नाम : सरोज कुमार रावत
पद : सपा पार्षद, वार्ड 11, न्यू हैदरगंज तृतीय, लखनऊ
नवप्रवर्तक कोड :
परिचय -
लखनऊ शहर की आलम विहार कॉलोनी से सम्बन्ध रखने वाले राजनीतिक नवप्रवर्तक सरोज कुमार रावत जी एडवोकेट के रूप में लखनऊ में ही कार्यरत हैं. इंटर के बाद उन्होंने स्नातक से बीकॉम की शिक्षा ग्रहण की, साथ ही एलएलबी की डिग्री प्राप्त कर पिछले 10-12 वर्ष से वकालत की प्रैक्टिस भी कर रहे हैं. इनके पिता भी वर्ष 1979 से एडवोकेट रहे हैं, जिससे प्रेरित होकर उन्होंने वकालत आरम्भ की, जिसके माध्यम से उन्हें अनुभव हुआ कि समाज की समस्याओं के लिए सुधार कार्य किये जाने की आवश्यकता है.
इसके उपरांत वर्ष 2017 में समाजवादी पार्टी से नगर निगम चुनाव लड़ने का मौका मिला. जिसमें विजयी होकर सरोज जी पार्षद का कार्यभार संभाल रहे हैं, उनकी पत्नी रीना रावत जी भी समाजवादी पार्टी से हैदरगंज, 3 से पार्षद के तौर पर कार्यरत हैं. सरोज जी एवं उनकी पत्नी दोनों ही राजनीति में कार्यरत हैं और क्षेत्र की समस्याओं के निवारण हेतु कार्यरत हैं.
राजनीति का सफर -
सरोज जी के ताऊ जी 1982 से 2000 तक अपने गाँव के प्रधान रहे, जिससे रावत जी को राजनीति से जुड़े कार्यों की जानकारी एवं अनुभव रहा. वे समाजवादी पार्टी की नीतियों एवं सिद्धांतों से अत्याधिक प्रभावित रहे हैं और पार्टी के कार्यों को समाजविकास परक मानकार स्वयं भी जनहित के कार्यों में संलग्न रहते हैं. वर्तमान में वे आलम विहार कॉलोनी से सपा पार्षद हैं, साथ ही सरोज जी वार्ड के महासचिव भी रह चुके हैं.
क्षेत्रीय समस्याएं -
अपने क्षेत्र की उन्नति के उद्देश्य से कार्य करने वाले सरोज जी का वार्ड गाँव से लगा हुआ है, इसीलिए सड़क, सीवर, स्वच्छता तथा बिजली आदि क्षेत्रों में होने वाली परेशानियां अत्याधिक हैं. इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए कार्य करना चाहते हैं. जिसके लिए सरोज जी जल निकासी के लिए स्थायी निवारण चाहते हैं. इसके अतिरिक्त अच्छे स्वास्थ के लिए पेयजल, आवागमन मार्ग, आधुनिक सुविधायुक्त अस्पताल बनवा कर वार्ड में उचित व्यवस्था चाहते हैं.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार
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देश की प्रगति में अवरोध पैदा करने वाले मुद्दों को सरोज जी जनता के सामने लाकर उनका निवारण करना चाहते हैं. वे भारत के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य करना चाहते हैं. सैन्य सुरक्षा को दुरुस्त एवं शस्त्रों का नवीनीकरण करने के लिए वे सरकार से विशेष निवेदन करते हैं, उनका मानना है कि उचित व्यवस्था के चलते सैनिकों को राहत होगी.
देश के उत्थान के लिए आम जनता
को आर्थिक रूप से समर्थ होने के लिए उद्योगों को बढ़ावा देने का मत सरोज जी रखते
हैं. साथ ही उनका मानना है कि पड़ोसी देशों से संबंध मधुर बनाए रखने से देश को
व्यावसायिक लाभ प्राप्त होगा, जिससे देश प्रगतिशील होगा.