नाम : संजय जैसवाल
पद : पार्षद (निर्दलीय), आज़ाद नगर, वार्ड-11, बाराबंकी
नवप्रवर्तक कोड़ : 71184116
परिचय
युवावस्था से ही राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र की ओर रुझान रखने वाले संजय जैसवाल वर्तमान में बाराबंकी जिले के वार्ड– 11, आज़ाद नगर से बतौर सभासद क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और एक जनसेवक के रूप में भी वह आमजन की सेवा में लगे हुए हैं.
राजनीतिक पर्दापण
जनकल्याण के कार्यों के साथ-साथ राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े संजय जैसवाल काफी समय से सामाजिक कार्यों से जुड़े रहें हैं. यही कारण भी रहा कि उनका रुझान राजनीति की दिशा में हुआ. उन्होंने नगर निगम से पार्षदीय पद के लिए चुनाव में भागीदारी ली और विजय प्राप्त की. युवावस्था से राजनीति व सामजिक कार्यों में सक्रिय रहते हुए उन्होंने लोगों के मध्य रहकर उनकी समस्याओं को समझा तथा उनके निवारण हेतु प्रयास करते हुए लोगों के बीच अपनी पहचान कायम की.
सामाजिक अगुवाई
शुरू से ही समाज कल्याण कार्यों में रूचि रखने वाले संजय जैसवाल समाज के वंचित वर्ग एवं असहाय वर्ग की सहायता करने हेतु प्रयासरत रहे हैं. साथ ही उनका यह मानना रहा है कि समाज के लिए कुछ बेहतर करने के राजनीतिक पद का होना आवश्यक है. आज वह सभासद पद के साथ-साथ समाज के हित के लिए भी कार्य करते रहते हैं.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
उनके अनुसार क्षेत्र में स्वच्छता से संबंधित बहुत सी समस्याएं हैं. जिस कारण स्थानीय निवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उनका मानना है कि इस समय क्षेत्र का विस्तार हो चुका है, जिस कारण सफाई कर्मचारियों का भी अभाव हो गया. जहां 5000 की आबादी पर 14 कर्मचारियों की आवश्यकता होनी चाहिए वहां बेहद कम सफाई कर्मचारियों की व्यवस्था है.
संपन्न विकास कार्य
संजय जैसवाल के मुताबिक, उनके वार्ड में कोई ऐसी गंभीर समस्या नहीं है, जिसका निवारण न किया हो, क्योंकि
अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने लगातार विकास कार्य करवाए हैं. क्षेत्र में
नालियों, सड़कों व खडंजों का कार्य कराया है. इसके साथ ही अन्य मूलभूत आवश्यकताओं
जैसे वृद्धा पेंशन, विकलांग पेंशन व विधवा
पेंशन इत्यादि की सुविधा भी लोगों को कराई गयी. वह निरंतर इसी प्रकार के कार्यों
के निस्तारण के लिए प्रयासरत भी रहते हैं.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा
राष्ट्रीय मुद्दों पर उनका मानना है कि राम मंदिर पर वर्तमान सरकार को ठोस निर्णय लेने की आवयश्कता है. उनके अनुसार अभी तक इस विषय पर कोई कार्यवाही नही की गयी. यह बेहद चिंतनीय विषय है. जिस पर अवश्य ही निर्णायक फैसले लेने की जरूरत है.