नाम : माया देवी
पद : महिला जिला अध्यक्ष (कांग्रेस), दीनदयालपुरी, वार्ड – 6, गाज़ियाबाद
नवप्रवर्तक कोड़ : 71183610
जीवन परिचय
कांग्रेस पार्टी के अंतर्गत सक्रिय नेत्री के रूप में कार्यरत माया देवी ने राजनीति व अपने परिश्रम के माध्यम से समाज को बेहतर बनाने की दिशा में अपना योगदान दिया है. आठवीं तक शिक्षा प्राप्त माया जी वर्तमान में वार्ड 6, दीनदयालपुरी से महिला जिला अध्यक्ष व पी.सी.सी सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं.
मूल रूप से गाज़ियाबाद की निवासी माया जी ने अपने वार्ड के विकास के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक कार्यों में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाई है.
राजनीतिक पर्दापण
समाज सेविका के रूप में कार्य करते हुए वर्ष 1999 में राजनीति में पर्दापण करने वाली माया जी ने सामाजिक स्तर पर लोगों की सहायता करने के उद्देश्य से राजनीति का मार्ग चुना. कांग्रेस पार्टी की नीतियों व विचारधारा से प्रेरित होकर उन्होंने सर्वप्रथम पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इसके पश्चात माया जी ने पार्टी के अंतर्गत विभिन्न पदों पर कार्य किया है. उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए पार्टी ने उन्हें वार्ड अध्यक्ष के पद की जिम्मेदारी सौंपी.
इसके उपरांत माया जी जिला सचिव, जिला
महामंत्री, शहर उपाध्यक्ष, प्रदेश महासचिव व साहिबाबाद विधानसभा प्रभारी के पद पर भी
अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुकी हैं. एक अनुभवी नेत्री के रूप में राजनीति
में सक्रिय माया जी पिछले 4 वर्षों से जिला अध्यक्ष पार्षद के पदभार पर अपनी
सेवाएं दे रही हैं. उनके प्रयासों व परिश्रम की क्षेत्रीय निवासी सराहना करते हैं.
सामाजिक अगुवाई –
माया जी का मानना है कि उनके क्षेत्र में मलिन बस्तियों की संख्या बहुत ज्यादा
है. इतनी गरीब आबादी होने के कारण वहां के लोगों को मौलिक सुविधाओं से भी वंचित
रहना पड़ता है. उन्होंने लोगों के मध्य रहकर उनकी समस्याओं को करीब से जानने का
प्रयास किया तथा वह राजनीति के माध्यम से आज भी महिलाओं व बच्चों के उज्जवल भविष्य
के लिए कार्य कर रही हैं.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें –
माया जी के क्षेत्र में बहुत साडी मूलभूत समस्याएं हैं, जिन पर वह कार्य करना चाहती हैं. स्वयं लोगों के बीच उपस्थित रह कर उनकी समस्याओं को भली प्रकार समझते हुए माया जी कहती हैं की बाबा हरदेव जी ने जो दीनदयालपुरी बसाई थी, उसमें एक भी सीवर व पाइप लाइन नहीं थी. लोगों को पेयजल भी उपलब्ध नही हो पाता था. उन्होंने क्षेत्रवासियों की परेशानियों को गंभीरता से समझते हुए समर्सिबल की व्यवस्था करायी.
इसके साथ ही क्षेत्र में सड़कों की हालत भी बेहद बदतर थी, जिसकी वजह से स्थानीय निवासियों को आवागमन में असुविधा होती थी. यह उनके क्षेत्र के सबसे प्रमुख मुद्दों में से एक था. जिस पर माया जी ने दृढ़ता के साथ कार्य किया है.
इसके अतिरिक्त उनके क्षेत्र में बहुत गंदगी रहती थी, जो विभिन्न बिमारियों का कारण बनती थी. उन्होंने अपने प्रयासों से क्षेत्र को स्वच्छ बनाने में भी अपना योगदान अंकिता कराया है. उनके अनुसार क्षेत्र में समस्याएं तो काफी सारी होती हैं परन्तु यदि उन समस्याओं पर समय के साथ कार्य किया जाए तो क्षेत्र खुद विकास की ओर अग्रसर होगा.
इसके अलावा उन्होंने क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की भी व्यवस्था कराई. उनका मानना है कि सड़कों पर प्रकाश की व्यवस्था न होने के कारण रात के समय चारों ओर अँधेरा रहता था, जो स्थानीय निवासियों के लिए दुर्घटना का कारण बनता था. इसी मंतव्य से उन्होंने क्षेत्र की स्ट्रीट लाइट की समस्या का समाधान कराया.
संपन्न विकास कार्य –
क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए जमीनी स्तर पर कार्यरत माया जी अपने क्षेत्र
की छोटी-छोटी समस्याओं को गंभीरता से समझती हैं तथा उनके निवारण हेतु निरंतर संघर्ष
करती रहती हैं. अपने पार्षदीय कार्यकाल के दौरान उन्होंने नई सीवेज लाइन्स व पानी
की पाइपलाइन की व्यवस्था करायी.
इसके अतिरिक्त माया उन्होंने बदतर हालत में पड़ीं सड़को का भी पुनर्निर्माण कराया. जिससे क्षेत्रवासियों के आवागमन में कोई भी बाधा उत्पन्न न हो.
उन्होंने अपने क्षेत्र में स्थित सभी पार्कों की देखरेख का कार्य भी स्वयं किया है. पार्कों में पेड़-पौधों को पानी देना, पार्कों की स्वच्छता की ओर ध्यान देना इत्यादि के द्वारा विकासात्मक कार्य संपन्न किए है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा -
माया जी के अनुसार हम सभी देश की प्रगति की बात तो आवश्यक करते हैं परन्तु देश
की वास्तविक प्रगति के पहलुओं को नहीं जान पाते. देश की प्रगति क्षेत्र पर निर्भर
करती है. तो हमें सर्वप्रथम क्षेत्रीय स्तर पर सुधार लाने के प्रयास करने होंगे.
इसके साथ ही सरकार बनने से पूर्व आमजन से बहुत सारे वादे करती हैं परन्तु सरकार बनने के बाद जनता से किए गये सभी वादे भूल जाते हैं. इस परिस्थिति में देश का विकास का कैसे हो पाएगा. माया जी के अनुसार सरकार ने जिस प्रकार एकाएक नोटबंदी का फैसला ले जनता के समक्ष विकट परिस्थितियां उत्पन्न कर दी थी, उसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ा. नोटबंदी के कारण बहुत से व्यापारियों व किसानों को परेशानी हुई. इसलिए सरकार को आमजन की सुविधा को ध्यान में रख कर फैसले लेने चाहिए.