नाम – शमशुल क़मर कुरैशी
पद - अध्यक्ष
प्रतिनिधि (सपा), नगर पंचायत सिकंदरा
नवप्रवर्तक कोड – 71184578
वेबसाइट - shamsulqamarquraishi.in
परिचय
वर्ष 2017 से राजनीतिक क्षेत्र का सक्रिय हिस्सा रहे शमशुल क़मर कुरैशी का का जन्म सिंकन्दरा में हुआ था. वह एक शिक्षित परिवार से संबंध रखते हैं तथा उनकी प्रारम्भिक शिक्षा सिकन्दरा के जूनियर हाई स्कूल से सम्पन्न हुई. इसके बाद वह अलीगढ़ आ गए तथा उन्होंने अलीगढ़ के हॉस्टल में रहकर इंटरमीडिएट की शिक्षा पूरी की.
इसके बाद उन्होंने आगरा यूनिवर्सिटी से बी.कॉम की डिग्री प्राप्त की और उत्तर प्रदेश नोएडा से एम.बी.ए की डिग्री ली है. इसके बाद शमशुल क़मर कुरैशी ने एयरटेल, वोडाफोन इत्यादि जैसी कम्युनिकेशन कंपनी में नौकरी भी की है.
राजनीतिक पर्दापण
पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक होने के कारण शमशुल क़मर कुरैशी का रुझान भी राजनीतिक क्षेत्र में था, उनके पिता ने वर्ष 1988 में अपना राजनीतिक सफर आरंभ किया, जिसमें वह नगर पंचायत के चेयरमैन रहें, उन्होंने नगर पंचायत में चेयरमैन के पद पर दो सत्र तक सेवाएं दी हैं.
इसके साथ ही उनकी माता जी
ने नगर पंचायत के चेयरमैन पद का कार्यभार संभाला है और वर्तमान में भी उनकी माता
जी ही नगर पंचायत के चेयरमैन पर पर हैं. इससे पूर्व उनके परिवार कांग्रेस पार्टी
से जुड़ा रहा है, परन्तु अभी वह
समाजवादी पार्टी से जुडकर कार्य कर रहे हैं.
सामाजिक अगुवाई
नौकरी करने के बावजूद भी शमशुल क़मर कुरैशी सामाजिक कार्यों में अपना योगदान देते रहे हैं. उन्होंने आई.टी विषय से एमबीए किया है, यही वजह रही कि उन्होंने अपने ग्राम सिकन्दरा में नए परिवर्तन लाने व समाज के लोगों को नई नीतियों से लाभान्वित करने के उद्देश्य से अपनी नौकरी को छोड़कर सिकंदरा जाना उचित समझा. वह भी अपने पिताजी व माताजी के पदचिन्हों पर ही चलना चाहते थे, किन्तु नौकरी के चलते उन्होंने राजनीति में देर से प्रवेश किया. वर्तमान में वह अपने बड़ों से प्रेरित होकर सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय हैं.
क्षेत्रीय मुद्दें
ग्रामीण परिवेश में पले-बड़े होने के कारण शमशुल क़मर कुरैशी क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को भलीभांति समझते हैं. उनके अनुसार यहां ग्रामीण लोगों को बहुत सारी मूलभूत समस्याओं से जूझना पड़ता हैं, जिन पर वह वर्तमान में भी निरंतर कार्य कर रहे हैं और भविष्य में भी करना चाहते हैं. उनका कहना है कि क्षेत्र की मुख्य समस्या बिजली, पानी, राशन कार्ड, पेंशन इत्यादि से संबंधित है. क्षेत्र की आबादी उच्च शिक्षित नही है, इसीलिए वह अपनी समस्याओं को लेकर बड़े अधिकारियों के पास जाने में भी संकोच करते हैं.
इसके साथ ही क्षेत्र में सबसे मुख्य समस्या ड्रेनेज सिस्टम का उचित प्रकार न होना है. जिसकी वजह से सडकों पर जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है. यह क्षेत्र चारों ओर से तालाबों से घिरा हुआ है, जिस कारण बरसात के समय तालाब पानी से लबालब भर जाते हैं और जलनिकासी उचित रूप से न होने के चलते पानी या तो खेतों में भर जाता है, या फिर सडकों पर, इस समस्या के समाधान के लिए शमशुल कमर कुरैशी निरंतर प्रयास में लगे हुए हैं.
संपन्न विकास कार्य
सिकंदरा कस्बे को अपने परिवार की तरह समझ कर कार्य करते हुए शमशुल क़मर कुरैशी समाज के लोगों की यथासंभव मदद के लिए प्रयासरत रहते हैं. उनके अनुसार आज से काफी वर्ष पूर्व कस्बे में कच्ची सड़कें, कच्ची नालियां हुआ करती थी, उस समय बजट इतना नही होता था, फिर भी हमारा प्रयास रहता था कि जितनी सहायता हो सके, उतनी करेंगे फिर धीरे-धीरे बजट बढ़ा साथ ही कार्य भी तेजी से होने लगे, कच्ची सड़कें खडंजों में तब्दील हो गयी. नालों के निर्माण पर भी कार्य होना शुरू हुआ. वर्तमान में क्षेत्र की यह स्थिति है, कि लगभग 95 प्रतिशत सड़कों का कार्य पूरा हो चुका है. नई बस्ती में कुछ सड़कें बची हैं, उन पर कार्य होना बाकी है.
विकास कार्यों में बाधाएं
शमशुल क़मर कुरैशी के अनुसार क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिए कुछ बाधाओं का सामना तो करना पड़ता ही है. उनका मानना है कि यदि किसी इलाके में जलनिकासी की समस्या से लोगों को निजात दिलाने हेतु वहां नाले का निर्माण कराना है, तो लोगों ने सड़कों पर अतिक्रमण किया होता है, सड़कों पर चबूतरा टूटने से भी उन्हें समस्या होती है.
इस प्रकार की काफी समस्याएं सामने आती है. कभी-कभी तो शासन-प्रशासन की भी सहायता लेनी पडती है और पुलिस बल का भी प्रयोग करना पड़ जाता है. परन्तु यदि इन बाधाओं से डर के विकास कार्य न कराया जाए तो समस्याओं का अम्बार लग जाएगा. इसीलिए समय से समस्याओं को दूर करना जरूरी होता है.
भविष्यगत योजनाएं
आगामी भविष्य में भी शमशुल कमर कुरैशी जनता के लिए बहुत से कार्य करना चाहते हैं तथा अपने बड़ों की राजनीतिक विरासत को इसी तरह बरकरार रखना चाहते हैं. जिनमें क्षेत्र के विकास कार्य, सरकारी स्कूलों की उचित व्यवस्था और आमजन को सरकार द्वारा बनाई गयी योजनाओं से लाभान्वित करना इत्यादि शामिल हैं.
राष्ट्रीय
मुद्दों पर विचार
वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए शमशुल क़मर कुरैशी का मानना है कि सरकार को बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. आज युवाओं को रोजगार नही मिल पा रहे, जिससे दिन-प्रतिदिन अपराधों का स्तर बढ़ता जा रहा है.
इसके अलावा सरकार को देशहित के लिए जो भी कानून बनाने हो उनका स्पष्टीकरण आमजन के मध्य सरल रूप से रखना चाहिए, जिससे लोगों के मन में भय न उत्पन्न हो. जिसका सबसे बड़ा उदाहरण सी.ए.ए व एन.आर.सी जैसे कानून के ऊपर सरकार की बयानबाजी का होना है. इसके कारण देश में लोगों के मध्य आक्रोश उत्पन्न हुआ. सरकार को देशहित के लिए बनाये जाने वाले मुद्दों को जनता के सम्मुख सरल शब्दों में रखने चाहिए.