नाम : शैलेन्द्र वर्मा
पद : मंडल उपाध्यक्ष, पार्षद प्रतिनिधि (भाजपा), चिनहट वार्ड - 2
नवप्रवर्तक कोड :
जीवन परिचय –
शैलेन्द्र वर्मा जी लखनऊ के चिनहट वार्ड से राजनीतिक नवप्रवर्तक के रूप में भाजपा के बैनर तले कार्यरत हैं. गोमती नगर, लखनऊ के निवासी शैलेन्द्र जी ने स्नातक तक शिक्षा प्राप्त की है तथा वे पार्षद प्रतिनिधि एवं भाजपा कार्यकर्ता के रूप में समाज की उन्नति में अपना सफल योगदान अंकित करा रहे हैं. भाजपा में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं देकर वे पार्टी को सुदृढ़ बनाने में सहायता देने के साथ ही स्थानीय जनता के लिए विकासपरक योजनाओं के क्रियान्वन में अग्रणी हैं.
वर्तमान में उनकी माता श्रीमती सावित्री देवी जी चिनहट द्वितीय वार्ड नं. 49 से पार्षद के तौर पर जनहित कार्य कर रही हैं, जिनका सहयोग करने के ध्येय से वे स्वयं जन सम्स्त्याओं का धरातलीय निरीक्षण करते हैं, साथ ही वार्ड के वरिष्ठ नागरिकों की सलाह से विकास कार्यों की नींव रखते हैं.
समाज की अगुवाई –
मूल रूप से व्यवसायी शैलेन्द्र जी के पारिवारिक सदस्य भी समाज कल्याण की मुहिम से जुड़े रहे हैं, भाजपा द्वारा चलाए गये विभिन्न जनजागरण अभियानों से जुड़कर उनके परिवार के सदस्य कार्यरत रहे हैं. इसी से प्रेरित होकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में भागीदारी करने के उद्देश्य से उन्होंने जनहित कार्यों में अगुवाई करने का निर्णय लिया. उनका मानना है कि समाज हित के लिए किये गये प्रत्येक प्रयास से व्यक्ति को एक नया और बेहतर अनुभव प्राप्त होता है. समाज निर्माण कार्यों के अंतर्गत शैलेन्द्र जी वार्ड के विभिन्न प्राथमिक विद्यालयों में निशुल्क पुस्तकें, यूनिफार्म, बैग इत्यादि शिक्षण सामग्री का वितरण अक्सर करते रहते हैं.
राजनैतिक पदार्पण –
समाज सेवा के साथ ही वर्ष 2001 से सक्रिय राजनीति में जुड़े शैलेन्द्र जी भारतीय जनता पार्टी में विभिन्न पदों पर रहकर संगठनात्मक कार्यों में संलग्न रह चुके हैं. चिनहट मंडल चुनाव आयोग में संयोजक के रूप में जनता को मतदान के लिए जागरूक करने में वे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आए हैं, साथ ही वर्ष 2013-16 तक की समयावधि में वे लखनऊ महानगर के भाजपा युवा मोर्चा में उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. वर्ष 2016 से शैलेन्द्र जी उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत होकर जनता की सेवा कर रहे हैं. इसके अतिरिक्त पिछले नौ माह से वे पार्षद प्रतिनिधि के रूप में अपनी माता जी के साथ मिलकर चिनहट वार्ड के लिए विकास कार्यों में सहभागीदारी प्रदान कर रहे हैं.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें एवं सम्पन्न विकास कार्य –
स्थानीय मुद्दों में शैलेन्द्र जी सर्वाधिक प्राथमिकता स्वच्छता को देते हैं, पार्षदी कार्यकाल के दौरान उनका प्रथम प्रयास प्रधानमंत्री जी, प्रदेश के मुख्यमंत्री जी तथा नगर विकास मंत्री जी के स्वच्छ भारत अभियान की विचारधारा को आगे ले जाना है. इस दिशा में वे मुख्य मार्गों, गलियों, नालियों आदि की साफ़-सफाई पर मुख्य रूप से ध्यान दे रहे हैं. साथ ही लम्बे समय से अविकसित पड़े वार्ड के कुछ निचले क्षेत्रों में भी वे सुधार करने के लिए प्रयासरत हैं. इस दिशा में उन्होंने वास्तु खंड, विभव खंड, विशेष खंड आदि क्षेत्रों में वर्षों से खराब पड़ी सडकों और नालियों का नवीनीकरण करवाया. स्वच्छता के मंतव्य को लेकर ही उन्होंने भरवारा ग्राम में विशेष सफाई अभियान चलाया, साथ ही वार्ड में जगह जगह जमा कूड़े-करकट के ढेर को नियमित रूप से निकाय कर्मचारियों द्वारा साफ़ करवाना वे अपना प्रमुख उत्तरदायित्व मानकर चलते हैं.
इसके अतिरिक्त चिनहट वार्ड में एलडीए के बहुत से पार्क प्रशासन एवं जनता की लापरवाही के कारण बेशुमार गंदगी तथा अवैध कब्जों की भेंट चढ़ चुके हैं. इस दिशा में भी शैलेन्द्र जी उनकी बाउंडरी वाल बनवाने एवं पार्कों में वृक्षारोपण के माध्यम से सौंदर्यीकरण करने के लिए क्रियाशील हैं. उन्होंने विजयंत खंड, विक्रांत खंड आदि में नए पार्कों का शिलान्यास करवाने के साथ ही महाराणा प्रताप पार्क में समरसेबल का शुभारंभ भी करवाया, जिससे हरीतिमा बनी रहे.
उपर्युक्त कार्यों के अतिरिक्त शैलेन्द्र जी ने चिनहट तिराहे पर सार्वजानिक शौचालय एवं स्नानघर का निर्माण भी जन- सुलभता के उद्देश्य से सम्पन्न करने में योगदान दिया. विक्रांत खंड में रोड इंटरलोकिंग टाइल कार्य कराकर सडकों को मजबूत बनवाया तथा नयागांव विजयपुर में लगभग 35 वर्ष पुराने लकड़ी के पोल हटवाकर आधुनिक आरसीसी पोल लगवाये, जिससे जनता सुरक्षित रूप से बिजली का उपयोग कर सके.
राष्ट्रीय मुद्दों पर अवलोकन –
जमीनी स्तर तक उचित शिक्षा की लहर को शैलेन्द्र जी सबसे बड़ी राष्ट्रीय
आवश्यकता मानते हैं. उनके अनुसार हाशिये पर खड़ी जनता को सही शिक्षा, रोजगार एवं बुनियादी
आवश्यकताओं की प्राप्ति होगी तो देश भी सही दिशा की ओर अग्रसर होगा.
इसके साथ ही उनका मानना है कि जो भी राजनीतिक दल जनता को भ्रमित कर देश को तोड़ने का कार्य करता है, उसके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए. राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखने वाले दलों की सही परख कर जनता को उनका सहयोग करना चाहिए और उनकी ओर सकारात्मक विचारधारा भी रखनी चाहिए.
शैलेन्द्र जी यह भी मानते हैं कि भारत में शहीद सैनिकों के बलिदान को याद रखा जाना
नितांत अनिवार्य है. इसके लिए उनके नाम के स्मारक बनवाना सर्वाधिक उचित निर्णय है,
जिसपर वे स्वयं भी कार्य कर रहे हैं.