नाम – वरुण चौधरी
पद – विधायक, मुलाना विधानसभा, अंबाला (हरियाणा)
नवप्रवर्तक कोड – 71184849
हरियाणा की राजनीति में एक युवा और सामाजिक तौर पर जागरूक नेता के तौर पहचाने जाने वाले वरुण चौधरी मुलाना से विधायक हैं और कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं. उन्होंने वर्ष 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में भागीदारी करते हुए अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजबीर बराडा को 1733 मतों से हराकर विधायक पद प्राप्त किया.
हरियाणा राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से एक मुलाना अंबाला जिले की काफी अहम राजनैतिक सीट मानी जाती है. इस क्षेत्र की सीमाएं पंजाब और चंडीगढ़ से जुडती हैं और यह अंबा का किला के कारण विशेष रूप से जाना जाता है. नवरात्रि के दिनों में यह क्षेत्र अक्सर श्रृद्धालुओं से घिरा रहता है क्योंकि यहां प्राचीन अंबा देवी का मंदिर स्थित है.
हरियाणा के अंबाला जिले में 23 मार्च, 1980 को जन्में वरुण चौधरी ग्रेजुएट हैं, साथ ही वह सीएलसी, दिल्ली यूनिवर्सिटी से लॉ के छात्र रहे हैं. छात्र जीवन के दौरान ही उनका रुझान सामाजिक सेवा कार्यों की ओर रहा है. उनके पिता श्री फूल चंद मुलाना हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष होने के साथ साथ हरियाणा राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष होने के साथ साथ चार बार मुलाना विधानसभा के विधायक और हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं.
अपने पिता से राजनीति में आगे बढ़ने की प्रेरणा लेते हुए वरुण चौधरी ने भी राजनीति में कदम रखा और वर्तमान में वह मुलाना के विधायक के साथ साथ हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति में सचिव पद पर भी सेवाएं दे रहे हैं. वह हरियाणा युवा कांग्रेस के पूर्व सचिव भी रहे हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उनकी कार्य क्षमता को देखते हुए ही 2014 में उन्हें मुलाना विधानसभा चुनावों में प्रत्याशी के तौर पर उतारा था, हालांकि तब वह कुछ मतों से पीछे रह गए थे. किंतु वर्ष 2019 के चुनावों में भी पार्टी ने उन्हें मौका दिया और इस बार उन्होंने जनता का भरपूर समर्थन जुटाया.
वरुण गोयल सामाजिक तौर भी बेहद तत्परता से कार्य करते हैं और जन कल्याण की भावना से विभिन्न प्रक्रमों में जुटे रहते हैं. एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनका प्राथमिक एजेंडा स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा सेवाओं को बेहतर बनाना रहा है, जिसके अंतर्गत वह अपने क्षेत्र में रक्तदान अभियानों की श्रृंखला जारी रखते हैं. उन्होंने स्वयं भी अब तक 30 से अधिक बार रक्तदान किया है.