नाम- सुशील तिवारी पम्मी
पद- पार्षद (भाजपा), लाल कुआँ, वार्ड-24, लखनऊ
नवप्रवर्तक कोड- 71183792
परिचय-
छात्र जीवन से ही राजनीति में योगदान दे रहे सुशील कुमार तिवारी भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ कर कार्य कर रहे हैं. वह वर्ष 1988 से केकेसी कॉलेज में छात्र संघ की राजनीति से जुड़कर भी कार्य करते रहे हैं. इसके साथ ही वह दो बार महासंघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. केकेसी कॉलेज में छात्र राजनीति के साथ-साथ उन्होंने राष्ट्रीय संघ के सदस्य के रूप में भी कार्य किया है. वर्तमान में वह भारतीय जनता पार्टी से लाल कुआँ, वार्ड-24, लखनऊ से पार्षद हैं.
सामाजिक अगुवाई
सुशील तिवारी समाज सेवा के साथ-साथ वकालत में भी सक्रिय रहे हैं. वह सुबह 8 बजे से क्षेत्र के लोगों के लिए जाति व आय इत्यादि से संबंधित प्रमाण पत्र बनवाने का कार्य करवाते हैं. इसके अलावा जन सरोकार के माध्यम से वह लोगों की बेहतरी के लिए कार्य करते हैं.
क्षेत्रीय समस्याएं
सुशील कुमार तिवारी के अनुसार उनके क्षेत्र में सीवर की अत्यधिक समस्या है. कई बार सीवर की पाइप लाइन, पेय जल की पाइप लाइन से जुड़ जाती है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने इस समस्या की जानकारी कार्यकारिणी व अधिकारियों को भी दी है. जिस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी.
इसके अतिरिक्त क्षेत्र में अतिक्रमण के चलते गंदगी की भी काफी समस्या है. कई जगह पाइप लाइन के ऊपर ही लोगों ने मकान बना लिए हैं, जिसकी जानकारी सुशील तिवारी ने जल विभाग को भी दी है. यह सभी पाइप लाइन ब्रिटिश समय की बनी हुई है, जिन्हें व्यवस्थित करने की दिशा में धीरे-धीरे कार्य हो रहा है. इसके अलावा वार्ड में पेयजल की भी काफी समस्याएं हैं.
संपन्न विकास कार्य
अपने कार्यकाल के दौरान सुशील तिवारी ने अतिक्रमण कर लिए गए नगर निगम के विद्यालय को कोर्ट की सहायता से मुक्त करवाया और उसके स्थान पर हाईस्कूल बालिका विद्यालय बनवाने के लिए निवेदन किया. साथ ही पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने हेतु उन्होंने तीन ट्यूबवेल लगवाए और बहुत से मिनी ट्यूबवेल लगवाने की दिशा में अभी भी कार्य चल रहा है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार
राष्ट्र के प्रमुख मुद्दों पर उनके अनुसार शिक्षा की लचर व्यवस्था सबसे बड़ी समस्या है. उनका मानना है कि आठवीं कक्षा के बाद छात्र-छात्राओं के लिए कुछ ऐसे डिप्लोमा कोर्स होने चाहिए, जिससे बच्चे भविष्य में आर्थिक रूप से भी सशक्त हो सकें और अपना भविष्य सुरक्षित कर सकें. साथ ही उनका मानना है कि वर्तमान समय में शिक्षा इतनी मंहगी होती जा रही है कि हर किसी के लिए बड़ी डिग्री ग्रहण करना आसान नहीं है.
वह मुख्यमंत्री से टेक्निकल शिक्षा को लागू करवाने का प्रस्ताव पेश करने का प्रयास कर रहे हैं. सरकार को जरूरत है कि देश के विकास के लिए स्वरोजगार को बढ़ावा दें, जिससे बच्चे अपने भविष्य को बेहतर कर सकेंगे.