नाम- तुषार शुक्ला
पद- जिला मंत्री- हिंदू युवा वाहिनी युवा मोर्चा
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परिचय
कानपुर के गोविंद नगर से समाज में फैली बुराइयों को हटाने की शुरुआत करने वाले तुषार शुक्ला कानपुर के रहने वाले हैं। शुरुआती जीवन को कठिनाइयों से व्यतीत कर संघर्ष करते हुए आज 23 वर्ष की उम्र में उन्होंने राजनीति में अच्छा मुकाम हासिल किया हुआ हैं।
राजनीतिक पर्दापण
तुषार शुक्ला ने शुरुआती जीवन में काफी संघर्ष किया हैं, जिसकी वजह से वो समाज में फैली बुराइयों को नजदीकी से जानते हैं, इसी कारण से इतनी कम उम्र में वे इस तरह से मुद्दों पर विचार करते हैं और समाज में सुधार लाने के उपाय सोच रहे हैं। ये हिन्दू युवा वाहिनी मोर्चा से जुड़े हुए हैं।
इसके अन्तर्गत समाज में फैली बुराइयां जैसे चोरी, लूटपाट, महिलाओं से छेड़छाड़ आदि पर विचार करके उनको सुधारने का प्रयास किया हैं, जिससे कि नई पीढ़ी इन सभी के प्रति जागरूक हो सके और समाज से ये बुराइयां दूर हो सके।
वैसे तो तुषार शुक्ला के पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं, और इनके घर में कोई राजनीति वाला माहौल नहीं हैं पर इनका मानना है कि समाज के भले के लिए वो राजनीति में आए हैं।
इसके अलावा तुषार शुक्ला क्रांतिकारी किताबों के प्रति अपना रुझान बताते हैं। एपीजे अब्दुल कलाम, माननीय प्रधान मंत्री की कुछ नई नोबेल पढ़ने का शौक रखते हैं और कुछ अच्छी बातें सीख कर उनपर अमल करने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की कोशिश करते हैं।
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
तुषार शुक्ला का प्रमुख ध्यान समाज की उन बुराइयों की तरफ है, जो कि इस समाज ने महिलाओं को आगे नहीं आने देती हैं। जैसे की महिलाओं से छेड़छाड़, चोरी, दिनदहाड़े लूट आदि। तुषार शुक्ला ने कोरोना काल में अपनी तरफ से बहुत से ज़रूरत मंद लोगो को उनकी ज़रूरत का सामान और खाने के लिए दाल, रोटी आदि दिया था, जिसके लिए तुषार को उनकी पार्टी की तरफ से सराहा गया।
इसके अलावा उनका ऐसा मानना है कि वो इतनी उम्र में राजनीति में आकर आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेंगे, जिसको समाज में सुधार चाहिए वो भी कुछ करने के विचार से आगे बढ़ सकते हैं।
वैश्विक परिदृश्य पर विचार
तुषार शुक्ला ने युवा पीढ़ी की सोच को बदलने का निश्चय किया है, उनका मानना है कि आज के युवा सिर्फ अपने बारे में बेहतर करने की सोच रखते हैं, वे उस सोच को बदल कर रहेंगे। समाज के प्रति युवाओं को इतना जागरूक करेगें कि आज के युवा के साथ साथ आने वाली पीढ़ी भी इन बुराइयों को अपने समाज से दूर रख सके।