नाम : रोहित मौर्या
पद : पार्षद प्रतिनिधि (भाजपा), शिवपुर, वार्ड-22, वाराणसी
नवप्रवर्तक कोड : 71184465
परिचय
रोहित मौर्या वाराणसी के शिवपुर के निवासी हैं तथा उनकी पत्नी विजय श्री वार्ड-22 से नव नियुक्त पार्षद के पद पर कार्य कर रही हैं. रोहित मौर्या पार्षद प्रतिनिधि के रूप में स्थानीय विकास कार्यों में उनका सहयोग कर रहे हैं. अपने क्षेत्र से सम्बंधित समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत रोहित मौर्या ने राजनीतिक शास्त्र विषय में स्नातक तक शिक्षा प्राप्त की हैं. स्वेच्छा से राजनीतिक क्षेत्र में पदार्पण करते हुए रोहित मौर्या सामाजिक निर्माण की दिशा में प्रयत्नशील हैं.
राजनीतिक पर्दापण
राजनीतिक क्षेत्र के साथ-साथ सामाजिक कार्यों से जुड़े रोहित मौर्या ने वर्ष 1998 में राजनीति की शुरुआत की थी, उन्होंने सदैव से ही भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले कार्य किया है और आज भी वह इसी पार्टी के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं. राजनीति व सामजिक कार्यों में सक्रिय रहते हुए रोहित मौर्या ने लोगों के मध्य अपनी पहचान कायम की और महिला आरक्षित सीट होने के चलते उन्होंने अपनी पत्नी विजय श्री को पार्षद पद के लिए चुनाव में भागीदारी कराई, जिसमें उन्होंने सफलता प्राप्त की.
सामाजिक अगुवाई
युवावस्था से ही सामाजिक कार्यों के प्रति रोहित मौर्या का रुझान रहा है. उनका मानना था कि यदि राजनीति धनार्जन नही अपितु लोगों की सेवा स्वतंत्र रूप से करने का माध्यम है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नीतियों व कार्यशैली से प्रभावित होकर राजनीति में कदम रखने का निर्णय लिया.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
पार्षद प्रतिनिधि रोहित मौर्या के अनुसार उनका यह प्रथम कार्यकाल हैं, जिसमें उन्होंने क्षेत्र में बिजली, पेयजल व सीवर संबंधित समस्याओं से लोगों को जूझते देखा है. इसलिए वह क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं पर सतत रूप से कार्य कर रहे हैं. वह जनता के सहयोग से सभी समस्याओं को समझकर उनका निराकरण करने की दिशा में प्रयत्नशील हैं.
संपन्न विकास कार्य
अपने कार्यकाल के अंतर्गत रोहित मौर्या ने कच्ची सड़कों का निर्माण कार्य कराया. साथ ही उन्होंने नालियों का कार्य भी शिवपुर वार्ड में कराया, जिससे आमजन को जलभराव व गंदगी की समस्या से न जूझना पड़े. इसके अतिरिक्त भी वह अन्य समस्याओं से आमजन को निज़ात दिलाने की दिशा में कार्य कर रहें हैं.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा
देश में शिक्षा के गिरते स्तर को रोहित मौर्या सबसे बड़ी समस्या मानते हैं, उनके अनुसार आज लोगों ने शिक्षा को भी व्यवसाय का माध्यम बनाया हुआ है. यदि हमें भारत को उन्नति के शिखर पर अग्रसर करना है, तो हमें शिक्षा का स्तर बेहतर बनाने के प्रयास करने होंगे.