नाम : राजू गांधी
पद : विधायक प्रत्याशी (सपा), कैंट विधानसभा, लखनऊ
नवप्रवर्तक कोड :
परिचय –
राजू गांधी वर्तमान में समाजवादी पार्टी से पार्षद हैं. उनका जन्म वर्ष 1960 में हुआ था तथा वह आरम्भ में अपना निजी व्यापार करते थे. इसके बाद 1992 में वह समाजवादी पार्टी से जुड़े तथा तब से लेकर आज तक वह उन्होंने इस पार्टी में कई अलग- अलग पदों पर कार्य किया है.
पूर्व सपा मुख्यमंत्री
मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में वह पार्टी के प्रदेश महासचिव तथा लोहियावाहिनी
में प्रदेश उपाध्यक्ष चुने गये. इसके बाद उन्होंने पार्षदी का चुनाव बहुत बार
लड़ा. अपने पहले चुनाव में उन्हें सात वोटों से हार का सामना करना पड़ा था, परन्तु
इसके बाद उन्होंने लगातार तीन चुनाव जीते और तीनों में ही जीत हासिल की. वर्तमान
में वह पार्षद के रूप में जनसेवा के लिए कार्य कर रहे हैं.
राजनीति में आने का कारण –
राजू गांधी अपना निजी व्यापार होने के बावजूद जनहित के लिए कार्य करना चाहते थे. समाज की सेवा करने तथा लोगों के कल्याण के लिए कार्य करने के उद्देश्य से ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा. इसी ध्येय को लेकर वे समाजवादी पार्टी से जुड़ गये.
क्षेत्रीय मुद्दें -
क्षेत्रीय मुद्दों पर राजू गांधी का कहना है कि अब तक एक पार्षद के रूप में उन्होंने अपने वार्ड के लिए कई विकास कार्य किये हैं. उनके अनुसार उन्होंने अपने वार्ड की सड़कों व बिजली व्यवस्था पर काम करवाया तथा वार्ड में सीवर की समस्या को खत्म करवाया. इसके अलावा उन्होंने वार्ड में अस्पताल खुलवाने समेत कई निर्माण व विकास कार्य करवाये हैं. यही कारण है कि वह लगातार पिछले तीन बार से पार्षद का चुनाव जीत रहे हैं तथा उनके वार्ड को आदर्श वार्ड भी घोषित किया जा चुका है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार –
राजू गांधी के अनुसार इस समय देश में सबसे गंभीर मुद्दा है शिक्षा प्रणाली. देश में शिक्षा व्यवस्था में असमानता है, जिसके कारण युवा वर्ग उचित विकास नहीं कर पाता है. वहीं नौजवान बेराजगार घूम रहें हैं, उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार नौकर नहीं मिल पा रही है. इस ओर सरकार को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
इसके अतिरिक्त राजू गांधी
का कहना है कि इस समय देश में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थति भी कुछ खास अच्छी नहीं
है. कई जगह पर्याप्त अस्पताल नहीं हैं और साथ ही मौजूदा अस्पतालों में पर्याप्त
सुविधाओं का भी अभाव है. इसी कारण से गरीब लोग अपना उचित इलाज नहीं करा पा रहे हैं.
अतः सरकार को देश की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने की आवश्यकता है,
क्योंकि तभी देश का विकास संभव हो सकेगा.