वार्ड 81, कौशलपुरी वार्ड उत्तर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी कानपुर का एक मिश्रित आबादी वाला इलाका है, जो सीसामऊ विधानसभा के अंतर्गत आता है. जनसंख्या गणना 2001 के अनुसार यहां लगभग 27,000 की आबादी का निवास है. क्षेत्र के विकास कार्यों की बागड़ोर संभाल रही श्रीमती शशि साहू कांग्रेस पार्टी के बैनर तले वर्ष 2017 से पार्षद पद पर कार्यरत हैं और उनके पति पूर्व
पार्षद राकेश साहू जी पार्षद प्रतिनिधि के तौर पर वार्ड विकास कार्यों से जुड़े हैं.
इस वार्ड के अंतर्गत कौशलपुरी, दर्शनपुरवा, गुमटी संख्या पांच जैसे इलाके आते हैं. गुमटी पांच को इलाके का एक प्रमुख मार्केट प्लेस माना जाता है, जहां बहुत सी मार्केट्स, सब्जी मंडियां इत्यादि मौजूद हैं. वार्ड में जीविका हेतु मिश्रित साधन हैं, यानि दुकानों और सब्जी मंडियों में भी लोग कार्यरत हैं और वार्ड में नौकरीपेशा जनता, व्यापारी, मजदूर वर्ग इत्यादि का भी निवास है.
यदि कौशलपुरी वार्ड में जनसुविधाओं की बात की जायें, तो शिक्षा व्यवस्था के लिहाज से इस वार्ड में दो प्राइमरी सरकारी विद्यालय हैं, परन्तु उनमें शिक्षा सुविधाओं का अभाव है, तो वहीँ यहां गुरु नानक गर्ल्स इंटर कॉलेज, डिग्री कॉलेज एवं सरकारी स्कूल भी मौजूद है, जो अच्छी स्थिति में हैं. साथ ही वार्ड में श्री सनातन धर्म शिक्षा केंद्र, श्री सनातन धर्म सरस्वती बालिका विद्यालय इत्यादि प्राइवेट शिक्षण संस्थान भी मौजूद हैं, जो स्थानीय छात्रों के लिए अच्छी शिक्षा का विकल्प हैं.
स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखा जाये तो कौशलपुरी वार्ड में कोई सरकारी अस्पताल नहीं है और मौजूदा सामुदायिक चिकित्सा केंद्र वार्ड से सटा हुआ है, जहां जनता प्रारंभिक ईलाज के लिए जाती है. प्राइवेट हॉस्पिटल्स के तौर पर वार्ड में कुछ नर्सिंग होम उपलब्ध हैं, किन्तु वार्ड में सरकारी हॉस्पिटल की सुविधा नहीं होने के चलते स्थानीय निवासियों के लिए नजदीकी हैलट हॉस्पिटल बेहतर चिकित्सा का विकल्प है.
राजनीति, मीडिया और क्रिकेट जगत से जुड़े प्रसिद्द सांसद राजीव शुक्ला जी भी इसी वार्ड से जुड़े रहे हैं. कानपुर में जन्में बहुआयामी प्रतिभासंपन्न राजीव शुक्ला जी को एक पत्रकार, राजनीतिक टिपण्णीकार, टीवी कार्यक्रम होस्ट के साथ साथ वर्तमान में आईपीएल के चेयरमैन के रूप में भी जाना जाता है.
आवागमन की सुविधा की बात करें तो नेशनल हाईवे 34 से सटे कौशलपुरी वार्ड में वाहनों और सड़कों की व्यवस्था बेहतर है. साथ ही नजदीकी बस स्टेशन कुछ ही दूरी के अंतराल पर स्थित है.
संक्षेप में यदि कहा जाये तो काकादेव वार्ड हालांकि मौलिक सुविधाओं के लिहाज से एक औसत वार्ड कहा जा सकता है, परन्तु अभी भी क्षेत्र में पेयजल और जलनिकासी से जुड़े बहुत से मुद्दे हैं, जिन पर विकास कार्य होने की आवश्यकता बनी हुई है.