नाम : ऊषा रानी कोरी
पद : सचिव, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी
नवप्रवर्तक कोड : 71183110
जीवन परिचय -

ऊषा रानी कोरी कांग्रेस दल से जुडी महिला नेत्री हैं, जो अपने अथक परिश्रम से आज न केवल पार्टी कार्यों को पूरी आत्मीयता के साथ सम्पूर्ण कर रही हैं बल्कि समाज के विभिन्न मुद्दों से जुड़कर देश हित के कार्यों में भी अपना योगदान दर्ज करा रही हैं. ऊषा रानी जी वस्तुतः एक राजनीतिक नवप्रवर्तक हैं जो कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश सचिव हैं, उनका राजनीतिक क्षेत्र कानपुर नगर की विधानसभा 209 बिल्हौर (सु०) है. ऊषा रानी जी का वर्तमान निवास-स्थान कानपुर शहर के इन्दिरा नगर में है तथा वह मूलरूप से कानपुर नगर के ब्लॉक शिवराजपुर की न्यायपंचायत बीरामऊ के अंतर्गत ग्राम गोड़रा की रहने वाली हैं. राजनीति में उनका आगमन सन् 2002 में कांग्रेस पार्टी के माध्यम से हुआ तथा वह तब से लेकर आजतक किसी न किसी रूप में पार्टी को अपनी सेवाएं देती आ रहीं हैं.

राजनैतिक पदार्पण -
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में उनके सफर की शुरूआत सर्वप्रथम युवा कांग्रेस के जिला सचिव के पद से 2002 में हुई ,करीब 10 वर्ष राजनैतिक संघर्ष के बाद उन्हें वर्ष 2012 में कानपुर नगर ग्रामीण कांग्रेस के अनुसूचित जाति कांग्रेस का जिलाध्यक्ष चुना गया तथा उन्होंने 2 वर्ष तक इस पद पर कार्य किया, अनुसूचित जाति के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने के कारण उन्हें वर्ष 2013 में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (भारत सरकार) ने कानपुर देहात का कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया, जिसके माध्यम से करीब 2 वर्षो तक अनुसूचित समाज की समस्याओं को सरकार की दहलीज तक पहुंचाया और जनता को न्याय दिलाने में मदद की.
वर्ष 2014 में उनकी इसी सक्रियता का पुरस्कार देते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश कांग्रेस का प्रदेश सचिव नामित किया गया, इसके उपरांत उन्हें इसी वर्ष उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश संयोजक के रूप में भी नियुक्ति मिली. इसके अलावा वह कांग्रेस पार्टी में अबतक लगतार 3 बार प्रदेश सचिव चुनी जा चुकी है, साथ ही वह कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़ी हैं. वर्तमान में सरकार की नीतियों के खिलाफ जनता के लिए सड़क पर उतरकर संघर्ष करने में भी साथी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ऊषा रानी कोरी जी सदैव आगे रहती हैं.

नई दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की तत्कालीन अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी से मिलकर अपनी बात रखते हुए ऊषा रानी कोरी जी..

कानपुर के सर्किट हाऊस में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग(भारत सरकार) के चेयरमैन डॉ पीएल पुनिया जी से दलित समाज की समस्याओं को लेकर चर्चा करते हुए ऊषा रानी कोरी जी..

सामाजिक कल्याण में रूचि -
ऊषा रानी जी प्रारम्भ से ही सामाजिक कार्यों में अग्रणी रही हैं. वह कोई व्यवसाय या नौकरी भी करना चाहती थीं किन्तु कुछ निजी कारणों के चलते वह अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पायीं, इसके बाद उन्होंने अपने पति के साथ समाज में उठना-बैठना व सामाजिक कार्यों में भाग लेना शुरू किया,समाज में रहकर उन्होंने लोगों की समस्याएं देखीं, सुनी व समझी तथा यहीं से उनके मन में लोगों की सहायता करने तथा उनके कल्याण के लिए कार्य करने की भावना जाग्रत हुई. समाज के लिए कार्य करते- करते ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा. वर्तमान में ऊषा जी बहुत से समाज कल्याण के कार्यों जैसे रक्दान शिविर, अग्निकांड, प्राकृतिक आपदाओं के पीड़ितों की सहायता, महापुरुषों की पुण्यतिथि समारोह, वातावरण के प्रति स्वच्छता अभियान तथा शिक्षा आदि से जुड़े मुद्दों पर कार्य करके समाज को एक नई दिशा प्रदान कर रही हैं.
रक्तान शिविर में जरुरतमंद व्यक्तियों के हेतु रक्तदान करते हुए ऊषा रानी कोरी जी..

सर्दी के दिनों में निर्धनों को गर्म कपड़े/कम्बल वितरित करते हुए ऊषा रानी कोरी जी..

उनकी इसी सामाजिक सक्रियता के चलते उन्हें वर्ष 2014 में एक प्रख्यात न्यूज मैगजीन "सीमापुरी टाइम्स" द्वारा नई दिल्ली में उत्तराखंड के भूतपूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी के हाथों "नारी शक्ति पुरस्कार" से सम्मानित किया जा चुका है.
इसके अतिरिक्त वर्ष 2015 में मुंबई में "इंडियन आईकॉन अवार्ड" जैसे सम्मानित पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. ऊषा रानी कोरी जी निरंतर अपने अथक प्रयासों की श्रृंखला से जनता के हृदय में अपना विशेष स्थान दर्ज करा रही हैं.

क्रमशः वर्ष 2014, व 2016 में कानपुर देहात व कानपुर नगर के अग्निकांड पीड़ितों को यथासम्भव आर्थिक सहायता,व खाद्य सामग्री उपलब्ध कराकर ऊषा रानी कोरी जी ने सामाजिक कल्याण कार्यों में अहम भूमिका का निर्वहन कर समाज में एक नव जागरण का सन्देश भी प्रसारित किया.

ऊषा रानी कोरी जी समाज में समानता और एक्त्त्व के परम द्योतक महापुरुषों जैसे ; राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ,पं. जवाहर लाल नेहरू जी व राजीव गांधी जी आदि एवं वीर स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान प्रदान करके भारतीयता का उचित सत्कार कर रही हैं. समाज के सांस्कृतिक सुधार की इसी कड़ीबद्ध श्रृंखला में समता मूलक समाज के द्योतक और संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी को श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन करते हुए ऊषा रानी कोरी जी..

क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम -
ऊषा रानी जी के अनुसार, एक नेत्री के रूप में क्षेत्रीय स्तर पर उन्होंने अब तक कई कार्य किये हैं तथा बहुत सारे कार्य भविष्य में करना चाहती हैं, जिसके अन्तर्गत वह सबसे पहले जनपद कानपुर नगर की तहसील घाटमपुर व बिल्हौर का न्यायिक क्षेत्र, जिसे कानपुर देहात में स्थानान्तरित कर दिया गया है, वह उसे वापस कानपुर नगर में लाना चाहती हैं.
इसके अलावा उनका लक्ष्य भविष्य में बिल्हौर विधानसभा के आलू के किसानों की सहायता करना है, गांव में पढ़ रहे नवयुवकों को सही दिशा-निर्देश प्रदान कर रोजगार दिलाने में सहायता करना तथा गांव की ऐसी महिलाओं को जो कुछ करना चाहती हैं, उन्हें रोजगार मुहैया कराकर आत्मनिर्भर बनाना है. इसके अलावा वह कांग्रेस के शासन में उनके राजनीतिक क्षेत्र तहसील बिल्हौर को दी गयी एनटीपीसी परियोजना, जो कि वर्तमान केन्द्र की मोदी सरकार ने गुजरात में स्थानान्तरित कर दी है, उसे क्षेत्र में वापस लाने का प्रयास भी करेंगी.

बिल्हौर में प्रेस रिपोर्टर नवीन गुप्ता की गोली मारकर हत्या के बाद परिवार को ढांढस बंधाते हुए कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू जी के साथ ऊषा रानी कोरी जी..

देश में सकारात्मक बदलाव की द्योतक -

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