नाम – संदीप कुमार श्रीवास्तव
पद – पार्षद (भाजपा), रमरेपुर वार्ड 35 (वाराणसी)
नवप्रवर्तक कोड –
परिचय –
स्वयंसेवक के सदस्य रूप में अपने सामाजिक सफ़र की शुरूआत करने वाले संदीप कुमार श्रीवास्तव बचपन से ही शाखा से जुड़े हुए हैं. वह वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से पार्षद हैं तथा उनका कार्यक्षेत्र वाराणसी जिले का वार्ड – 35, रमरेपुर है. उन्होंने बीसीए व एमबीए किया हुआ है. उनके पिता जी भी संघ में थे तथा अपने पिता के ही मार्गदर्शन व प्रेरणा से ही संदीप कुमार ने भी सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखा.
राजनीतिक पदार्पण –
लम्बे अरसे से राजनीति से जुड़े संदीप कुमार के मुताबिक, उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बाद भाजपा के सक्रिय सदस्य के रूप में अपने राजनीतिक सफ़र की शुरूआत की. इसके अलावा वह किसान मोर्चा में महानगर मंत्री भी रहे. संदीप कुमार की मेहनत को देखते हुए पार्टी ने 2017 में उन्हें पार्षदी का टिकट दिया. जिसके बाद क्षेत्र की जनता के समर्थन के फलस्वरूप वह पार्षद निर्वाचित हुए.
क्षेत्रीय मुद्दें –
संदीप कुमार के अनुसार, उनके पार्षद बनने से पहले उनका वार्ड कई समस्याओं से ग्रस्त था. वार्ड में बिजली, पानी, सीवर, रोशनी आदि की उचित व्यवस्था नहीं थी. पार्षद बनने के बाद से वह इन सभी मुद्दों पर कार्य करा रहे हैं, किन्तु अभी भी कुछ ऐसी कॉलोनियां हैं, जिनमें विकास कार्य बाकी है. वहीं पेयजल व सड़क की समस्या अभी भी बनी हुई है, जिस पर वह संबंधित अधिकारियों से बात करके अपने स्तर से कार्य करा रहे हैं.
प्रमुख कार्य –
बतौर एक जनप्रतिनिधि अपने वार्ड में कराए गए कार्यों को लेकर संदीप कुमार का कहना है कि उन्होंने पार्षद बनने के बाद अपने वार्ड में पिछली सरकारों के लम्बित कार्य आगे बढ़ाने का कार्य किया. इसके अलावा सीवर की समस्या को वह 75 प्रतिशत तक हल कर चुके हैं, हालांकि 25 प्रतिशत कार्य अभी बाकी है. इसके अलावा वार्ड के अन्य मुद्दों पर कार्य जारी है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार –
संदीप कुमार के अनुसार, केन्द्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा कार्य कर रही है. हाल ही में अनुच्छेद 370 को समाप्त करके सरकार ने देश का सबसे बड़ा मुद्दा समाप्त कर दिया, किन्तु वर्तमान में आर्थिक मंदी की संभावनाएं दिख रही हैं तथा युवाओं को पर्याप्त नौकरियां नहीं मिल पा रहीं. जो कि देश के विकास के पथ में एक ऐसा मुद्दा है, जिसका जल्द से जल्द समाधान निकाले जाने की आवश्यकता है.