
वर्ष 1992 से 2017 तक विश्व के सबसे बड़े अपशिष्ट आयातक देश चीन ने विश्व भर के लगभग 106 मिलियन टन पुराने बैग, प्लास्टिक बोतलें, रैपर, कंटेनर इत्यादि कचरे का आयात रिसाइकिल के लिए किया, जिसकी कीमत $57.6 बिलियन थी. नव वर्ष 2018 के आगमन के साथ ही चीन की सरकार ने यह घोषणा भी कर दी कि वें पर्यावरण और अपने नागरिकों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं और इसी के चलते जनवरी से ही रिसाइकिल के लिए आने वाली प्लास्टिक एवं 20 अन्य प्रकार की वस्तुओं के आयात पर पूरी तरह से रोक लगा दी गयी. विश्वव्यापी सरकारों को कचरा आय Read more...
मेरठ में जागरूक होते किसान – पराली जलाना छोड़, जैविक खाद निर्माण की ओर कर रहे पहल
स्वच्छ वायु में श्वास लेना सभी का अधिकार है, लेकिन वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए सकारात्मक उपाय करना भी सभी के लिए उतना ही जरूरी और प्राथमिक जिम्मेदारी है. आज देश को प्रदूषण रहित बनाने में किसान, पर्यावरणविद, नदी-संरक्षक, समाज सेवक आदि आगे बढ़कर पहल कर रहे हैं और प्रदूषण के मानकों पर केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की पैनी नजर भी रहती है.वायु की गुणवत्ता की रिपोर्ट केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हाल ही में जारी की, जिसके मुताबिक देश के 12 सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में से 10 शहर उत्तर प्रदेश Read more...
हिंडन को जाने: भाग-1 - हिंडन की देह
किसी जल प्रवाह को जानना, उसकी देह को जानने जैसा ही है। जिस देह के बारे में हम यहां लिख रहे हैं, उसे कभी किसी ने हरनेन्द्री कहा, तो कभी किसी ने हरिनन्दी... हरनन्दी यानी शिव का नन्दी। इसीलिए हरनन्दी को नदी नहीं, नद्य कहना उचित होगा। यदि नदी या नद्य के उद्गम को उसका चरण मानें, तो हरनन्दी के चरण वहां स्थित हैं, जहां कभी स्वर्ग धरती से मिलने आया करता था और धरती की संतानें परम पिता से मिलने सशरीर स्वर्ग जाया करते थे: हरिद्वार और सहारनपुर। एक शैव क्षेत्र का प्रवेश द्वार, तो दूसरा शिव के नंदी का आसन। य Read more...
मामौर झील, कैराना – कायाकल्प की तैयारी
‘मामौर’ झील जो कि कैराना क्षेत्र व वहां के लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं थी, वह आज उनके लिए चिंता का विषय बनी हुई है. निर्मल हिंडन कार्यक्रम के तहत उत्तर- प्रदेश के शामली जनपद के कैराना क्षेत्र में स्थित मामौर झील का प्रशासन द्वारा कायाकल्प करने का निर्णय लिया गया है. यह झील गंदे, दूषित जल व ओवरफ्लो के कारण पिछले कई वर्षों से ग्रामवासियों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है, मामौर झील का जलस्तर बढ़ने से अक्सर किसानों के खेत जलमग्न हो जातें हैं व फसलें भी नष्ट हो जातीं हैं, जिस कारण क्षेत्र Read more...
पानी प्रणय पक्ष
आतुर जल बोला माटी सेमैं प्रकृति का वीर्य तत्व हूं,तुम प्रकृति की कोख हो न्यारी।इस जगती का पौरुष मुझमें,तुममें रचना का गुण भारी।नर-नारी सम भोग विदित जस,तुम रंग बनो, मैं बनूं बिहारी।आतुर जल बोला माटी से...न स्वाद गंध, न रंग तत्व,पर बोध तत्व है अनुपम मेरा।भूरा, पीला, लाल रज सुंदर,कहीं चांदी सा रंग तुम्हारा।जस चाहत, तस रूप धारतीकितनी सुंदर देह तुम्हारी।आतुर जल बोला माटी से...चाहे इन्द्ररूप, चाहे ब्रह्मरूप, चाहे वरुणरूप,जो रूप कहो सो रुप मैं धारूं।जैसा रास तुम्हे हो प्रिय,तैसी कहो करुं तैयारी।करता हू Read more...
मैं देवदार का घना जंगल
मैं देवदार का घना जंगल,गंगोत्री के द्वार ठाड़ा,शिवजटा सा गुंथा निर्मलगंग की इक धार देकर,धरा को श्रृंगार देकर,जय बोलता उत्तरांचल की,चाहता सबका मैं मंगल,मैं देवदार का घना जंगल....बहुत लंबा और ऊंचा,हिमाद्रि से बहुत नीचा,हरीतिमा पुचकार बनकर,खींचता हूं नीलिमा को,मैं धरा के बहुत नीचे, सींचता हूं खेत को भी,फूटते तब झरने निर्मल,मैं देवदार का घना जंगल...याद है पदचाप मीठी,गंग की बारात अनूठी,कोई नौना और ब्योली,कोई सिर पर फाग बांधे,कोई लिए लकुटी उमर की, बन घराती आस्था कागान गाता हूं मैं मंगल,मैं देवदार का घन Read more...
New UP CM Yogi Adityanath seen upset with the Gomti Riverfront Development project
Uttar Pradesh's new and seemingly energetic Cheif minister Mr. Yogi Aditya nath on his visit to Gomti Riverfront in Lucknow on Monday(27/03/2017) looked disappointed and distressed with the over expensive project. He was infuriated with the progress of the mammoth project over which more than Rs 1400 crores have been spent till date and only 60% of the work is possibly accomplished. He looked unhappy and stated that the objective of the project should have been cleaning the river and blocking Read more...
निर्मल हिंडन सेवा कार्यक्रम : पुरा महादेव में हिंडन नदी को स्वच्छ बनाने के लिए लोगों ने किया श्रमदान
कौन कहता है कि आसमान में सुराख नहीं होता जरा एक पत्थर तो तबियत से उछाल कर देखिये, इन पंक्तियों का चरितार्थ स्वरुप रविवार, 22 अप्रैल को बागपत के एतिहासिक पुरामहादेव हिंडन पुल के सामने देखने को मिला. जब पवित्र हिंडन नदी को उसका खोया हुआ स्वरुप लौटने के प्रयास में एक साथ हजारों हाथ आगे बढें और नदी का दम घोंट देने वाली जलकुम्भी व कूड़े करकट को निकाल हिंडन को प्रदुषण मुक्त बनाने की ओर एक सार्थक कदम बढ़ाया. अनगिनत सभ्यताओं को जीवन देने वाली नदियां आज स्वयं के जीवन की लड़ाई लड़ रही है ऐसे में आवश्यकता थी ए Read more...
कृष्णी नदी, शामली में आयोजित तितली विविधता कार्यक्रम
ग्रामीण स्तर पर जैव विविधता के अंतर्गत प्रवासी पक्षियों व तितलियों को लेकर छात्रों के मध्य जागरूकता का प्रसार करने हेतु तथा जल संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कृष्णी नदी के बेसिन में तितलियों की विविधता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम निर्मल हिंडन जैव विविधता संरक्षण समूह शामली के तत्वाधान में आयोजित हुआ. कार्यक्रम के अंतर्गत सिल्वरबेल्ट्स स्कूल के जिज्ञासु छात्रों के समूह, शामली के जिला क्षेत्रीय अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी नरेश चन्द्र, निर्मल हिंडन कार्याधिकारी डी. वी. कपिल Read more...
जल्द ही होगा काली नदी का तकनीकी निरीक्षण – नीर फाउंडेशन के आग्रह पर जल शक्ति मंत्रालय ने उठाया कदम
बीते कईं वर्षों से प्रदूषण की मार झेल रही काली नदी के जीर्णोद्धार के लिए मार्ग दिखने लगा है, इस नदी के प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नीर फाउंडेशन की मांग पर भारत सरकार के राष्ट्रीय मिशन फॉर क्लीन गंगा की प्रोजेक्ट डायरेक्टर अशोक कुमार ने हाल ही में काली नदी के तकनीकी परिक्षण के लिए चार सदसिय टीम गठित करने का निर्णय लिया है. बता दें कि काली नदी में बढ़ते प्रदूषण के चलते इसे सीपीसीबी ने देश की तीसरी सबसे प्रदूषित और उत्तर प्रदेश की सबसे प्रदूषित नदी करार दिया है. इससे पूर्व भी काली नदी को लेकर किये गए Read more...
अपने लाइफस्टाइल को इको फ्रेंडली बनाएं, ग्लोबल वार्मिंग के कहर से धरती को बचाएं
हम बदलेंगे, युग बदलेगा। हम सुधरेंगे, युग सुधरेगा। यह उक्ति इस जहान की तमाम समस्याओं का समाधान करने में सक्षम है। वर्तमान में जलवायु परिवर्तन की विश्वव्यापी समस्या से सभी कराह रहे हैं, क्योंकि अगर समाधान की दिशा में गंभीरता से आगे नहीं बढ़ा गया तो आने वाले तीन दशकों में यह समस्या विकराल रूप धारण कर लेगी। समस्या के मूल में वातावरण के अंदर ग्रीनहाउस गैसों की अधिकता व लगातार बढ़ता कार्बन उत्सर्जन है।2050 तक डूब जाएगी मुंबईइस सप्ताह अतंरराष्ट्रीय पत्रिका नेचर कम्युनिकेशन जर्नल में प्रकाशित इस खबर ने सब Read more...
निर्मल हिंडन की मुहीम, उद्योगों के डिस्चार्ज पर पैनी नज़र
उद्योगों के नमूने एकत्र किए गए निर्मल हिण्डन कार्यक्रम के तहत पूर्व केंद्रीय मंत्री डा0 संजीव बालियान की पहल पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण विभाग व निर्मल हिण्डन की टीम ने आज मुजफ्फरनगर जनपद के कुछ उद्योगों से निकलने वाले पानी के नमूने को जांच के लिए एकत्र किया। आपको बता दे कि हिण्डन में फैले प्रदूषण का एक बड़ा कारण औद्योगिक कचरा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री डा0 संजीव बालियान की पहल गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर जनपद में उद्योगों से निकलने वाले तरल गैर-शोधित कचरे के नालों को लगातार देखा जा रहा था तथा उन Read more...
वनीकरण और जनसहभागिता
पर्यावरण के विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों में धरती के अस्तित्व को संकटग्रस्त कर दिया है। यदि इस पर प्रभावी नियंत्रण न किया गया तो आगामी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित नही है। एकांगी भौतिक विकास हमारे लिये तब तक आत्मघाती है जब तक वह शुद्ध प्राण वायु एवं पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं करता। भौतिक विकास की पराकाष्ठा तक पहुॅंचकर प्राण वायु एवं पेय जल के अभाव में घुट- घुट कर मरने की कल्पना बड़ी भयावह है। प्रदूषण की समस्या मानवताघाती है। इस सम्बन्ध में कुछ सुझाव निम्न प्रकार हैं-1. कृषि वानिकी- कृषि वानिकी का Read more...
CM Yogi Adityanath's visit to Gomti Riverfront and upheaval of hidden facts
Gomti river flows through the heart of capital city Lucknow and it is the place where this river as suffered maximum destruction. Power came and went by and used river gomti as a resource of money minting but none of them gave heed to what was transpiring through the river. River is dying a slow death.Recently throned CM Mr. Yogi Adityanath on his visit to Gomti Riverfront expressed disappointment and distress with the work progression. In his inspection of Gomti riverfront development, he was a Read more...
जाने वायु प्रदूषण को और उसे रोकने के उपाय
Representational imageवायु प्रदूषण- मानव को प्रकृति प्रदत्त एक निःशुल्क उपहार मिला है और वह है- वायु। यह उपहार सभी जीवों का आधार है। मानव बिना भोजन एवं बिना जल के कुछ समय भले ही व्यतीत कर ले, बिना वायु के वह दस मिनट भी जीवित नहीं रह सकता। यह अत्यन्त चिन्ता का विषय है कि प्रकृति प्रदत्त जीवनदायिनी वायु लगातार जहरीली होती जा रही है। शहरों का असीमित विस्तार, बढ़ता औद्योगिकीकरण, परिवहन के साधनों में लगातार वृद्धि तथा विलासिता की वस्तुएं (जैसे-एयरकन्डीशनर, रेफ्रिजरेटर आदि) वायु प्रदूषण को लगातार बढ़ाव Read more...
देश की प्राचीन प्राकृतिक संस्कृति और उसमे छिपे प्रकिति को सहेजने के सत्य
Representational Imageभारत देश की सस्ंकृति वस्तुतः अरण्य सस्ंकृति है। प्राचीन काल में सभी ऋषि मुनि वन क्षेत्रों में ही निवास करते थे। इन ऋषि मुनियों के आश्रम ही उस समय शिक्षा के प्रमुख केंद्र थे। प्रकृति की गोद में स्थित इन्ही आश्रमों से निकल कर ज्ञान का दिव्य प्रकाश पूरे विश्व को आलोकित करता था। सभी विद्यार्थियों को इन्हीं आश्रमों में प्रारम्भिक पाठशाला के स्तर से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक की पूर्ण शिक्षा दी जाती थी। वन परिसर में शिक्षा प्राप्त करने के कारण स्वाभाविक रूप से विद्यार्थियों के अन Read more...