काली नदी सेवा – दो अक्टूबर से मेरठ में आरम्भ किया जाएगा काली नदी स्वच्छता अभियान
Leave a comment for the team.
रिसर्च को सब्सक्राइब करें
इस रिसर्च पर अपडेट पाने के लिए और इससे जुड़ने के लिए अपना ईमेल आईडी नीचे भरें.
ये कैसे कार्य करता है ?

जुड़ें और फॉलो करें
ज्यादा से ज्यादा जुड़े लोग, प्रतिभाशाली समन्वयकों एवं विशेषज्ञों को आकर्षित करेंगे , इस मुद्दे को एक पकड़ मिलेगी और तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद ।

संगठित हों
हमारे समन्वयक अपने साथ विशेषज्ञों को ले कर एक कार्य समूह का गठन करेंगे, और एक योज़नाबद्ध तरीके से काम करना सुरु करेंगे

समाधान पायें
कार्य समूह पारदर्शिता एवं कुशलता के साथ समाधान की ओर क़दम बढ़ाएगा, साथ में ही समाज में से ही कुछ भविष्य के अधिनायकों को उभरने में सहायता करेगा।
आप कैसे एक बेहतर समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं ?
क्या आप इस या इसी जैसे दूसरे मुद्दे से जुड़े हुए हैं, या प्रभावित हैं? क्या आपको लगता है इसपर कुछ कारगर कदम उठाने चाहिए ?तो नीचे फॉलो का बटन दबा कर समर्थन व्यक्त करें।इससे हम आपको समय पर अपडेट कर पाएंगे, और आपके विचार जान पाएंगे। ज्यादा से ज्यादा लोगों द्वारा फॉलो होने पर इस मुद्दे पर कार्यरत विशेषज्ञों एवं समन्वयकों का ना सिर्फ़ मनोबल बढ़ेगा, बल्कि हम आपको, अपने समय समय पर होने वाले शोध यात्राएं, सर्वे, सेमिनार्स, कार्यक्रम, तथा विषय एक्सपर्ट्स कोर्स इत्यादि में सम्मिलित कर पाएंगे।
समाज एवं राष्ट्र, जहाँ लोग कुछ समय अपनी संस्कृति, सभ्यता, अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझने एवं सँवारने में लगाते हैं। एक सोची समझी, जानी बूझी आवाज़ और समझ रखते हैं। वही देश संसार में विशिष्टता और प्रभुत्व स्थापित कर पाते हैं।
अपने सोशल नेटवर्क पर शेयर करें
हर छोटा बड़ा कदम मायने रखता है, अपने दोस्तों और जानकारों से ये मुद्दा साझा करें , क्या पता उन्ही में से कोई इस विषय का विशेषज्ञ निकल जाए।
क्या आपके पास कुछ समय सामजिक कार्य के लिए होता है ?
इस एक्शन ग्रुप के सहभागी बनें, एक सदस्य, विशेषज्ञ या समन्वयक की तरह जुड़ें । अधिक जानकारी के लिए समन्वयक से संपर्क करें और अपने बारे में बताएं।
By
Raman Kant Contributors
Rakesh Prasad 17
नीर फाउंडेशन पिछले करीब एक दशक से गंगा की प्रमुख सहायक नदी काली पूर्वी के सुधार हेतु प्रयासरत है। यह नदी मुजफ्फरनगर जनपद से प्रारम्भ होकर मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, एटा फरूर्खाबाद, कासगंज तथा अंत में कन्नौज जनपद में जाकर गंगा नदी में समाहित हो जाती है। इस नदी की कुल लम्बाई करीब 500 किलोमीटर है तथा इसके दोनों ओर करीब 1200 गांव बसे हुए हैं।
नीर फाउंडेशन द्वारा रिसर्च एण्ड रिलीफ सहित विभिन्न संगठनों के सहयोग से आगामी एक अक्टूबर से नदी सफाई का वृहद कार्यक्रम प्रारम्भ करने जा रहा है। इस कार्यक्रम को पांच चरणों में विभाजित किया गया है। नदी सेवा का यह पहला चरण होगा। पहले चरण में किला परीक्षितगढ़ रोड़ पर भावनपुर-गांवड़ी के निकट काली नदी की सफाई का कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। प्रत्येक चरण में सफाई हेतु नदी की दूरी पांच किलोमीटर तय की गई है। काली नदी को लेकर दो स्तरों से कार्य प्रारम्भ किया जा रहा है। पहले स्तर में उद्गम स्थल मुजफ्फरनगर जनपद के अंतवाड़ा गांव में करीब 150 हेक्टेयर की झील का निर्माण करना व मुजफ्फरनगर जनपद में नदी की कुल दूरी 14 किलोमीटर को साफ करना है जबकि दूसरे स्तर में मेरठ जनपद में नदी के प्रारम्भ से लेकर मेरठ की सीमा से नदी के बाहर निकलने तक करीब 25 किलोमीटर की दूरी का साफ करना है। एक अक्टूबर से प्रारम्भ हो रहे नदी सफाई के इस कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों, किसानों, छात्रों व विषय विशेषज्ञ शामिल होंगे। यह कार्यक्रम स्थानीय प्रशासन के सहयोग से प्रारम्भ किया जाएगा।
गौरतलब है कि नीर फाउंडेशन द्वारा डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के सहयोग से नदी का तकनीकी अध्ययन किया जा चुका है। इस अध्ययन को तत्कालीन केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा सुधार मंत्राल की मंत्री सुश्री उमा भारती को सौंपा गया था। उस रिपोर्ट के आधार पर ही इसको नमामि गंगे योजना में शामिल किया गया था। इसके अतिरिक्त नदी किनारे के गांवों में भूजल के प्रदूषित हो जाने के परिणामरूपरूप वहां पनप रही गंभीर जानलेवा बीमारियों का एक सर्वे कराकर पूर विषय को माननीय राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के समक्ष रखा गया था। माननीय राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने सरकार को आदेशित किया था कि नदी किनारे के सभी गांवों के हैण्डपम्पों के पानी के नमूनों का परीक्षण कराकर प्रदूषित पानी देने वाले हैण्डपम्पों को उखाड़ कर गांव में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की जाए। नदी के उद्गम पर झील बनाने की पहल भी संगठन द्वारा जुलाई माह में प्रारम्भ की गई थी।
दो अक्टूबर से प्रारम्भ होने वाले नदी सेवा के कार्य में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व डीजीपी श्री आर एन सिंह, मेरठ के सांसद श्री राजेन्द्र अग्रवाल, किठौर विधायक श्री सत्यवीर त्यागी, लोकदल के जिलाध्यक्ष श्री राहुल देव, रिसर्च एण्ड रिलीफ सोसाइटी के निदेशक श्री नवीन प्रधान, गांव-100 समूह के श्री राजीव त्यागी, नेहरू युवा केंद्र, सेवा भारती, नारायण फाउंडेशन, कदम फाउंडेशन, सारथी सोसाइटी, अरूणोदय, सिविल डिफेंस, आर्य समाज, शांतिकुन्ज, रोटरी क्लब, बीडीएस इंस्टीटयूट के छात्रों सहित बड़ी संख्या में गांवड़ी, छिलौरा, भावनपुर व औरंगाबाद आदि गांवों के किसान व स्वयं सेवक भाग लेंगे।
नदी सेवा की खास बातें :
1. एक अक्टूबर से लगातार चलेगा सफाई कार्यक्रम
2. मुजफ्फरनगर से हापुड़ की सीमा में प्रवेश करने तक नदी सफाई का होगा प्रयास
3. सरकार व नेशनल गंगा विकास प्राधिकरण के नुमाइंदे होंगे शामिल
4. सरकार व समाज के सामुहिक प्रयास से होगा कार्य
5. किसान, सामाजिक कार्यकर्ता व छात्र होंगे शामिल
6. पांच चरणों में होगा कार्य पूर्ण
7. पहले चरण में पांच किलोमीटर नदी की होगी सफाई
(रमन कान्त त्यागी)
निदेशक
9411676951