नाम : रामनरेश चौरसिया
पद : सपा पार्षद, कन्हैया माधव प्रथम वार्ड 37 (लखनऊ)
नवप्रवर्तक कोड : 71183170
वेबसाईट : ramnareshchaurasiya.in
परिचय –
रामनरेश चौरसिया एक राजनीतिक नवप्रवर्तक हैं, जो लखनऊ के 37 कन्हैया माधव प्रथम वार्ड से पूर्व पार्षद हैं, वर्तमान में इनकी पत्नी रामकांति चौरसिया पार्षद के पद पर क्रियाशील हैं. वे वर्ष 1988 में लखनऊ आये थे तथा उनकी शिक्षा- दीक्षा इसी शहर में संपन्न हुई है. समाज कल्याण के उद्देश्य से वह हमेशा से ही क्षेत्र के लोगों से संपर्क बनाये रखते हैं. वह सबसे पहले वर्ष 2012 के निकाय चुनाव में पार्षद के पद पर चुनावों में खड़े हुए, जिसमें उन्हें भारी मतों से जीत हासिल हुई. वर्तमान में वह स्थानीय जनता के विकास के साथ साथ वर्ष 2022 में होने जा रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए भी भावी प्रत्याशी के तौर पर जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे हैं.
राजनीति में आने का कारण-
अपना निजी व्यापार होने के बावजूद रामनरेश चौरसिया हमेशा क्षेत्र के लोगों से जुड़े रहे. इस दौरान उन्होंने पाया कि क्षेत्रीय सभासद अपने वार्ड में सक्रिय न होकर बड़े नेता बनने की होड़ में लगे हैं, इसलिए क्षेत्र में रहकर ही वार्ड के लोगों के लिए काम करने तथा उनकी सेवा करने के उद्देश्य से उन्होंने पार्षदी का चुनाव लड़ा. उनका कहना है कि राजनीति महज जनसेवा का एक माध्यम है, इसलिए उसे व्यवसाय न बना कर वह अपना अलग व्यवसाय करते हैं.
क्षेत्रीय मुद्दें व कार्य –
रामनरेश चौरसिया के अनुसार पार्षद चुने जाने के बाद उन्होंने क्षेत्र के लिए पिछले बीस सालों में अब तक सबसे ज्यादा कार्य किया है. उन्होंने अपने वार्ड में लगभग 70-75 करोड़ रूपये खर्च करके काम करवाया. जिसके अन्तर्गत उन्होंने सड़कें, बिजली व्यवस्था, सीवर, पार्क सौन्दर्यकरण, स्वच्छता सहित बहुत सी योजनाओं पर कार्य करवाया.
उन्होंने सड़कों तथा नालियों का करीब 80 प्रतिशत कार्य पूरा करवाया, पानी की सुव्यवस्था के लिए समर सेविल लगवाये, बहुत से पार्क बनवाये व हर पार्क में करीब 20-20 सोडियम लाइट्स तथा गलियों में भी लाइट्स लगवाई. इसके अलावा उन्होंने क्षेत्र में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए न सिर्फ पानी की लाइन डलवायी बल्कि नए कनेक्शन भी लगवाये.
वहीं यदि
स्वच्छता की बात करें तो पार्षद के अनुसार वार्ड में नियम से नालियों की सफाई होती है व हर सड़क,
गली, चौराहे को दैनिक रूप से साफ़ किया जाता है. भविष्य में उनका लक्ष्य रहेगा कि
वह बची हुई योजनाओं को पूरा करें और क्षेत्र के लोगों के बीच रहकर उनकी
समस्याओं का निवारण करें.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार –
देश में शिक्षा व्यवस्था को रामनरेश चौरसिया वर्तमान में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हैं और कहते हैं कि यह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अन्य सभी मुद्दों से जुड़ा हुआ है. मसलन, यदि लोग शिक्षित होंगे तो वह पर्यावरण की रक्षा के प्रति जागरूक रहेंगे, प्रदूषण नहीं फैलायेंगे.
वहीं लोगों को निरंतर घटते जलस्तर को रोकने व अधिक वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करने में भी शिक्षा की अहम भूमिका है. इसलिए हमें अपनी शिक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि सभी मुद्दों का समाधान शिक्षा से ही संभव है.