नाम : चंद्र प्रकाश खरे
पद : भाजपा जिलाध्यक्ष, कर्वी (चित्रकूट)
नवप्रवर्तक कोड़ : 71190258
परिचय -
सांस्कृतिक नगरी कही जाने वाले जनपद चित्रकूट के अंतर्गत लोककल्याण के उद्देश्य को साधते हुए चंद्र प्रकाश खरे कर्वी से राजनीतिक नवप्रवर्तक के तौर पर जनता की निरंतर प्रगति के लिए प्रयासरत हैं। मूल रूप से चित्रकूट के कर्वी क्षेत्र के रहवासी चंद्र प्रकाश खरे स्थानीय जनता के लोकप्रिय प्रतिनिधि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले कार्यरत एक ऐसे राजनेता हैं, जिन्हें उनके संकल्पित भाव और जुझारू व्यक्तित्त्व के लिए जाना जाता है।
बीते तीन दशकों के अनुभव के साथ राजनीति से जुड़े चंद्र प्रकाश खरे कर्वी क्षेत्र से भाजपा के कद्दावर नेता हैं, जिन्होंने श्री राम जन्म भूमि आंदोलन के प्रति खुद को समर्पित कर दिया। बीए और एलएलबी की शिक्षा प्राप्त कर चुके चंद्र प्रकाश खरे एक साधारण परिवार से आते हैं और वर्तमान में कर्वी जिले से भाजपा जिलाध्यक्ष का पदभार संभाले हुए हैं।
राजनीतिक पदार्पण -
1986 में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) से सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखते हुए चंद्र प्रकाश खरे छह साल तक एक पूर्णकालिक कार्यकर्ता के तौर पर श्री राम जन्म भूमि आंदोलन से जुड़े रहे। इसके उपरांत 1992 से उन्होंने जिला मंत्री की भूमिका का निर्वहन विहिप के अंतर्गत किया और कर्वी से ही सक्रिय कार्यकर्ता रहे। 2000 में भाजपा पार्टी का दामन थामते हुए चंद्र प्रकाश खरे ने सक्रिय राजनीति की शुरूआत की। इसी वर्ष उन्हें भाजपा से नगर अध्यक्ष चुना गया।
उनकी नेतृत्व कुशलता को देखते हुए 2003 में भाजपा ने उन्हें जिला महामंत्री का पदभार सौंपा और उसके बाद निरंतर 2019 तक वह जिला महामंत्री, जिला उपाध्यक्ष इत्यादि पदों पर रहकर संगठन मजबूती का दायित्व निभाते रहे। नवंबर 2019 में चंद्र प्रकाश खरे को संगठन ने जिला अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया और वर्तमान में भी वह इसी पद का जिम्मा संभालते हुए भाजपा की प्रगति के लिए पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
हालांकि राजनीति के प्रति चंद्र प्रकाश खरे का रुझान 1984 से ही हो गया था, जब वह एलआइसी में जॉब कर रहे थे और विहिप से जुड़ गए थे। इसके बाद जब उन्होंने देखा कि श्री राम जन्म भूमि पर हिंदुओं का अधिकार होने के बावजूद भी श्रद्धालु श्री राम का दर्शन नहीं कर पाते और लंबे समय से लोग अपने धार्मिक अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो 1986 में वह नौकरी छोड़कर विहिप के पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए।
इसके अतिरिक्त बहुत सी अन्य जिम्मेदारियों का भी निर्वहन चंद्र प्रकाश खरे ने इस समयावधि में किया। 1992 में खाद्य एवं परामर्शदात्री समिति के अंतर्गत वह सरकार द्वारा मनोनीत सदस्य रहे। 1998 में टेलीफोन एडवाईजरी कमेटी के सदस्य की भूमिका भी संभाली। इसके अतिरिक्त 2014 में तत्कालीन सांसद श्री भैरो प्रसाद के द्वारा चंद्र प्रकाश खरे को निगरानी समिति का सदस्य भी बनाया गया, इस पद पर वह वर्तमान समय में भी कार्य कर रहे हैं।
समाज की अगुवाई -
जनता के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने वाले चंद्र प्रकाश खरे युवावस्था से ही समाज एवं राष्ट्र कल्याण कार्यों में संलग्न रहे हैं। इसी कारण वह काफी वर्षों से भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़कर समाज के प्रत्येक वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए प्रयासरत रहे हैं। राजनीति में प्रवेश का उनका मुख्य उद्देश्य अपने धर्म की रक्षा करना था और राम जन्म भूमि के लिए अपने जीवन को राजनीति एवं सामाजिक सेवा क्षेत्र में संकल्पित करने का निर्णय उन्होंने लिया।
स्थानीय समस्याएं -
जनपद चित्रकूट के अंतर्गत जमीनी स्तर पर कार्यरत रहकर चंद्र प्रकाश खरे अपने क्षेत्र की छोटी-छोटी समस्याओं को गंभीरता से समझते हैं तथा उनके समाधान हेतु निरंतर प्रयासरत रहते हैं। उनके अनुसार भाजपा सरकार की लाभकारी योजनाओं के तहत जनता का और क्षेत्र का विकास करना, आमजन की मूलभूत समस्याओं का निस्तारण समय पर करना बेहद जरूरी है और इसी दिशा में वह संघर्षरत रहते हैं।
राष्ट्र की समस्याओं पर विचार –
चंद्र प्रकाश खरे के अनुसार यदि भारत को प्रगति के मार्ग की ओर बढ़ते हुए देखना है, तो हमें जनता की मौलिक समस्याओं जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी इत्यादि कि बेहतरी पर काम करना होगा। क्योंकि यह राष्ट्रीय मुद्दे होने के साथ साथ क्षेत्र स्तर के भी मुद्दे हैं, इसलिए इन पर काम होना आवश्यक है। शिक्षा व्यवस्था सभी के लिए समान और नि:शुल्क होनी चाहिए ताकि हर वर्ग के छात्रों का विकास हो सके। आज मेडिकल व इंजीनियरिंग शिक्षा बेहद महंगी है और आर्थिक अभाव के चलते बहुत से योग्य छात्र पीछे रह जाते हैं।
इसके अतिरिक्त स्वच्छता के मुद्दों पर सभी को मिलकर चलना होगा, सरकार ने मार्ग जरूर प्रशस्त किया है लेकिन उसमे हम सभी की सहभागिता होनी आवश्यक है। वर्तमान में जलवायु एवं जल संरक्षण पर भी काम करना होगा। चंद्र प्रकाश खरे कहते हैं कि आज जिस तरह ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ रहा है; जितने पेड़ कट रहे हैं, उतने लग नहीं रहे हैं और वर्तमान में जितने पौधे या वृक्ष वन विभाग द्वारा लगाने का दावा किया जा रहा है। उनमें से मात्र 10 प्रतिशत ही पेड़ तैयार होते हैं बाकी का 90 फीसदी तो भ्रष्ट अधिकारियों की जेबों में जाता है। इस विषय की गंभीरता पर सरकार के साथ साथ आमजन को भी ध्यान देना होगा।
वैश्विक परिदृश्य में भारत -
वैश्विक परिदृश्य में भारत के संबंध में चंद्र प्रकाश खरे का मानना है कि आज देश अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत आगे बढ़ रहा है। देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सराहनीय रूप से देश को विकास की ओर ले जा रहे हैं और विश्व पटल पर भारत का प्रतिनिधित्व सुरक्षित हाथों में है।