नाम : ताराचंद्र रावत
पद : पार्षद, वार्ड 17, न्यू हैदरगंज द्वितीय, लखनऊ (समाजवादी पार्टी)
नवप्रवर्तक कोड :
वेबसाइट - http://tarachandrarawat.com/
परिचय :
बाल्यकाल से ही संघर्षपूर्ण जीवन जीने वाले ताराचंद्र रावत समाजवादी पार्टी से लखनऊ के न्यू हैदरगंज द्वितीय वार्ड से पार्षद के रूप में कार्यरत हैं. इंटर तक की शिक्षा प्राप्त ताराचंद्र रावत जब 6 वर्ष के थे तो उनकी माता जी का देहांत हो गया था और जब वे 8 वर्ष के थे, तो समाजसेवा के मार्ग पर चलने के कारण कुछ अज्ञात लोगों द्वारा उनके पिता जी की हत्या कर दी गयी थी. बचपन से ही वे अकेले अपनी हिम्मत और आत्मविश्वास के दम पर आगे बढ़े. उन्होंने मजदूरी करके शिक्षा एवं जीवनयापन के लिए व्यवस्था की, परन्तु कभी हताश होकर नहीं बैठे.
राजनीतिक पदार्पण :
क्षेत्रीय जनता की समस्याओं को ताराचन्द्र रावत ने बेहद नजदीक से देखा और महसूस किया है. उनका बचपन से ही मानना रहा है कि अपने लिए तो सभी जीते हैं, परन्तु जीवन का असल उद्देश्य तो दूसरों के हित के लिए जीना है. स्थानीय जनता के भरपूर समर्थन व सहयोग से उन्होंने वर्ष 2017 में अपने क्षेत्र में जनरल सीट से समाजवादी पार्टी की ओर से चुनावों में भाग लिया और 500 वोटों से विजय हासिल की. इससे पूर्व वर्ष 2012 से 2017 तक उनकी पत्नी पलक रावत भी पार्षद रही हैं.
सामाजिक अगुवाई :
समाज की बेहतरी के उद्देश्य से ताराचंद्र रावत अग्रणी होकर कार्य करते हैं, वे समाज के दबे- कुचले वर्ग को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयासरत होकर क्रियाशील रहते हैं. इसी ध्येय के चलते उन्होंने कल्याण मंडप की व्यवस्था की है, जिसके अंतर्गत वे गरीब एवं असहाय लोगों के विवाह सम्पन्न कराने हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं. उनका मानना है कि राजनीति के जरिये व्यक्ति समाज के लिए एकजुटता के साथ कार्य कर सकता है, यदि वह अपना कार्य ईमानदारी से कार्य करे और परिश्रम से पीछे न हटे.
क्षेत्रीय समस्याएं :
ताराचंद्र रावत के अनुसार उनके वार्ड में सबसे प्रमुख मुद्दा शिक्षा का है. वे छात्रों
के सुनहरे भविष्य के लिए क्षेत्र में एक सुविधासम्पन्न हाईस्कूल खुलवाना चाहते
हैं, क्योंकि फिलहाल केवल प्राइमरी स्तर का ही विद्यालय उनके वार्ड में मौजूद है. पेयजल
की दिक्कत के चलते वे हर घर तक पाइपलाइन की व्यवस्था करवाना चाहते हैं, साथ ही
बिजली के नये पोल लगवाना भी उनके एजेंडे में सम्मिलित है.
इन सभी के अतिरिक्त ताराचन्द्र रावत बताते हैं कि उनके वार्ड में भूमाफियाओं की मनमानी के चलते तालाबों और नालों की जमीन पर अवैध कब्जे कर लिए गये हैं, जिस कारण क्षेत्र में जल निकासी की समस्या सर उठाए हुए है. इस अवैध अधिग्रहण को हटवाकर जल भराव के संकट को वे क्षेत्र से दूर करने के लिए प्रयासरत हैं.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा :
वर्तमान में सरकारी योजनाओं की विफलता को ताराचंद्र रावत सबसे बड़ी राष्ट्रीय
समस्या मानते हैं. उनके अनुसार सरकार के स्वच्छता अभियान की ज़मीनी हकीकत देखी
जाये, तो ज्ञात होता है कि वास्तव में कार्य केवल कागजों पर ही किये जा रहे हैं.
वे ग्रामीण इलाकों में नवनिर्मित शौचालयों का उदाहरण देकर कहते हैं कि बन चुके
अधिकतर शौचालयों में सुविधाओं का अभाव देखा जा सकता है.
इसके अतिरिक्त उनके अनुसार बढ़ती जनसंख्या भी देश की मुख्य समस्या है, जिसके लिए कठोर नीतियों का निर्माण होना आवश्यक है. स्वास्थ्य सम्बन्धी सुधारों को भी वे देश में अनिवार्य मानते हैं. उनका मानना है कि इन समस्याओं पर उचित कार्यवाही से देश के विकास में प्रगति हो सकती है.