नाम : विशाल पाल
पद : पार्षद (सपा), मोतीबाग, वार्ड-45, अयोध्या, उत्तर प्रदेश
नवप्रवर्तक कोड़ : 71184029
परिचय
राजनीति व सामाजिक
कार्यों के माध्यम से क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले विशाल पाल समाजवादी
पार्टी के नेता व कार्यकर्ता है. वह मूल रूप से फैजाबाद (उ.प्र.) के
रहने वाले हैं तथा दो बार से स्थानीय पार्षद रह चुके हैं. पार्षदीय पद पर यह उनका
दूसरा कार्यकाल है.
राजनीतिक पर्दापण
निर्धन और असहाय वर्ग की
सहायता करते हुए राजनीति में प्रवेश करने वाले विशाल आरंभ से ही समाज सेवा के क्षेत्र
से जुड़े रहे है, किन्तु कुछ वर्ष पूर्व ही उन्होंने सक्रिय
राजनीति में पदार्पण किया तथा वह निर्दलीय पार्षद चुने गए. इसके बाद उन्हें
समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया. जिसमें उन्होंने सफलता प्राप्त की. इसके अतिरिक्त
भी वह विभिन्न संस्थानों से जुड़ें रहते हैं.
सामाजिक अगुवाई
विशाल पाल के अनुसार, उनके मन में शुरू से ही समाज व लोगों के लिए कुछ नया करने की भावना रही है.
सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाते हुए उन्हें जब यह अहसास हुआ कि कई
कार्यों को बिना राजनीतिक पद व समर्थन के नहीं किया जा सकता, तो वह राजनीतिक क्षेत्र से जुड़ गए तथा वह आज अपने प्रयासों से समाज को आगे ले
जाने के उद्देश्य से कार्य कर रहे हैं.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
विशाल पाल का मानना है कि
इससे पूर्व उनके द्वारा लगातार कार्य कराए जाने के कारण काफी विकास कार्य करवाएं
जा चुके हैं. पेयजल की समस्या, जो कि वार्ड का सबसे अहम मुद्दा था, यह भी
समाप्त हो चुकी है. कुछ मोहल्ले अभी बाकि है, जिन को ध्यान में रखते हुए कार्य चल
रहा है.
संपन्न विकास
कार्य
बतौर पार्षद उन्होंने
अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली काफी सड़कों का निर्माण कराया है. इसके साथ ही
उन्होंने 3 वर्ष से बंद नलकूप का नवीनीकरण कराया.
इसके अलावा उन्होंने
स्वच्छता के दृष्टिकोण से क्षेत्र में कूड़ेदान भी लगवाया, ताकि हर जगह गंदगी या कूड़े का ढेर न लगे. वहीं वार्ड में
एक बारातशाला है, जो अभी पूर्णतया विकसित नहीं है, उस के नवीनीकरण का
कार्य भी जारी है.
इसके साथ ही विशाल जी ने
400 मीटर नाले का निर्माण भी कराया जिससे क्षेत्र में जलभराव की समस्या उत्पन्न न
हो सके.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा
विशाल पाल का मानना है कि
वर्तमान में बेरोजगारी देश का सबसे बड़ा मुद्दा है, इस समस्या से युवाओं का भविष्य बिखर रहा है.
उनके अनुसार आज देश में अपराधों के बढ़ते स्तर का सबसे बड़ा कारण भी बेरोजगारी ही
है. उनका मानना है कि यदि देश को उन्नति की राह पर अग्रसर होते देखना है तो आज
बेरोजगारी की समस्या पर गंभीरता से कार्य करने की आवश्यकता है.