नाम : संजय धनगर
पद : प्रदेश अध्यक्ष (अनुसूचित जाति, जनजाति प्रकोष्ठ) जनता दल यूनाइटेड, लखनऊ
नवप्रवर्तक कोड़ : 71184618
परिचय -
अनुसूचित जाति व जनजाति को लोगों के उत्थान के क्षेत्र में कार्य कर रहे संजय धनगर जनता दल यूनाइटेड पार्टी के एक समर्पित राजनेता और जनसेवक हैं। ठेकेदारी के व्यवसाय से जुड़े संजय धनगर ने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में वह जदयू से प्रदेश अध्यक्ष (दलित प्रकोष्ठ) पद पर सेवाएं देने के साथ साथ ऑल इंडिया धनगर महासमूह से भी प्रदेश अध्यक्ष हैं।
राजनीतिक पर्दापण –
संजय धनगर की पारिवारिक पृष्ठभूमि समाज एवं राजनीति सेवा क्षेत्र से जुड़ी रही है। उनके पिताजी एवं दादाजी भी ग्राम प्रधान के तौर पर क्षेत्र में कार्य कर चुके हैं। अपने बड़ों के पदचिन्हों पर चलते हुए संजय धनगर ने भी वर्ष 1994 में समता पार्टी से राजनीति में प्रवेश किया और जनसेवा के अपने क्रम को विस्तार दिया।
वर्ष 1995 में वह पार्टी से नगर अध्यक्ष रहे और धीरे धीरे आगे बढ़ते हुए उन्होंने जिला महामंत्री, जिला प्रवक्ता आदि पदभार भी संभाले। उनकी कार्य कुशलता को देखते हुए 2004 में उन्हें प्रदेश में युवा प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई। समता पार्टी का विलय हो जाने के बाद 2008 से संजय धनगर प्रदेश सचिव रहे और 2012 में उन्होंने मुजफ्फरनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनावों में भी भागीदारी की। वर्तमान में वह जदयू में दलित प्रकोष्ठ से प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं।
सामाजिक अगुवाई –
जनसेवा क्षेत्र में संजय धनगर का रुझान बचपन से ही है क्योंकि उनका परिवार इसी क्षेत्र में ही समर्पित रहा है। अपने राजनीतिक जीवन के शुरुआती दिनों में उन्होंने समता मंच के संस्थापक श्री जॉर्ज फ़र्नान्डिस के साथ काम किया और उनसे बेहद प्रभावित हुए, उन्हीं की भांति संजय धनगर ने भी सादा जीवन, उच्च विचार के सिद्धांत को आत्मसात किया और दलित व दबे-कुचले वर्ग के हितों के लिए संघर्ष करने का निश्चय किया।
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें –
संजय धनगर का कहना है कि मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट, जो कि एक शहरी सीट है, वहां बहुत सी समस्याएं हैं, जिन पर वह काम करना चाहते हैं। संजय धनगर का कहना है कि इस विस सीट पर दलित समाज की जनसंख्या काफी अधिक है लेकिन फिर भी आज तक इस समाज से कोई भी नेता सदन तक नहीं जा पाया है। जिसके चलते वह स्वयं इस क्रम में प्रयासरत होकर आगे बढ़ रहे हैं और जनकल्याण कर रहे हैं।