नाम : शिव प्रताप सिंह पवार
पद : राष्ट्रीय अध्यक्ष (राष्ट्रवादी शक्ति पार्टी)
नवप्रवर्तक कोड :
वेबसाइट : Shivpratappawar.in
जीवन परिचय -
सकारात्मक विचारधारा से परिपूर्ण एवं अथक परिश्रम से समाज में नवपरिवर्तन की लहर लाने के प्रयास में संलग्न युवा राजनेता श्री शिव प्रताप सिंह पवार मूल रूप से फतेहपुर के मंडासराय ग्राम के एक क्षत्रिय किसान परिवार से संबंधित हैं. वर्तमान में वे साउथ एवेन्यू, नई दिल्ली के निवासी हैं. शिव प्रताप जी ने प्रारंभिक शिक्षा इलाहाबाद से सम्पूर्ण की. कानपुर की सीएसजेएम यूनिवर्सिटी से उन्होंने राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की. समाज में फैली अराजकता के खिलाफ निरंतर आवाज़ उठाने वाले शिव प्रताप जी राष्ट्रवादी शक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं.
राजनैतिक पदार्पण –
पिछले आठ वर्षों से राजनीति में सक्रिय शिवप्रताप जी एलआईसी प्रबंधक के रूप में भी कार्य कर चुके हैं. राजनीति को अपना कार्यक्षेत्र चुनने के पीछे उनका बेहद स्पष्ट एवं सटीक मंतव्य है. उनका मानना है कि नौकरी या व्यवसाय करने वाले लोग भी देश की उन्नति, प्रगति और खुशहाली में बराबर के साझेदार होते हैं, क्योंकि वें अपनी आय का एक हिस्सा सरकार को टैक्स के तौर पर सौंपते हैं. एक लोकतांत्रिक देश में टैक्स के माध्यम से जनता तो अपना उत्तरदायित्त्व निभाती हैं, परन्तु सरकारी आवाम में फैला भ्रष्टाचार न तो जननीतियों को उचित प्रकार से लागू होने देता है और न ही देश को विकसित होने देता है.
इसी कारण शिवप्रताप जी ने राजनैतिक क्षेत्र को चुना, जिससे ईमानदारी से कार्य करके समाज और देश हित को सर्वोपरि रखकर वे कार्य कर सकें. देश को तरक्की के पथ पर अग्रसर करने के उद्देश्य से एवं समाज निर्माण के कार्य को प्रगति देने के लिए उन्होंने राजनीति का रुख किया.
राजनैतिक उपलब्धियां –
विगत 8 वर्षों से शिवप्रताप जी राजनीति में पूर्णत सक्रिय हैं, सर्वप्रथम अगस्त 2010 में वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, उत्तर प्रदेश के अंतर्गत प्रदेश महामंत्री के रूप में कार्यरत रहे, जिसके उपरांत जनवरी, 2013 में उनकी राजनीतिक प्रवीणता एवं कार्यकुशलता को देखते हुए उन्हें राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस, उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनने का गौरव प्राप्त हुआ. तत्पश्चात मई, 2013 में शिवप्रताप जी राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद पर क्रियाशील रहे.
फरवरी, 2016 में वे राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस, दिल्ली प्रदेश से प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित हुए. इन तमाम पदों पर रहकर अथक रूप से आगे बढ़ते हुए शिवप्रताप जी ने देश एवं समाज के सर्वांगीण विकास में भागीदारी करने हेतु अपने युवा साथियों की सहभागीदारी से, मई 2017 में राष्ट्रवादी पार्टी का गठन किया, जिसमें वे राष्ट्रीय अध्यक्ष की अहम भूमिका का निर्वहन करते हुए देश के युवा वर्ग को प्रेरित कर रहे हैं तथा समाज में हाशिये पर खड़ी जनता को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयासरत हैं.
सामाजिक सरोकार –
समाज को एक नई दिशा देने के लिए तथा देश के सर्वांगीण उत्थान के निहितार्थ शिवप्रताप जी नई दिल्ली के भारतीय युवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर आसीन होकर युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं. उनका मानना है कि भारत युवा शक्ति से सराबोर देश है, परन्तु बेहतर योजना व नीतियों के अभाव में युवाओं को विकसित होकर अपनी कार्यक्षमता निखारने का अवसर प्राप्त नहीं हो पा रहा है. वे पूर्ण समर्पण के साथ युवाओं के लिए कार्य कर रहे हैं.
इसके अतिरिक्त शिवप्रताप जी उत्तर प्रदेश (संघ) की किसान मजदूर सभा के संस्थापक एवं महासचिव की अहम भूमिका का निर्वहन कर देश में शोषित किसानों तथा मजदूरों को संयुक्त रूप से एकीकृत करके उन्हें उनके अधिकारों के प्रति न केवल जागरूक करते हैं बल्कि उनके लिए बनाई गयी सरकारी योजनाओं का वास्तविक लाभ उन्हें दिलवाने का प्रयत्न भी करते हैं. वे समय समय पर सरकार से किसानों और मजदूर वर्ग के लिए नव नीतियों के निर्माण की मांग भी उठाते रहते हैं, जिससे देश का यह पिछड़ चुका वर्ग भी विकास के मार्ग पर चल सके.
राष्ट्रवादी विचारधारा –
शिवप्रताप जी के अनुसार भारत में आज़ादी के सत्तर वर्ष बाद भी वहीँ मुद्दें हैं, जो आज़ादी से पहले थे. जनसंख्या वृद्धि, बेरोजगारी, अशिक्षा, भुखमरी एवं साम्प्रदायिकता ये सब देश को विकास पथ से पीछे धकेलने वाली समस्याएं हैं, जो गहन रूप से एक दूसरे की पूरक हैं. मसलन, एक विकासशील देश में जनसंख्या दर में सतत वृद्धि से आर्थिक संसाधनों पर अनावश्यक दबाव पड़ता है, जिसके चलते बेरोजगारी बढ़ती है और रोजगार के अभाव में भुखमरी फैलती हैं. शिवप्रताप जी चाहते हैं कि वर्तमान सरकार “जनसंख्या नियंत्रण कानून” को पारित करे और सख्ती से उसका अनुपालन भी किया जाए.
इसी प्रकार देश में सांप्रदायिकता का बढ़ना अशिक्षा को ही अंकित करता है. रुढ़िवादी विचारधारा उचित शिक्षा के अभाव में ही पोषित होती आई हैं. दूर दराज के देहाती क्षेत्रों में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की जड़ में भी इसी प्रकार की दकियानूसी सोच है. केवल बेहतर शिक्षा व्यवस्था से ही इन कुरीतियों पर प्रहार किया जा सकता है. शिवप्रताप जी विशेष तौर पर महिला सुरक्षा, युवाओं की प्रगति और भ्रष्टाचार के समापन की दिशा में कटिबद्धता के साथ तत्पर हैं.
वैश्विक पटल पर भारत –
वैश्वीकरण के दौर में हर देश को प्रगति के लिए तत्परता के साथ संलग्न रहना चाहिए. शिवप्रताप जी के अनुसार आज भारत 70 वर्ष पुराना देश नहीं हैं, जहां स्वदेशी भगाओ आंदोलन क्रियाशील किया जा सके. वर्तमान में आधुनिकीकरण का दौर है, जहां दूसरे देशों के साथ साझे संबंध रखकर ही अर्थव्यवस्था को विकसित किया जा सकता है. आज देशी अपनाने से ही देश को नहीं बचाया जा सकता, अपितु वैश्विक स्तर पर देश को विकसित करने हेतु अपने देश के उद्योगों को प्रोत्साहित करने के साथ साथ अन्य देशों की कंपनियों का भी अपने देश में विस्तार होना आवश्यक है. इसी प्रकार देश का आर्थिक स्तर मजबूत होगा और मूलभूत समस्याओं में सुधार किया जा सकता है.