नाम- सुमित कुमार पाल
पद - पार्षद (भाजपा), वार्ड- 53 सरायमीता, कानपुर
नवप्रवर्तक कोड - 71183758
परिचय –
सुमित कुमार पाल एक राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता हैं. वह वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं और वार्ड -53, सरायमीता, कानपुर से पार्षद के रूप में जन सेवा व क्षेत्र का विकास कार्यों में संलग्न हैं. इसके अतिरिक्त सुमित जी भाजपा की विचारधारा को स्थानीय स्तर पर आमजनमानस से जोड़ने हेतु भी लगातार प्रयासरत रहते हैं.
राजनीतिक पदार्पण
–
सामाजिक संलग्नता व जन सेवा की भावना से राजनीति में प्रवेश करने वाले सुमित पाल जी विगत 10 वर्षों से सक्रिय राजनीति का हिस्सा हैं. इसके पश्चात वर्ष 2017 में उन्हें जनता के समर्थन से पार्षदी का चुनाव लड़ने का मौका मिला तो जनता व वार्ड की सेवा करने के उद्देश्य से उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा और चुनाव में जीत दर्ज करते हुए वार्ड के पार्षद चुने गए.
प्रमुख क्षेत्रीय
मुद्दें –
सुमित जी के अनुसार, उनके क्षेत्र गंगा के किनारे स्थित है जिसके कारण पिछले वर्ष यहां भारी बरसात से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी. इसी कारण शासन-प्रशासन के सहयोग से क्षेत्र का काफी हिस्सा खाली कराया गया और स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया. इस परिस्थिति को जानते हुए भी के.डी.ए ने नदी के किनारे न्यू ट्रांसपोर्ट नगर बसाने के लिए डेवलपमेंट कर दिया. जिससे नदी के किनारे लम्बी दीवार बनने से पानी निकलने की कोई व्यवस्था नही है, तो इससे पुनः इस वर्ष बाढ़ के आसार है. जिसके लिए उन्होंने प्रशासन को पत्र भी लिखे हैं और उचित कार्यवाही की मांग की है.
इसके अतिरिक्त क्षेत्र
में शहर का सबसे बड़ा ए टू जेड कूड़े का प्लांट है. जहां कूड़े का अम्बार लगा रहत है
और वहां आए दिन आग लगने के कारण बदबूदार धुआं क्षेत्रवासियों के लिए दमा, टी.बी व श्वास सम्बन्धी रोगों का कारण बनता है.
संपन्न विकास कार्य -
पार्षदीय पद संभालने के बाद सुमित जी ने बिजली की समस्या से निजात दिलाने के उद्देश्य से बिजली व्यवस्था सुचारू रूप से करवाई, इसके अतिरिक्त उन्होंने क्षेत्र में सड़कों, खड़ण्जों, नाली बनवाने के साथ ही इंटरलॉकिंग का भी कार्य संपन्न करवाया.
राष्ट्रीय मुद्दों का अवलोकन –
राष्ट्र के मुख्य मुद्दों को लेकर सुमित जी का मानना है कि वर्तमान में सरकार को गरीबों के हितों के लिए कार्य करने की आवश्यकता है. उनके अनुसार सरकार ने आयुष्मान योजना गरीबों के लिए लागू की परन्तु जब उसकी छानबीन की गयी तो पता चल पाया की इस योजना का लाभ ज्यादातर अच्छे वर्ग के लोग ही प्राप्त कर पा रहें हैं. अतः सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है.