नाम : संतोष तिवारी
पद : निर्दलीय उम्मीदवार, झींझक, कानपुर देहात
नवप्रवर्तक कोड : 71183114
परिचय -
सामाजिक सरोकार से जुड़े संतोष तिवारी जी जमीन से जुड़े अनुभवी राजनीतिक नवप्रवर्तक हैं. इनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक - सामाजिक ही रही है. वर्ष 1927-28 से अथार्थ अंग्रेजी शासनकाल के समय से ही संतोष जी के पूर्वज समाज की अगुवाई में महत्त्वपूर्ण भूमिका का वहन करते आ रहे हैं. अपने पुरखों से प्रेरणा लेकर दबे-कुचले वर्ग के विकास के लिए हर संभव प्रयास करने वाले संतोष जी क्षेत्रीय विकास की अवधारणा के लिए कार्यरत हैं.
राजनैतिक अगुवाई -
संतोष जी के अनुसार नौकरी या व्यवसाय केवल जीविकापार्जन के माध्यम हैं, परन्तु समाज में रहकर समाज निर्माण का कार्य करना स्वयं में एक बड़ी चुनौती है. राजनीति से जुड़कर वे समाज के विकास का कार्य करना चाहते हैं, साथ ही हाशिये पर खड़े वंचित वर्ग का विकास करना संतोष जी की कार्य प्रणाली का अभिन्न अंग है.
सामाजिक कार्यों में योगदान -
समाज कल्याण की भावना से भरपूर संतोष जी जनता के समर्थन और परिवार के सहयोग से क्षेत्र के सामाजिक विकास के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं. निर्धन कन्याओं का विवाह करवाना, मुफ्त स्वास्थ्य परिक्षण शिविरों का आयोजन करवाना, गरीब परिवार में किसी के निधन होने पर अंत्येष्टि का सम्पूर्ण खर्चा उठाना इत्यादि सामाजिक कार्यों में वे सदैव आगे रहते हैं. संतोष जी के विचार साफगोई से भरपूर हैं, उनमें दिशा - निर्देशन की भावना पोषित होती दिखती है.
सम्पन्न विकास कार्य -
संतोष जी ने क्षेत्र की कमान संभालने के उपरांत सर्वप्रथम सड़कों का निर्माण करवाया, इससे पहले क्षेत्र में एक भी पक्की सड़क नहीं थी. सड़कों के अभाव में बरसात के समय गांव तालाब बन जाया करता था, जिसके चलते उन्होंने बहुत सी सडकों का निर्माण करवाया. इसके अतिरिक्त डेढ़ हजार लोगों को पेंशन दिलवाने का प्रबंध भी किया. कार्यकाल के दौरान उन्होंने 1000 आवासीय कॉलोनीयों की व्यवस्था भी करवाई, जिनके आबंटन का कार्य अभी शेष है. क्षेत्र में 100 बेड के अस्पताल का प्रबंध भी संतोष जी ने करवाया, जिससे क्षेत्रीय जनता को सुगमता हो सके.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें -
देहात क्षेत्र होने के कारण संतोष जी के क्षेत्र में बिजली, सड़क, पेयजल, शिक्षा आदि से जुड़ी समस्याएं काफी अधिक हैं. साथ ही गरीबों को लोन लेने में भी खासी मशक्कत करनी पड़ती है, इन क्षेत्रों में व्यापक सुधार के लिए संतोष जी संघर्षरत हैं. उनका मानना है कि जो कठिनाई से चलना एवं संघर्ष करना जानता है, वही व्यक्ति समाज में नवचेतना ला सकता है.
राष्ट्रीय स्तर के मुद्दें :
संतोष जी के अनुसार देश में सबसे व्यापक मुद्दा अशिक्षा है, जनता के साक्षर नहीं होने से बहुत सी समस्याओं को बढ़ावा मिलता है. वर्तमान में स्वास्थ्य, सुरक्षा, विकास कार्य आदि देश के अन्य प्रमुख मुद्दें हैं, जिनकी दिशा में उचित कार्यवाही होनी चाहिए. यदि इन सभी क्षेत्रों में सुधार हो जाता है तो देश अवश्य ही अन्य देशों की तुलना में आगे बढ़कर विकसित होगा.