नाम – संजीव मिश्रा
पद – पार्षद प्रतिनिधि (कांग्रेस), बर्रा वार्ड 51 (कानपुर)
नवप्रवर्तक कोड – 71183722
वेबसाइट - http://sanjeevmishra.org/
परिचय –
कांग्रेस के अनुभवी कार्यकर्ता व सक्रिय नेता संजीव मिश्रा वर्तमान में बर्रा, कानपुर से पार्षद प्रतिनिधि हैं. उनकी पत्नी नीतू मिश्रा वार्ड की पार्षद हैं. संजीव मिश्रा कानपुर के ही रहने वाले हैं तथा काफी लम्बे अरसे से पार्टी से जुड़े हुए हैं. हालांकि दस साल वह राजनीति से दूर रहे और इस दौरान उन्होंने अपना व्यापार खड़ा किया. किन्तु जब उन्हें यह अहसास हुआ कि समाज के लिए कुछ करना चाहिए तो वह पुनः कांग्रेस में शामिल हो गए.
राजनीतिक सफ़र –
छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय संजीव मिश्रा वर्ष 2001 से इस क्षेत्र
में है. सर्वप्रथम वह कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई में कानपुर नगर के
पदाधिकारी रहे. इसके बाद यूथ कांग्रेस में शामिल होकर पार्टी के लिए कार्य किया.
इसी बीच उनकी शादी हो गई. शादी के बाद 10 वर्षों तक वह राजनीति से विरक्त रहे तथा
अपना पूरा समय अपने परिवार व व्यापार को देने लगे.
इसके बाद 2010 में उन्होंने एक बार फिर राजनीति में कदम रखा तथा नगर कांग्रेस कमेटी के वार्ड अध्यक्ष नियुक्त किए गए. इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस के लिए वार्ड प्रभारी व चुनाव प्रभारी (वार्ड) के रूप में भी कार्य किया.
क्षेत्रीय मुद्दें –
वार्ड के प्रमुख मुद्दों के बारे में संजीव मिश्रा का कहना है कि उनका वार्ड काफी पिछड़ा वार्ड है. यहां कई छोटी- छोटी कॉलोनियां हैं, जहां क्षमता से ज्यादा लोग रह रहे हैं. जिस कारण सामंजस्य बैठाना मुश्किल हो जाता है. वहीं वार्ड में पानी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है. यहां सरकार द्वारा टैंकों की व्यवस्था तो करायी गई है, किन्तु उन्हें चालू नहीं कराया गया. जिसके लिए वह धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं. संजीव मिश्रा का मानना है कि सरकारी विभाग वार्ड विकास के प्रति काफी उदासीन है. उनके पास काफी बार प्रार्थना पत्र भेजे जा चुके हैं, किन्तु कोई कार्यवाही नहीं होती.
प्रमुख उपलब्धियां –
विपरीत राजनीतिक परिस्थितियां होने के बावजूद संजीव मिश्रा का कहना है कि उन्होंने अपने वार्ड मे अभी तक विभिन्न विकासात्मक जैसे सड़क निर्माण, विद्युत व्यवस्था, स्वच्छता व्यवस्था आदि से जुड़े कार्य कराएं हैं. पार्षद चुने जाने से पहले भी वह कांग्रेस के तत्कालीन विधायक अजय कपूर के संरक्षण में वार्ड के विकास के लिए कार्य करते रहते थे.
वहीं पार्षद चुने जाने के बाद से भी उन्होंने हर दिशा में कार्य करने का प्रयास किया है. संजीव मिश्रा के अनुसार, उन्होंने अब तक अपने वार्ड में 40- 45 हैंडपंप व 15- 20 सबमर्सिबल लगवाएं है. जिससे पेयजल की समस्या को दूर किया जा सके. वहीं वार्ड के ज्यादातर पार्क खराब हालत में थे, हाल ही में उन्होंने यहां के पांच पार्कों में हरियाली, बाउंड्री व सफाई आदि का कार्य करवाया है.
साथ ही वह प्रतिदिन 3-4 घंटे जनता के मध्य रहते हैं, ताकि उनके मुद्दों को करीब से समझा जा सके व उन पर कार्य किया जा सके.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार –
वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए संजीव मिश्रा का मानना है कि बढ़ती बेरोजगारी भारत का सबसे बड़ा व गंभीर मुद्दा बनकर उभर रहा है. वहीं व्यापार कमजोर होता जा रहा है, जिससे सीधे तौर पर देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है. अतः सरकार को इन दोनों ही मुद्दों के प्रति ठोस कदम उठाने होंगे.