नाम : शफीकुर्र रहमान
पद : सपा पार्षद, रानी लक्ष्मी बाई वार्ड-42, लखनऊ
नवप्रवर्तक कोड :
परिचय –
राजनीतिक नवप्रवर्तक शफीकुर्र रहमान छात्र जीवन से ही समाज सेवा कार्यों की ओर रुझान रखते आए हैं. खेलों में विशेष रूचि रखने वाले शफीकुर्र जी एलएलबी कर चुके हैं, साथ ही मॉडर्न हिस्ट्री में स्नातकोत्तर भी हैं. पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं होने के बाद भी उन्होंने समाज सेवी प्रवृति के कारण राजनैतिक क्षेत्र में अगुवाई की. व्यावसायिक रूप से वें एवं उनका परिवार पिछले 18 वर्ष से फार्मेसी के व्यवसाय में हैं. वर्तमान में शफीकुर्र जी रानी लक्ष्मी बाई वार्ड, अमीनाबाद से सपा पार्षद के रूप में कार्यरत हैं.
राजनीति पदार्पण -
अपना निजी व्यापार होने के बावजूद शफीकुर्र जी सदैव क्षेत्र के लोगों से जुड़े रहे. युवावस्था से ही समाज सेवा की तरफ रुझान होने के कारण राजनीति में प्रवेश से पूर्व ही क्षेत्रीय जनता के लिए काम करने लगे थे तथा उनकी सेवा करने के उद्देश्य से उन्होंने पार्षदी का चुनाव लड़ा. उनका कहना है कि राजनीति जनसेवा का एक सशक्त माध्यम है, इसलिए उन्होंने इस क्षेत्र का रुख किया.
सर्वप्रथम वर्ष 1989 में उन्होंने निर्दलीय निकाय चुनावों में भागीदारी की और सर्वाधिक मतों से विजय हासिल की. जिसके उपरांत वर्ष 1993 में शफीकुर्र जी ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन की और सभासद हुए. तभी से वें लगातार पार्टी के क्रियाकलापों को आगे बढ़ाते हुए जनता के लिए विकास कार्य भी करते आ रहे हैं.
क्षेत्रीय मुद्दे व विकास कार्य –
अमीनाबाद क्षेत्र काफी पुराना होने के कारण शफीकुर्र जी बेहद पुरानी पड़ चुकी सीवर लाइनों को सबसे बड़ी समस्या मानते हैं, जिस पर वे निरंतर कार्य कर रहे हैं. उनके अनुसार पिछले सभासदों की लापरवाही के कारण इलाके के सभी वार्ड उपेक्षित रहे हैं. बस्तियों के अंतर्गत सुलभ शौचालयों की भी कमी है, साथ ही स्वच्छता से संबंधित सुविधाओं का भी अभाव है. उनका मुख्य उद्देश्य पिछड़े इलाकों का विकास करना हैं, जिसके चलते वे कुछ सुलभ शौचालयों का निर्माण कार्य प्रारम्भ करवा चुके हैं. बस्तियों में जल सम्बन्धी सुविधाओं के लिए उन्होंने बोरिंग की व्यवस्था भी करवाई.
समाज में हाशिये पर खड़े लोगों के लिए भी वे बहुत से कार्य करते रहते हैं. पार्षदी के प्रारम्भ
में ही शफीकुर्र जी ने नाला फतेहगंज और जंगलीगंज मोहल्लें में स्वच्छता का कार्य
करवाना जारी किया. वे मानते हैं कि शहर में मेयर के गैर- जिम्मेदार रवैये के कारण
वर्तमान में पार्षद अपना कार्य कुशल प्रकार से नहीं कर पा रहे हैं.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार –
शफीकुर्र जी वर्तमान भारत में शिक्षित युवाओं की बेरोजगारी को अहम मुद्दा मानकर चलते हैं, उनके अनुसार युवा देश की असल शक्ति हैं और उनके मार्गदर्शन की दिशा में उचित कार्यवाही आवश्यक है. साथ ही राजनीतिक दलों द्वारा सांप्रदायिक तनाव फैलाया जाना भी चिंता का विषय है, जिस पर रोक लगाई जनि चाहिए. शहरीकरण के नाम पर जंगलों का खत्म होना और पेड़ों का काटा जाना भी शफीकुर्र जी मनन का विषय मानते हैं, उनके अनुसार पर्यावरण के प्रति लापरवाही और अंधाधुंध जल दोहन के चलते पेयजल का संकट भविष्य में बड़ा खतरा बन सकता है.
वैश्विक परिद्रश्य में भारत –
देश में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त कर और ग्राम देहातों तक शिक्षा के नवीन अवसर पहुंचाने से भारत विश्व में एक नया मुकाम प्राप्त कर सकता है. शफीकुर्र जी का मानना है कि यदि देश शिक्षित होगा, तो निश्चय ही सकारात्मक बदलाव आएगा और इससे देश उन्नतिशील होकर वैश्विक पटल पर नाम अंकित करेगा.