नाम : शिवपाल सावरिया
पद : पार्षद, वार्ड 70, कुंवर ज्योति प्रसाद वार्ड, राजाजीपुरम (लखनऊ)
नवप्रवर्तक कोड : 71183012
वेबसाइट : http://shivpalsawaria.in/परिचय :
शिवपाल सावरिया वर्तमान में भाजपा के पार्षद हैं. वह मूल रूप से लखनऊ के निवासी हैं तथा उन्होंने अपनी शिक्षा-दीक्षा लखनऊ यूनिवर्सिटी से पूरी की है. उनके पिता जी सहारा इंडिया परिवार से जुड़े रहें हैं. इसके अलावा उनका अपना व्यवसाय भी है. उन्होंने सबसे पहले 2012 में निर्दलीय पार्षद पद का चुनाव लड़ा था, जिसमें जनता ने उन्हें बड़े अंतर से विजयी बनाया था.
यहीं से उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत हुई तथा तभी से वह जन-सेवा के कार्य में लगे हुए हैं. इसके बाद 2017 में उन्होंने कुंवर ज्योति प्रसाद वार्ड 70 से भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ा तथा वह दोगुने अधिक मतों से पार्षद चुने गये. वर्तमान में शिवपाल जी राजाजीपुरम परिक्षेत्र से पार्षद होने के साथ ही भाजपा पार्षददल के कोषाध्यक्ष के पद पर भी कार्यरत हैं.
सामाजिक कल्याण से सरोकार :
बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न शिवपाल जी केवल राजनीति के क्षेत्र में ही नहीं अपितु सामाजिक उन्नति के क्षेत्र में भी अग्रसर होकर कार्यरत रहने वाले राजनीतिज्ञों में से हैं, इसी कारण राजाजीपुरम परिक्षेत्र में वे सर्वाधिक लोकप्रिय जननायक हैं. वे नगर निगम क्रिकेट टीम के कप्तान होने की जिम्मेदारी का वहन बखूबी कर रहे हैं, साथ ही बालाजी महासभा के प्रदेश सचिव भी हैं.
राजाजीपुरम परिक्षेत्र व्यापार मंडल एवं जल कल्याण मंच के संरक्षक के साथ साथ शिवपाल जी अन्य बहुत सी एसजी फाउंडेशनस के संरक्षक के रूप में समाज सेवा की अलख जगा रहे हैं. राजाजीपुरम के अंतर्गत बहुत से एनजीओ उनकी संरक्षता के अंतर्गत गतिशील हैं, जिसके माध्यम से समाज में हाशिये पर खड़े लोगों, असहाय वृद्धजनों, निर्धनों, अनाथ बालकों इत्यादि की निस्वार्थ भाव से सेवा की जाती है.
राजनीति में आने का उद्देश्य :
समाज की मुख्यधारा में आने के बाद उन्होंने क्षेत्र की छोटी-छोटी समस्याएं महसूस की, जिन पर जनप्रतिनिधि ठीक से कार्य नहीं कर पा रहे थे. उन समस्याओं का सामना करने तथा उनसे जनता को मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से ही वह राजनीति में आये.
शिवपाल सावरिया में शुरू से ही नेतृत्व करने
की कला थी. वह स्कूल में क्रिकेट टीम के कैप्टन रहे हैं व उनका स्वयं का क्रिकेट क्लब एवं क्रिकेट एकेडमी भी
है. यहीं से उन्होंने लोगों को जोड़ने का कार्य शुरू किया. इसके बाद क्षेत्र की
परिस्थितियां देखने व समझने के बाद उन्होंने उन्हें दूर करने का बीड़ा उठाते हुए
राजनीति में आने का फैसला लिया.
क्षेत्रीय कार्य :
शिवपाल सावरिया जमीन से जुड़े हुए नेता हैं. एक जनप्रतिनिधि के रूप में वह जनता के बीच हमेशा उपस्थित रहें, इसी उद्देश्य से उन्होंने अपने घर को कार्यालय न बनाते हुए एक अलग किराए का कार्यालय बनाया है, जहां पर वह प्रतिदिन 2-4 घंटे बैठते हैं, जिससे कि वह क्षेत्र के लोगों से मिल सकें व उनकी समस्याएं सुन सकें. इसके अलावा उन्होंने अपने क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं पर भी काफी कार्य किया है.
शिवपाल जी के कार्यकाल में राजाजीपुरम परिक्षेत्र में सर्वाधिक विकास हुआ है, विशेषतौर पर क्षेत्र की स्वच्छता सम्बन्धी समस्याओं पर काफी कार्य किया गया और क्षेत्र सौन्दर्यकरण की दृष्टि से भी बहुत अधिक उन्नत हुआ. उन्होंने अपने वार्ड के लिए सीवर प्रबंधन, पेयजल की व्यवस्था करना व पार्क संरक्षण जैसे कई कार्य किये हैं. उनका लक्ष्य रहता है कि सरकार ने जो योजना जिस वर्ग विशेष को ध्यान में रखकर बनाई है, उसे उन लोगों तक पहुंचाया जा सके तथा पिछड़े व आम लोगों को उनका अधिकार प्राप्त हो सके.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार :
शिवपाल सावरिया के अनुसार इस समय देश में विदेशी दखलंदाजी के मद्देनजर सुरक्षा सबसे गंभीर मुद्दा है. आये दिन हो रहे हमलों के कारण देश बैकफुट पर जा रहा है. इसके लिए सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए. इसके अलावा सरकार को भारत को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना होगा तथा यह तभी संभव है, जब कौशल विकास व डिजिटल भारत जैसी योजनाओं को बढ़ावा दिया जाये. हालांकि उनका मानना है कि वर्तमान सरकार इन दोनों ही मुद्दों पर बखूबी कार्य कर रही है.
"भारत साक्षरता अभियान" के अंतर्गत बेटियों को साक्षर बनाना शिवपाल जी सबसे महत्त्वपूर्ण कार्य मानते हैं, जिसके लिए वे जनजागरण की सार्थक मुहिम चला कर बेटियों को शिक्षित कर एक नए समतापूर्ण भारत के निर्माण के पक्षधर हैं.
वैश्विक परिदृश्य पर विचार :
शिवपाल सावरिया का मानना है कि वर्तमान के वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए भारत को शिक्षा की ओर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है. देश के हर प्रदेश में शिक्षा व आईटी हब बनाये जाने चाहियें.
इसके अलावा देश में ही अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न किये जाएं, ताकि हमारे देश के योग्य व शिक्षित युवा नौकरी के लिए विदेशों में पलायन न करें. युवाओं में देश के लिए प्रेम व देशभक्ति की भावना बनी रहे तथा देश के नागरिक कोई भी ऐसा काम न करे जिससे विश्व में भारत का नाम खराब हो या देश के सम्मान पर आंच आये.
शिवपाल जी पर्यावरण की संरक्षता को भी गंभीर वैश्विक विषय मानकर चलते हैं, उनका मानना है कि आज नदियों को संरक्षण की अत्याधिक आवश्यकता है, जिसके लिए यदि हम छोटे स्तर से एकनिष्ठ होकर प्रयास करेंगे, तो निश्चय ही भारत प्रगति भी करेगा और विश्व के पटल पर कीर्तिमान अंकित होंगा.