नाम : आनंद गुप्ता
पद : पार्षद, भारतीय जनता पार्टी, गाजियाबाद
नवप्रवर्तक कोड : 71183605
जीवन परिचय –
मूल रूप से गाजियाबाद के निवासी आनंद गुप्ता जी भारतीय जनता पार्टी के अंतर्गत
वार्ड न. 86, राजेंद्र नगर में पार्षद पद पर अपनी सेवाएं दे रहें हैं. भारतीय जनता
पार्टी की विचारधारा व कार्यशैली से प्रभावित होकर उन्होंने इसी पार्टी के माध्यम
से राजनीति में प्रवेश किया.
राजनीतिक सफ़र –
विगत 15 वर्षों से सक्रिय राजनीति का हिस्सा बनते हुए आनंद गुप्ता जी भारतीय जनता पार्टी के अंतर्गत विभिन्न पदों पर रहें. सर्वप्रथम उन्होंने कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया. उनके कार्यों से प्रभावित होकर पार्टी की तरफ से आनंद जी को भाजपा से पुनः टिकट प्राप्त हुआ. अब तक उन्होंने बूथ व मंडल स्तर पर मंडल उपाध्यक्ष के पद पर अपनी सेवाएं दी हैं.
सामाजिक अगुवाई –
स्वयं रियल एस्टेट में कार्य करने का बावजूद भी आनंद जी का रुझान सदैव लोकहित के कार्यों में ही रहा है. इसलिए वह लोगों की सहयता करने व उनके कल्याण हेतु विभिन्न कार्य करते रहते हैं. उनका मानना है कि नौकरी की अपनी तय सीमाएं होती हैं इसलिए उन्होंने जनकल्याण के अपने कार्य स्तर को व्यापक बनाने के उद्देश्य से राजनीति के मार्ग का चयन किया.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें –
अपने क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं पर विचार करते हुए आनंद जी बताते हैं कि
क्षेत्र में जलभराव की समस्या सबसे प्रमुख है. राजेंद्रनगर वार्ड क्षेत्र निचला
होने के कारण यहां जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है. बरसात में बारिश की वजह से
और सड़को पर बने सीवर के कारण यहां निरंतर जलभराव की समस्या बनी रहती हैं. इस
प्रकार गंदे पानी के जमाव के कारण क्षेत्र में आमजनों को विभिन्न बीमारियों से
जूझना पड़ता है.
इसके अतिरिक्त क्षेत्र में साफ-सफाई पर भी ध्यान नही दिया जाता. वहीं क्षेत्र
में मार्ग प्रकाश की भी उचित व्यवस्था नही है. इन सभी समस्याओं पर कार्य करना सबसे
महत्वपूर्ण कार्य है.
संपन्न विकास कार्य -
आनंद जी ने अपने कार्यकाल के दौरान सर्वप्रथम सड़कों का निर्माण करवाया. इसके उपरांत उन्होंने क्षेत्र में जलभराव की समस्या के निवारण के लिए लगभग डेढ़ से दो फूट के नालों के निर्माण कार्य को आरम्भ कराया. इस निर्माण कार्य में लगभग डेढ़ से 2 करोड़ रुपए की लागत लगी है पर उन्होंने स्थानीय निवासियों को यह विश्वास दिलाया की विकास के इस कार्य के पूर्ण होने से क्षेत्रवासियों को जलभराव की समस्या से निज़ात मिलेगी.
विकास कार्यों में बाधाएं –
उनके अनुसार सामाजिक कार्यों व क्षेत्रीय विकास कार्यों में बाधाएं उत्पन्न
होना एकदम स्वाभाविक है. आनंद जी का मानना है कि जब हम अपने प्रयासों से लोगों को
सेवाएं प्रदान करते हैं तो कुछ लोगों को लगता है कि यह मात्र लाभ के लिए कार्य कर
रहें हैं, तो इस क्षेत्र में काफी धैर्य
के साथ कार्य करना पड़ता है. अक्सर लोगों से हमें समर्थन प्राप्त नही हो पाता तो यह
सबसे बड़ी समस्या है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा –
आनंद जी के अनुसार देश में सबसे व्यापक मुद्दा विकास का है. वर्तमान में लोगों
ने राजनीति को धनार्जन का माध्यम माना हुआ है. देशद्रोह की बातें करना लोगों को
अपनी तारीफ लगती है. जनता को इसका पूर्ण रूप से विरोध करना चाहिए. जो लोग देशद्रोह
की बातें करते है उन पर उचित कार्यवाही होनी चाहिए. यदि इन दिशाओं में सुधार होना
प्रारम्भ हो जाता है तो देश अन्य देशों की तुलना में और भी आगे बढ़ेगा.
इसके अतिरिक्त उनका मानना है कि देश की सुरक्षा को लेकर सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए. अभी हाल ही में जिस प्रकार पुलवामा हमले से पूरा देश शोकग्रस्त था, उसका बदला सेना ने अपनी बहादुरी से लेकर मिशाल कायम की. इस स्थिति में सरकार को सेना को गौरव देना चाहिए न कि किसी पार्टी को. इसके साथ ही विदेशों से भी हमारे रिश्ते मजबूत होने चाहिए, दोहरी राजनीति देश में नहीं होनी चाहिए.