Name : सुखलाल निषाद
Badge no. 71182984
Designation – अध्यक्ष, नेशनल एसोसिएशन ऑफ फिशरमैन , यू पी
Website : Sukhlal Nishad Website
परिचय
सुखलाल निषाद जी कास्तकार परिवार से संबद्ध रखते हैं। निषाद जी चौबेपुर नवाबगंज के निवासी हैं एवं सुखलाल जी (NAF) नेशनल एसोसिएशन ऑफ फिशरमैन के डायरेक्टर रहे। कानपुर निवासी सुखलाल जी हमेशा ही जन कल्याण कार्यों के प्रति अग्रसर रहते हैं। अपने क्षेत्र की उन्नति के लिए भी इन्होंने बहुत से कार्य किये। सुखलाल जी निषाद समाज को भी आगे बढ़ने व एकता की दृष्टि से आगे बढ़कर चलते हैं।
परेशानियां एवं उनके निवारण
निषाद जी ने केशा कालोनी,सुखाईपुरवा, हुरयारीपुरवा में विकास कार्यों को लेकर एक समिति का गठन किया। जिसका नाम नवयुवक जनकल्याण समिति था। केशा कालोनी से कुछ कार्यों को लेकर विवाद होने की आशंका के चलते उन्होंने ये समिति छोड़ दी।
कुछ समय पश्चात क्षेत्रीय सुखाईपुरवा, हुरयारीपुरवा सुधार समिति का गठन किया। इस समिति की मदद से निषाद जी ने सड़क और बिजली की उचित व्यवस्था करने का कार्य किया। गन्दे पानी के उचित व्यवस्था का प्रबंध किया और यह कार्य जनता पार्टी सरकार के कार्यकाल में हुआ।
कल्याण सिंह जी के समय राष्ट्रीय निषाद जागरण महासभा के अध्यक्ष गौरव प्रसाद जी थे, उस वक्त कानपुर का अध्यक्ष सुखलाल जी को बनाया गया। कुरीतियों को दूर करने का कार्यभार सुखलाल जी पर था।
मुलायम सिंह यादव जी के मुख्यमंत्री के समय मोहनलाल जी अध्यक्ष पद पर कार्यरत हुए।
सुखलाल जी द्वारा किये कार्य
लोग अपनी संस्कृति, पूर्वजों को जाने इसके लिए निषाद राज कश्यप ऋषि की जयंती गंगा बैराज में मानने का कार्यक्रम प्रारंभ किया। इसे वर्ष 2015 से प्रतिवर्ष मनाया जाता है। एकलव्य भारतीय विद्यालय को प्रारम्भ कराया, जहाँ हाईस्कूल तक के सभी बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। श्री सुखलाल जी ने माँ दुर्गा का मंदिर निस्वार्थ भाव से निर्माणित कराया। वहीं एक छोटे बगीचा भी बनवाया और उसमें पेड़ भी लगवाए जिनमे नीम, पीपल, बरगद के पेड़ शामिल हैं।
भविष्य की योजनाएं
समाज को शिक्षित समाज की ओर अग्रसर करने और शिक्षा को हर व्यक्ति तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर ही निषाद जी कार्य कर रहे हैं। आगे भी ऐसे कई जन कल्याणकारी कार्य करते रहेंगे।
मार्ग में आने वाली बाधाएं
सुखलाल जी का मानना है कि जिन व्यक्तियों की सोच गन्दी होती है, वो दूसरों को उठता है नही देख सकते और कुछ न कुछ बाधा उत्पन्न करने की कोशिश करते हैं। व्यक्ति की सफलता से ऐसे लोगों को डर लगता है।
नीति परिवर्तन पर विचार
सुखलाल जी की निजी सोच है कि देश के कल्याण और आसानी के लिए पार्षद, विधानसभा जैसे सभी चुनाव एक ही सूची द्वारा 1 से 2 बार मे सम्पन्न हो जाएं, जिससे आर्थिक रूप से देश को कुछ फायदा हो सकता है।
सामाजिक परिवर्तन की बात
समाज मे यदि वास्तविक परिवर्तन लाना है, तो जरूरत मंदों को आरक्षण देना आवश्यक है। सुख लाल जी का मानना है कि जो व्यक्ति आर्थिक रूप से कमजोर हैं, ऐसे व्यक्तियों को आरक्षण देना ही चाहिए, इससे उन्हें काफी मदद हो जाएगी और ये जाति या धर्म के आधार पर बिल्कुल भी नही होना चाहिए।