नाम : सौरभ सिंह
पद : पार्षद प्रतिनिधि (निर्दलीय), हिंद नगर, वार्ड - 28 (लखनऊ)
नवप्रवर्तक कोड :
परिचय -
मूलरूप से सौरभ सिंह लखनऊ के गाँव बल्दीखेड़ा के रहने वाले हैं. ग्रेजुएशन तक शिक्षा ग्रहण करने के बाद उनका रुझान राजनीति की ओर बढ़ गया. वस्तुतः वह खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते थे, परन्तु पारिवारिक हस्तक्षेप के कारण उन्हें पीछे हटना पड़ा. वर्तमान में महिला सीट से उनकी पत्नी नेहा सिंह लखनऊ के हिन्द नगर वार्ड से पार्षद के रूप में कार्य कर रही हैं और सौरभ सिंह बतौर पार्षद प्रतिनिधि स्थानीय विकास कार्यों में उनका सहयोग कर रहे हैं.
राजनीति में आगमन
समाज में फैली असमानता को देखते हुए उन्होंने सामाजिक रूप से प्रताड़ित करने वालों के खिलाफ मोर्चा उठाने का निश्चय किया एवं दबंगई करने वालों के खिलाफ खड़े होकर राजनीति की ओर कदम बढ़ाने का प्रयास किया. 27 वर्ष की आयु में अपने वार्ड से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले युवा के रूप में सौरभ सिंह का मुकाबला अन्य 33 प्रत्याशियों के साथ था, जिसमें विजयी होकर उन्होंने पार्षद का कार्यभार संभाला.
अगले चुनावों में महिला
प्रत्याशी के पद पर पत्नी को चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया, जिसमें उन्हें विजय
भी हासिल हुई. प्रारम्भ से ही घर का कोई व्यक्ति राजनीति में नहीं था, इस क्षेत्र
में पहला कदम रख कर सौरभ सिंह ने अपना भविष्य स्वयं चुना, जिसमें पारिवारिक सहयोग भी
उन्हें प्राप्त हुआ.
समाज की अगुवाई
युवा नेता के तौर पर सौरभ सिंह का मानना है कि समाज की अगुवाई करने की सोच व्यक्ति के अंतर्मन में निहित होती है. नौजवान स्वयं ही निर्णय ले सकता है कि वह इस क्षेत्र में कुछ बेहतर कर सकते हैं अथवा नहीं. यदि वास्तविकता में अन्याय के खिलाफ लड़ने की इच्छाशक्ति हो तो राजनीति के जरिये समाज निर्माण का कार्य करना सरल हो जाता है. वह भी वर्तमान में बहुत से सामाजिक कार्यों का निर्वहन कर रहे हैं, जिनमें विद्यार्थियों को शैक्षिक स्तर पर प्रोत्साहित करना सर्वप्रमुख है, साथ ही वह पर्यावरण सम्बन्धी कार्यक्रमों में भी भागीदारी अंकित कराते रहते हैं.
‘सर्वसमाज को साथ लेकर आगे
बढ़ने के लिए राजनीति का मार्ग बेहतर माना जाता है’, इसी विचारधारा को लेकर सौरभ सिंह राजनीति में आगे आये और जनहित के कार्य करने की ओर तत्पर हो गए.
संपन्न कार्य -
हिन्द नगर वार्ड से लगने वाले ग्राम की सभी प्राथमिक व्यवस्थाओं के लिए सौरभ सिंह सदैव कार्यशील रहते हैं, जिसके चलते उन्होंने बिजली आपूर्ति, सीवर तथा जल निकासी की व्यवस्था के लिए लगातार कार्य किये हैं. वार्ड में बिजली आपूर्ति के लिए भी वह कार्य करते रहते हैं.
क्षेत्र के विकास के लिए सौरभ सिंह ने अन्य कार्यकर्ताओं के साथ मिल कर धरना भी दिया, जिसका कारण लोगों को उचित व्यवस्था नहीं मिल पाना था. विकास कार्यों के क्रम में उन्होंने विद्युत आपूर्ति के लिए एलइडी लाईटों की उपलब्धता करवाई. साथ ही जल समस्या को खत्म करने के लिए क्षेत्र में सबमर्सिबल लगवाए. वह स्वच्छता का कार्य करने के लिए उचित व्यवस्थाएं न मिल पाने के चलते कुछ न कर पाने में असमर्थ हैं, उन्होंने इस समस्या के लिए सरकार से भी अपील की है.
राष्ट्रहित की बात
उनका मानना है कि युवाओं को रोजगार बड़े स्तर पर उपलब्ध होने चाहिए और देश से आतकंवाद को ख़त्म करने का प्रयास भी सरकार को करना चाहिए. देश को प्रगतिशील बनाने के मार्ग की सबसे बड़ी अवरुद्धता यानि भ्रष्टाचार को भी जड़ से समाप्त करने का प्रयास भी निरंतर होना चाहिए.
इसके अतिरिक्त सौरभ सिंह कहते हैं कि पार्षद के रूप में जो व्यक्ति विकास का सारा कार्य करता है, उसे सरकार की ओर से कोई विशेष सुविधा नहीं दी जाती, वहीं इसके विपरीत बड़े-बड़े नेता केवल बयानबाजी करते हैं, फिर भी उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती हैं. देश में जब तक वास्तविक रूप से कार्य करने वालों को सुविधासम्पन्न नहीं बनाया जाएगा, तब तक देश सही मायनों में विकसित नहीं हो सकता है.
वैश्विक परिदृश्य में भारत
सौरभ सिंह का मानना है कि देश के युवा अपने लक्ष्य को प्राप्त करें, इसके लिए सदैव सरकार को प्रयत्नशील रहना चाहिए. उनके अनुसार युवा राष्ट्र की वह शक्ति है, जो देश को वास्तव में वैश्विक पटल पर आगे ले जा सकती है. इसके अतिरिक्त हमें अतिथि देवो भवः के संस्कार पर भी अडिग होकर सभी विदेशियों का आदर सम्मान करना चाहिए एवं सबके साथ सामंजस्य बनाकर चलने की कोशिश करनी चाहिए.