नाम – संजय त्रिवेदी
पद – भाजपा पार्षद,
वार्ड 4 राजेपुर वाजिदपुर, उन्नाव
नवप्रवर्तक कोड –
परिचय
उन्नाव के राजेपुर वाजिदपुर वार्ड से पार्षद पद पर कार्यरत संजय त्रिवेदी जी वर्ष 2005 से राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय हैं. राजनीति में औपचारिक रूप से शामिल होने से पूर्व ही संजय जी ने आम जनता की सहायतार्थ राशन कार्ड, पेंशन कार्ड, प्रमाण पत्र इत्यादि बनवाना तथा उनकी समस्याओं को समझना आरम्भ कर दिया था. इसी सेवा भाव के चलते जनता ने उन्हें समर्थन देते हुए राजनीति में जाने के लिए प्रेरित किया.
राजनीतिक पदार्पण
संजय जी सर्वप्रथम राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़कर शाखा में नियमित रूप से जाते रहे हैं. इसके उपरांत उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर सभासदी का चुनाव लड़ा और विजय प्राप्त की. तत्पश्चात वें वर्तमान सदर विधायक पंकज जी के संपर्क में आए और उनके बसपा ज्वाइन करने पर संजय जी भी बसपा से जुड़ गए.
इसके बाद पंकज जी के विधायक बनने के साथ ही संजय जी भी उनके पदचिन्हों पर चलते हुए भारतीय जनता पार्टी से जुड़ गए और वर्तमान में इसी पार्टी से पार्षद पद पर स्थानीय विकास के लिए प्रयासरत हैं.
प्रमुख क्षेत्रीय समस्याएं
संजय जी के अनुसार राजेपुर वार्ड की सबसे बड़ी समस्या पेयजल से जुड़ी है. पानी की लाइन बेहद पुरानी होने के कारण जर्जर अवस्था में है और जगह जगह से लीक है, जिसके चलते क्षेत्र में जलभराव के चलते सीवर का दूषित पानी पेयजल वाली लाइन से मिल जाता है और पेयजल की समस्या खड़ी हो जाती है.
पार्षद जी का कहना है कि यद्यपि वार्ड के निवासी उचित टैक्स के साथ साथ सफाई कर्मचारियों को अलग से भी मासिक पेमेंट देते हैं, जिसके चलते सबसे ज्यादा टैक्स इस वार्ड से निगम को मिलता है, परन्तु उसके अनुसार सुविधा नहीं है.
साथ ही वार्ड में सड़क सुविधा दुरुस्त नहीं है. विधायक जी की सहायता से क्षेत्र में खडंजा आदि कार्य हुए हैं, किन्तु अभी भी यहां विकास की बेहद आवश्यकता है.
संपन्न विकास कार्य
वार्ड में पेयजल की व्यवस्था सुचारू करने हेतु संजय जी ने अभी तक तीन मोहल्लों में सबमर्सिब्ल लगवाए हैं, कईं स्थानों पर पानी की टंकियां रखवाई हैं. डूडा इलाके में 4 सड़कों का निर्माण करवाया तथा साथ ही नई बस्ती में 4 खड़ंजे भी लगवाने का कार्य किया.
बिजली की व्यवस्था को विकसित करने की दिशा में भी संजय जी प्रयत्नशील हंई और पोल लगवाने का कार्य करते रहते हैं. अपने पिछले कार्यकाल के दौरान उन्होंने राजेपुर में प्राथमिक विद्यालय का निर्माण करवाया था, जिससे क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था सुव्यवस्थित हो सके.
विकास कार्यों में बाधाएं
संजय जी के अनुसार स्थानीय विकास कार्यों में सबसे बड़ी बाधा यही है कि जनता अपने ही भले के लिए किये जा रहे कार्यों में समर्थन नहीं करते हुए लडाई-झगड़ों पर उतर आती है. इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि एक सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटवाने के चलते लोगों ने पुलिस रिपोर्ट दर्ज करा दी थी.
साथ ही सडकें या नालियां बनवाने के क्रम में यदि लोगों के चबूतरे आदि टूट जाते हैं, जो कि अवैध तौर पर निर्मित होते हैं, तो भी जनता नासमझी में विरोध पर उतर आती है.