नाम : मनोज तिवारी
पद : अध्यक्ष, लोकसभा युवा कांग्रेस, लखनऊ
नवप्रवर्तक कोड : 71183048
परिचय :
छात्र राजनीति के मुख्य प्रतिनिधि मनोज तिवारी एक राजनीतिक नवप्रवर्तक के रूप में जाने जाते हैं. वें चारबाग, लखनऊ के निवासी हैं, उन्होंने हिंदी विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन सम्पन्न की है. मनोज जी ने वर्ष 1999 से छात्र राजनीति की शुरुआत की थी. इसके पश्चात 2000 में एनएसयुआई से महामंत्री पद के लिए प्रथम बार चुनाव लड़ा. वर्ष 2005- 06 के अंतर्गत उन्होंने केकेसी महाविद्यालय से छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ा एवं उसमे विजय भी हासिल की. इसके बाद से वें लगातार कांग्रेस से जुड़े हैं. वर्तमान में वें लखनऊ युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं.
सामाजिक अगुआई का कारण :
मनोज जी ने छात्र राजनीति के माध्यम से सीख ली कि, समाज में परिवर्तन लाने का कार्य राजनीति से ही संभव है. राजनीतिज्ञ लोग ही जनता के जीवन से जुड़े पक्षों को तय करते हैं, तथा उन पर प्रभाव भी डालते हैं. इसीलिए राजनीति में अच्छे लोगों का प्रवेश होना जरुरी है. अच्छे लोगों के राजनीतिक क्षेत्र में आगमन से ही समाज एवं देश का हित संभव है. राजनीति में मनोज जी के प्रवेश का कारण भी यही रहा.
क्षेत्रीय मुद्दें :
वर्तमान में मनोज जी शिक्षा व रोजगार के लिए कार्य कर रहे हैं. छात्र संघ की अगुआई के कारण उनका यह मानना है कि शिक्षा एवं उचित रोजगार देश के विकास में सर्वाधिक योगदान करते है. इसीलिए युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा मिलनी बेहद आवश्यक है. इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य व सुरक्षा से जुड़े मुद्दें भी गंभीरता से लिए जाने की आवश्यकता है.
राष्ट्रीय मुद्दें :
मनोज जी के अनुसार बेरोजगारी सबसे गंभीर राष्ट्रीय मुद्दा है. एक नई शिक्षा नीति सरकार को पारित करनी चाहिए, जिसके अंतर्गत सभी युवाओं को रोजगार के समान और सुगम अवसर प्रदान किये जाए. यदि युवाओं को रोजगार नहीं प्राप्त होगा तो वें आतंकवाद, नक्सलवाद व अपराधों के प्रति मुखर हो जायेंगे. इससे निश्चित रूप से देश अन्धकार की ओर आमुख होगा, जो बेहद गलत है.
इसके साथ ही सीमाओं की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है, सीमा पर सैनिक रोज शहीद हो रहे है और यह सरकार तथा देश के लिए शर्म की बात है. छात्राओं एवं महिलाओं के खिलाफ निरंतर बढती अपराध दर देश की लचर कानून व्यवस्था की ओर ध्यान इंगित कर रही है. इन सबके अलावा चिकित्सा पर ध्यान देने की भी जरूरत है, क्योंकि ग्रामीण इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सुविधाओं का अभाव होने से लोग अपनी जान गवां रहे हैं. ये सभी कारण देश के विकास पर ग्रहण के समान हैं.
वैश्विक पटल पर भारत :
आतंवाद वैश्विक समस्या है, जिसने आज हर देश की सरकार की नींद उड़ाई हुई है. मनोज जी का मानना है कि यदि आज देश से बेरोजगारी समाप्त हो जाए तो युवा भटकेगा नहीं एवं देश लगातार विकसित होकर विश्व पटल पर उन्नति दर्ज कराएगा.