नाम : शिव मोहन सिंह चंदेल
पद : जिलाध्यक्ष,
कानपुर ग्रामीण (प्रगतिशील समाजवादी पार्टी, लोहिया)
नवप्रवर्तक कोड़ :
परिचय -
विगत 20 वर्षों के राजनीतिक अनुभव के साथ कानपुर नगर के अंतर्गत विकास खंड कल्यानपुर में आने वाली ग्राम पंचायत मंधना में लोकहित कार्यों में संलग्न शिव मोहन सिंह चंदेल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में जिलाध्यक्ष पद पर कार्य कर रहे हैं. मूल रूप से बगदौदी बांगर ग्राम के निवासी शिव मोहन जी की पृष्ठभूमि आरंभ से ही राजनीतिक रही है, जिसके चलते उनका रुझान भी इसी कार्यक्षेत्र में रहा.
उनके पिताजी
विकासखंड शिवराजपुर के ग्राम मुक्ता से ग्राम प्रधान रहे हैं तथा उनकी धर्मपत्नी
श्रीमती शशि चंदेल जी भी वर्ष 2000 से 2015 तक ग्राम प्रधान के तौर पर जन विकास से
जुड़ी रही हैं. शिव मोहन जी प्रसपा में जिलाध्यक्ष होने के साथ साथ कानपुर नगर में
जिला पंचायत सदस्य के रूप में कार्यरत हैं.
राजनीतिक जीवन -
वर्ष 2000 से सक्रिय राजनीति का हिस्सा बनने के साथ ही शिव मोहन जी समाजवादी पार्टी के साथ जुड़ गए. वर्ष 2003 में वें लोहिया वाहिनी के अंतर्गत जिला महासचिव के के पद पर नियुक्त हुए. उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए वर्ष 2008 में उन्हें कल्यानपुर विधानसभा में ब्लॉक अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गयी और अगले ही वर्ष शिव मोहन जी बिठूर विधानसभा क्षेत्र से सपा विधान सभा अध्यक्ष के पद पर रहे. वर्ष 2016 में समाजवादी ग्रामीण के अंतर्गत जिला सचिव भी नियुक्त हुए और वर्तमान समय में वें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में जिलाध्यक्ष पद पर हैं.
स्थानीय समस्याएं -
शिव मोहन जी के
अनुसार मंधना क्षेत्र में सबसे अधिक समस्या सिंचाई व्यवस्था की है, यहां किसानों
को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है. इस क्षेत्र में ऐसे तो बहुत से रजवाहे
और लोअर गंगा कैनाल मौजूद है, किन्तु लोअर गंगा कैनाल के अतिरिक्त किसी भी रजवाहे
में पानी नहीं है. पानी की कमी के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
विकास कार्यों में बाधाएं -
एक जिला पंचायत सदस्य के रूप में शिव मोहन जी का मानना है कि, इस पद की अपनी सीमाएं होती हैं. जिलाध्यक्ष की अनुमति के बिना क्षेत्रीय विकास का कोई भी कार्य नहीं करा पाना विअक्स कार्यों में सबसे बड़ी बाधा है. शिव मोहन जी के अनुसार जिला पंचायत सदस्य केवल गांव के बाहर की सडकों के निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं और यह कार्य भी उन्हें बेहद सीमित बजट में करना होता है.
भारत के मुद्दों पर विचार -
शिव मोहन जी के अनुसार आज देश की जनता को आर्थिक उथल-पुथल का सामना करना पड़ रहा है, जिससे नागरिकों का विकास अवरुद्ध हो गया है. नोटबंदी के चलते जो अव्यवस्था देश में उत्पन्न हुई है, उससे बहुत से लोगों की आजीविका के साधन छिन गए. इसके अतिरिक्त बढती बेरोजगारी अपने आप में बहुत बड़ा राष्ट्रीय मुद्दा है, इसके कारण युवा वर्ग अपराधों की ओर बढ़ता है और नतीजतन क़ानूनी व्यवस्था चरमरा जाती है. इसलिए रोजगार की दिशा में सरकार को मजबूत कदम उठाने चाहिए.