नाम : यशपाल सिंह
पद : पार्षद (भाजपा), वार्ड – 78, सिविल लाइन्स, कानपुर
नवप्रवर्तक कोड़ : 71183687
परिचय
यशपाल सिंह वर्तमान में भाजपा के पार्षद हैं. वह मूल रूप से कानपुर के रहने वाले हैं तथा उन्होंने अपनी शिक्षा-दीक्षा कानपुर यूनिवर्सिटी से पूरी की है. उच्च शिक्षित पारिवारिक पृष्ठभूमि से सम्बन्ध रखने वाले यशपाल जी ने समाजशास्त्र से स्नातकोत्तर तक शिक्षा ग्रहण की है. वर्ष 1980 से स्वयं सेवक संघ के परिचायक के रूप में अपनी सेवाएं देते हुए यशपाल जी ने सबसे पहले वर्ष 1993 में अपना राजनीतिक सफ़र आरंभ किया.
राजनीतिक पर्दापण
राजनीतिक सफर की शुरुआत करने से पूर्व बजरंग दल से जुड़कर भाजपा पार्टी को सहयोग प्रदान करने वाले यशपाल जी ने वर्ष 1995 में भाजपा से पार्षद पद का कार्यभार संभाला और तभी से वह जनहित के कार्य में लगे हुए हैं. इसी के साथ-साथ उन्होंने जिले से युवा मोर्चा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष के पद का भी निर्वहन किया है.
इसके पश्चात उन्होंने
वर्ष 2000 में स्वेच्छा से सीट छोड़ दी और वर्ष 2017 में वार्ड-78, सिविल लाइन्स से
भाजपा के टिकट से पार्षद पद के लिए चुनाव लड़ा और भारी मतों से वह पार्षद चुने गये.
वर्तमान में यशपाल जी सिविल लाइन परिक्षेत्र से पार्षद होने के साथ ही समाज कल्याण
के कार्यों में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहें हैं.
सामाजिक अगुवाई
बाल्यकाल से ही सामाजिक कार्यों के प्रति जूनून होने के कारण यशपाल जी संघ से जुड़े. वह मात्र राजनीति के क्षेत्र में ही नहीं अपितु सामाजिक हित के क्षेत्र में भी अग्रसर होकर कार्य करने वाले अनुभवी राजनीतिज्ञों में से हैं, इसी कारण वह स्थानीय लोगों के मध्य सर्वाधिक लोकप्रिय भी हैं.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
अपने अथक प्रयासों व कार्य के प्रति पूर्ण निष्ठा होने की वजह से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2018 में कानपुर के 110 वार्ड में से यशपाल जी के सिविल लाइन्स वार्ड को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, तथा उन्हें साढ़े 11 लाख की ईनाम राशि से नवाजा गया है. यह स्वयं में ही बेहद सराहनीय प्रयास है, जिसके कारण क्षेत्र का नाम सम्पूर्ण कानपुर में रोशन हुआ.
उनके अनुसार क्षेत्र में
कोई भी समस्या नहीं है, क्योंकि यशपाल जी
क्षेत्र की किसी भी समस्या के निवारण में 24 घंटे से अधिक समयावधि नहीं लगाते.
उनका मानना है कि यदि क्षेत्र की किसी भी समस्या पर जल्द से जल्द कार्यवाही की जाए
तो क्षेत्र में समस्याओं को उत्पन्न होने का अवसर ही प्राप्त नहीं होता.
संपन्न विकास कार्य
अपने वार्ड की सभी समस्याओं का समय से निदान करने वाले यशपाल जी स्थानीय निवासियों की परेशानी समझने के प्रति सदैव कार्यशील रहते हैं, जिसके चलते उन्होंने सरकारी संस्थाओं द्वारा एकत्रित मलबे के ढेर को हटाने के लिए नगर निगम पर दबाव डाला और मलबे को सड़कों से हटाने का कार्य पूरा कराया.
उनके अनुसार मलबे के ढेर
के कारण सड़कों पर गंदगी जमा होने लगती थी, और सड़कें भी
बेहद संकरी हो जाती थीं, परन्तु उन्होंने अपने प्रयासों द्वारा क्षेत्र की सड़कों को
मलबे से मुक्त किया, जिससे सड़कें स्वतः ही चौड़ी हो गयी.
विकास कार्यों में बाधाएं
यशपाल जी के अनुसार अपने
क्षेत्र में विकास कार्य संपन्न कराने में उन्हें किसी भी बाधा का सामना नहीं करना
पड़ा. थोड़ी बहुत बाधाएं नगर निगम की ओर से उत्पन्न हुईं, जिसका कारण नगर निगम व जल
निगम का आपसी सामंजस्य न होना है.
राष्ट्र के प्रति विचारधारा
उनके अनुसार किसी भी देश की प्रगति के लिए गरीबी जैसे मुद्दों पर कार्य किया जाना आवश्यक है, उनके अनुसार यदि इस मुद्दे को गंभीरता से समझ कर इस पर सुनियोजित तरीके से ध्यान दिया जाए तो निश्चित रूप से देश का विकास होगा. साथ ही उनका मानना है कि धारा 370 को पूर्ण रूप से समाप्त करना चाहिए, जिसके कारण आए दिन देश में विभिन्न घटनाएं हो रही हैं और देश में अशांति का माहौल है. इसलिए सरकार स्वयं इस दिशा में बेहतर कदम उठाने के लिए प्रयासरत हैं.