नाम : वीना रावत
पद : नगर निगम पार्षद, राजा बिजली पासी प्रथम, वार्ड 3 (लखनऊ)
नवप्रवर्तक कोड : 71183157
वेबसाइट - http://veenarawat.org/
परिचय –
वीना रावत एक नवनिर्वाचित पार्षद हैं, जिन्होंने हाल ही में हुए नगर निगम चुनावों से राजनीति में कदम रखा. उनका जन्म वर्ष 1965 में मलिहाबाद में हुआ था. वे एक शिक्षित परिवार से संबंध रखती हैं तथा उनकी प्रारम्भिक शिक्षा गांव से सम्पन्न हुई. इसके बाद वह लखनऊ आ गयी तथा आगे की शिक्षा उन्होंने लखनऊ से ही पूरी की. उन्होंने महिला दिल्ली कॉलेज से स्नातक तथा लखनऊ यूनिवर्सिटी से डबल एम.ए एवं बी.एड की डिग्री प्राप्त की है.
राजनीतिक पदार्पण -
पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक होने के कारण वीना रावत का रुझान भी राजनीतिक क्षेत्र में था, उनके पिता भी विधायकी का चुनाव लड़ चुके थे. वे भी अपने पिताजी के पदचिन्हों पर ही चलना चाहती थी, किन्तु कुछ पारिवारिक कारणों के चलते उन्होंने राजनीति में देर से प्रवेश किया. वर्तमान में वे नगर निगम पार्षद के रूप में कार्यरत हैं.
सामाजिक सरोकार –
वीना रावत एक आत्मनिर्भर महिला हैं तथा वह खुद का गेस्ट हाउस चलाती हैं. इसके अलावा वह लोगों की सहायता करने व उनके कल्याण के लिए बहुत से कार्य करती रहती हैं. किन्तु उनका कहना है कि एक समाज सेविका के रूप में वह लोगों के लिए नए नियमों, विकास नीतियों आदि का निर्माण सरकारी स्तर पर नहीं कर सकती, समाज सेवा की अपनी सीमाएं होती हैं. इसलिए उन्होंने जनकल्याण के उद्देश्य के साथ राजनीति में कदम रखा.
क्षेत्रीय मुद्दें –
देहात होने के कारण वीना रावत के क्षेत्र में बहुत सारी मूलभूत समस्याएं हैं, जिन पर वह कार्य करना चाहती हैं. उनका कहना है कि क्षेत्र की मुख्य समस्या स्वच्छता की है. क्षेत्र में कई जगह सीवर नहीं पड़े हैं और जहां पड़े हुए हैं, वहां उचित प्रकार से कनेक्ट नहीं हैं. वहीं क्षेत्र में नालियों की स्थति भी बहुत खराब है, नालियों से पानी निकलने का रास्ता न होने की वजह से पानी का जमाव एक ही जगह हो जाता है जो क्षेत्र में कई बीमारियों को जन्म दे रहा है.
इसके अलावा गांव के लोग शिक्षा के लिए भी जागरूक नहीं हैं. वहीं क्षेत्र में पेयजल भी एक गंभीर समस्या है, हालांकि इसके लिए उन्होंने गांव में अपने पैसों से पानी की टंकियों की भी व्यवस्था की. उनका मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के लोगों को इन मूलभूत समस्याओं से निजात दिलाना हैं. नये पार्क, सड़कों आदि का निर्माण कराकर क्षेत्र का विकास करना है. जिससे क्षेत्र के लोगों को बुनियादी सुविधाएं मिल सके.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार –
राष्ट्रीय स्तर पर वीना रावत का कहना है कि देश में अहम मुद्दा है लचर शिक्षा व्यवस्था का. प्राइमरी स्कूलों में छात्रों को न ही शिक्षा मिल रही है और न ही अन्य सुविधायें. साथ ही मिड डे मील का भोजन भी बहुत खराब रहता है, जो छात्रों की सेहत के लिए अच्छा नहीं है. इसलिए मिड डे मील प्रणाली हटवाकर गरीब छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिए.
वहीं देश में दूसरा गंभीर मुद्दा है हमारी भ्रष्ट प्रणाली. सरकार द्वारा पारित की गयी हर योजना महज कागजों पर ही दिखाई देती है. वास्तव में जरूरतमंदों को किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाता है. इसकी ओर सरकार को सख्त रवैया अपनाने की व भ्रष्टाचार के मामलों में कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है.