नाम : सतीश निगम
पद : पूर्व विधायक (समाजवादी पार्टी) कल्याणपुर विधान सभा
नवप्रवर्तक कोड : 71182851
परिचय
अपनी जड़ों से पूर्णत जुड़े एवं सादे अंदाज से राजनैतिक क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ देने वाले सतीश निगम जी कल्याणपुर विधानसभा के पूर्व विधायक रह चुके हैं. सामाजिक क्षेत्र में कुछ बेहतर करने की आकांशा उन्हें राजनीति के मैदान में लेकर आई और तभी से वें समाजवादी पार्टी से जुड़कर समाज और देश के विकास में अपनी भूमिका का वहन कर रहे हैं. पीपीएन कॉलेज से स्कोलर रहे सतीश जी ने स्नातक की डिग्री प्राप्त की है तथा वें एलएलबी भी कर चुके हैं. उन्होंने केमिस्ट्री विषय से एमएससी भी परिपूर्ण की है.
राजनैतिक अगुवाई के कारण
समाज की बेहतरी के उद्देश्य को यथार्थ करने के लिए एवं देश प्रेम की भावना को फलीभूत होते देखने के लिए सतीश जी ने राजनीति के क्षेत्र में पदार्पण किया. अपने पार्षद के कार्यकाल के दौरान उन्होंने जमीने रूप से आम लोगों की पीड़ा को महसूस किया, जिससे उन्हें राजनीति में बने रहने और सतत कुछ अच्छा करने की प्रेरणा मिलती रही. इस प्रेरणा के फलस्वरूप ही उन्होंने कल्याणपुर से चुनाव लड़कर विधायक का पद प्राप्त किया.
क्षेत्रीय मुद्दें
अपने चुनावी क्षेत्र कल्याणपुर विधानसभा के लिए सतीश जी ने बहुत से कार्यों को पूर्ण करवाया है. चिकित्सा से जुडी ढेरों सुविधाओं को उन्होंने लागू कराया, जिनमें हैलट में न्यूरोसाइंस सेंटर बनवाना प्रमुख रहा. इसके अतिरिक्त उन्होंने आईडीएक्स हॉस्पिटल की बिल्डिंग का एक बड़ा हिस्सा कार्डियोलॉजी विभाग को दिलवाया और 300 अतिरिक्त बेड की सुविधा भी मुहैया करायी.
कल्याणपुर की आधारभूत संरचना बेहद ख़राब थी, जिस कारण आए दिन लोगों को जल भराव की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. जनता के सुचारू और सुगम आवागमन के लिए 32 गाँवों में बहुत सी सड़कों का निर्माण भी उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान करवाया. कल्याणपुर से पनकी मंदिर होते हुए भाटिया चौक तक सीसी रोड का निर्माण कार्य भी उन्होंने करवाया, जिसका आधा कार्य सम्पूर्ण हो चुका है और बाकी भाजपा सरकार के कार्यकाल में अवरुद्ध पड़ा है. गंगा बैराज पर लोहिया पार्क का कार्य उन्होंने लगभग 90 करोड़ रूपये की लागत से सम्पन्न करवाया. पनकी पावर हाउस के पास पुल का निर्माण कराया साथ ही गंगा बैराज से मंधना जाने का रास्ता बनवाया.
रतनपुर में 60 करोड़ की लागत से स्टेडियम का निर्माण भी सतीश जी ने अपने कार्यकाल में कराया. अपनी विधान सभा के अंतर्गत 14 वार्डों का सीवर सिस्टम ठीक करने के प्रस्ताव को वें मंजूरी दिला चुके हैं, जिस पर कार्य होना बाकी है. शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने कईं बड़े कार्य किये हैं, शिक्षा के क्षेत्र में इन्होंने एचबीटीआई को यूनिवर्सिटी बनाया और रामा डेंटल को प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनवाया. कल्याणपुर से बिठुर जाने वाले रास्ते को उन्होंने डबल लेन का कराया, जिससे जनता को ट्रैफिक की विकट समस्या से मुक्ति मिल सके.
कल्याणपुर विधानसभा के नारामऊ एवं पपली सहित अन्य 5 गांवों को सतीश जी के द्वारा कस्को से जोड़ा गया, जिससे इन गांवों को 24 घंटे बिजली की सुविधा उपलब्ध करायी जा सके. बारासरल, पपली, नारामऊ, कल्याणपुर, अशोकनगर इत्यादि में जहां भी बिजली की व्यवस्था ठीक नहीं थी, उसे ठीक करा कर नई लाइनें बिछवाई.
भविष्यगत योजनाएं
सतीश जी भविष्य में अपने क्षेत्र के विकास के लिए बहुत सी योजनाओं पर कार्य करना चाहते हैं. उनका मानना है कि अभी भी कल्याणपुर क्षेत्र में काफी सुविधाओं का अभाव है, जिन पर भविष्य में कार्य होना बेहद जरुरी है. प्रस्तावित 14 वार्डों की सीवर लाइन्स पर कार्य करना उनका प्रमुख ध्येय है. इसके साथ साथ प्रत्येक जन तक साफ़ एवं शुद्ध पेयजल पहुंचाना भी उनकी भविष्यगत चुनौतियों में से एक है. कल्यानपुर विधानसभा क्षेत्र में चिकित्सा से जुडी बेहतर सुविधाओं के लिए संजय गाँधी हॉस्पिटल की तर्ज पर एक बड़े एवं आधुनिक सुविधाओं से पूर्ण हॉस्पिटल का निर्माण करवाना तथा एक लॉ का सरकारी डिग्री कॉलेज की स्थापना करवाना भी सतीश जी की आगामी कार्य प्रणाली का हिस्सा है.
राष्ट्रीय मुद्दें
सतीश जी के अनुसार आज देश में सबसे बड़ी समस्याएं रोटी, कपडा, मकान, चिकित्सा, शिक्षा और नौजवानों को रोजगार मिलना हैं. परन्तु सरकारी स्वार्थ के अभाव में यह सब मुद्दें कहीं पिछड़ से जाते हैं. साथ ही धर्म के नाम पर हो रही गन्दी राजनीति को रोकने की आवश्यकता बनी हुई है. स्वस्थ और सच्ची मीडिया का किसी भी देश के लोकतंत्र में एक बड़ा हिस्सा होता है, परन्तु सतीश जी के अनुसार आज देश की मीडिया भ्रष्ट हो चुकी है और जनता तक झूठी खबरें व्यापकता के साथ पहुंचाई जा रही है. इस पर रोक लगनी चाहिए और जनता के समक्ष सही और सटीक खबरें जानी चाहिए, जिससे जनता विकसित हो सके. इसी से देश का असली विकास भी संभव है.
वैश्विक पटल पर भारत
वैश्विक पटल पर किसी भी देश की तरक्की पड़ोसी देशों के साथ उसके अछे सम्बंधों पर निर्भर करती है. सतीश जी के अनुसार आज भारत के आर्थिक संसाधन पड़ोसी मुल्कों के साथ लड़ाई में व्यर्थ जा रहे है. विदेशी नीति इतनी बेहतर होनी चाहिए कि पड़ोसी देशों से सम्बंधों में पारदर्शिता बनी रह सके. इसके अतिरिक्त देश को सामरिक रूप से सुदृढ़ होने की भी आवश्यकता बनी हुई है, ताकि दूसरे राष्ट्रों की अपेक्षा हम पीछे ना रह जाएं. भारत से अशिक्षा को मिटाना भी बहुत बड़ी चुनौती है, जिस पर सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि अशिक्षा समाज को हाशिये पर लाने का कार्य कर रही है. यदि वैश्विक मानचित्र पर देश का पूरी तरह विकास मुमकिन है, तो वह अशिक्षा को दूर करके ही हो सकता है.