नाम – सत्य प्रकाश निषाद
पद – पार्षद प्रतिनिधि (भाजपा), अंबेडकरनगर, वार्ड – 33 (अयोध्या)
नवप्रवर्तक कोड – 71184047
परिचय –
सत्य प्रकाश निषाद भारतीय जनता पार्टी के एक सक्रिय नेता व कार्यकर्ता हैं, जो कि क्षेत्रीय राजनीति में लम्बे अरसे से जुड़े हुए हैं. वह अयोध्या (उ.प्र.) के रहने वाले हैं तथा एक राजनीतिक-सामाजिक परिवार से संबंधित हैं. वर्तमान में उनकी माता पुष्पा देवी वार्ड – 33, अंबेडकरनगर से भाजपा पार्षद हैं तथा सत्य प्रकाश निषाद पार्षद पुत्र के रूप में वार्ड के विकास कार्यों में उनका सहयोग कर रहे हैं. सत्य प्रकाश निषाद ने वर्ष 2012 में बी.कॉम की शिक्षा प्राप्त की है.
सामाजिक अगुवाई –
सत्य प्रकाश निषाद के पिता जी विगत 45 वर्षों से संघ से जुड़े रहे हैं और साथ ही उन्होंने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा प्रकृति संरक्षण और निर्धन बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने में लगाया है.
अपने पिताजी के जीवन से प्रेरणा लेते हुए सत्य प्रकाश निषाद ने भी समाज कल्याण में अपना योगदान अंकित कराने के उद्देश्य से आगे बढ़ने का निश्चय किया. जिसके चलते वें वर्ष 2007 से सक्रिय राजनीति का हिस्सा बनते हुए भारतीय जनता पार्टी के अंतर्गत कार्यकर्ता के रूप में जुड़े हुए हैं.
क्षेत्रीय मुद्दें –
अपने क्षेत्र के सबसे प्रमुख मुद्दों पर सत्य प्रकाश निषाद का मानना है कि अयोध्या नगर पालिका के नगर निगम में परिवर्तित होने के बाद से सड़क विकास कार्यों पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है. उनका कहना है कि उनके वार्ड में सड़कों की स्थिति बेहद ख़राब है और इस मुद्दें पर पिछली सरकारों के कार्यकाल में कभी कोई कार्य नहीं कराया गया है. वहीं नगर निगम बनने के डेढ़ वर्ष के बाद भी यहां योजनाएं तो काफी बनती हैं, किन्तु उतना कार्य कभी नहीं हो पाता है.
संपन्न विकास कार्य -
सत्य प्रकाश निषाद ने अपने वार्ड में गलियों, नालियों इत्यादि का निर्माण कार्य कराने का क्रम जारी रखते हुए स्थानीय विकास की प्रक्रिया को सतत रखा है. साथ ही एक नई निर्मित कॉलोनी में उन्होंने विद्युत लाइन और पेयजल लाइन की व्यवस्था करवाई.
विकास कार्यों के तौर पर अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि सत्य प्रकाश निषाद वार्ड के अंतर्गत तकरीबन 55-60 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के द्वारा मकान
बनवा दिया जाना मानते हैं. इसके अतिरिक्त स्वच्छता संबंधी समस्याओं के निराकरण को
लेकर भी वें प्रयासरत रहते हैं,
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार –
सत्य प्रकाश निषाद के अनुसार, बेहतर सडकें देश की प्रगति को दर्शाती हैं, लेकिन हमारे देश में जब जिलास्तर अथवा क्षेत्रीय स्तर पर ही सड़कों की दशा बदतर होगी और सडकें गड्ढों से भरी होंगी तो इससे देश के विकास पर भी दुष्प्रभाव पड़ेगा.
इस व्यवस्था का उदाहरण देते हुए
वह बताते हैं कि उनके वार्ड से सटी हुई हाईवे की सड़क इतनी टूटी फूटी और
गड्ढायुक्त है कि छात्र बरसात के दिनों में कीचड में नहाते हुए विद्यालय जाते हैं
और साथ ही दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है. ऐसे में इस समस्या पर विशेष ध्यान
दिया जाना चाहिए.