नाम : सुधीर नारायण श्रीवास्तव
पद : पार्षद (भाजपा), चौक वार्ड 53 (अयोध्या)
नवप्रवर्तक कोड़ : 71184001
परिचय
लगभग 30 वर्षों के राजनीतिक एवं सामाजिक अनुभव के साथ जन प्रतिनिधि के रूप में सक्रिय सुधीर नारायण वर्ष 1989 से भाजपा कार्यकर्ता के रूप में पार्टी से जुड़े रहे हैं.
मूल रूप से अयोध्या कार्यक्षेत्र से जुड़े सुधीर नारायण सामाजिक अनुभवों के आधार पर राजनीति के अंतर्गत सक्रिय हुए और वर्तमान में अयोध्या के वार्ड 53, चौक से भाजपा पार्टी के बैनर तले पार्षद हैं.
समाज की
अगुवाई
सुधीर नारायण अपने राजनीतिक जीवन के आरंभ में एक कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी के
विकास और जनसेवा के भाव से सम्मिलित हुए थे, जिसके साथ साथ वे ठेकेदारी का कार्य
भी करते थे. किन्तु वर्ष 2007 से वह भारतीय जनता पार्टी के माध्यम से समाज
सेवा कार्यों को ही अधिक समय दे रहे हैं.
उनके जनसेवा के प्रति समर्पित भावों को देखते हुए ही पार्टी ने उन्हें वर्ष 2017 में पार्षद पद के लिए टिकट दिया और बेहतर जन समर्थन से उन्होंने विजय प्राप्त की.
प्रमुख
क्षेत्रीय मुद्दें
चूंकि चौक वार्ड मुख्य तौर पर अयोध्या
के कमर्शियल इलाकों में शुमार है, इसलिए यहां एक सुलभ शौचालय की बहुत अधिक मांग है
और सुधीर नारायण के अनुसार यही इस समय वार्ड की सबसे बड़ी समस्या भी है. इसकी व्यवस्था करने
की दिशा में वें प्रयासरत भी हैं. इसके अतिरिक्त वार्ड में पहले जो नालों, सड़कों
इत्यादि की समस्या थी, उस पर काफी विकास कार्य किया जा चुका है.
संपन्न विकास कार्य
चौक वार्ड में विकास हेतु सुधीर नारायण के द्वारा क्षेत्र में 3-4 नालों का निर्माण कराया गया, जिससे जलनिकासी की समस्या से लोगों को
निजात मिल सके. इसके साथ ही पेयजल संबंधी दिक्कतों को दूर करने के लिए पूरे वार्ड
में पाइपलाइन बिछवाने का कार्य भी सुधीर नारायण करवा चुके हैं और अटल अमृत योजना के
तहत हर घर को पानी का कनेक्शन मिल चुका है.
इसके अतिरिक्त सुधीर नारायण ने लगभग 700 मीटर तक सड़कों का निर्माण करवाया और वार्ड में विद्युत व्यवस्था सुचारू करने के उद्देश्य से मार्ग प्रकाश की बेहतर व्यवस्था की. वह स्वयं गलियों का निरिक्षण करते रहते हैं, जिससे वें आम समस्याओं पर नजर रख सकें और साथ ही वार्ड में सफाई व्यवस्था पर भी वार्ड में विशेष ध्यान दिया जाता है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार
राष्ट्र को मजबूती देने के लिए सुधीर नारायण का मानना है कि देश में
स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए, क्योंकि बेहतर स्वास्थ्य ही नागरिकों को
उन्नत समाज और प्रगतिशील देश के निर्माण में योगदान अंकित कराने योग्य बनाता है.