नाम – रियाजुद्दीन जी
पद – पार्षद (कांग्रेस), वार्ड – 36, अलईपुरा, वाराणसी
नवप्रवर्तक कोड –
परिचय –
अपने जीवन का एक लम्बा समय सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में व्यतीत करने वाले
रियाजुद्दीन जी कांग्रेस पार्टी के एक अनुभवी नेता व कार्यकर्ता हैं. उनका निवास-
स्थान व कार्यक्षेत्र वाराणसी (उ.प्र.) है. वह वर्तमान में जिले के वार्ड – 36,
अलईपुरा से पार्षद के रूप में अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
रियाजुद्दीन जी का अपना निजी व्यापार भी रहा है. बावजूद इसके वह समय निकाल कर
सामाजिक कार्यों में संलग्न रहते थे.
राजनीतिक पदार्पण –
छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रियाजुद्दीन जी ने सन् 1981 में राजनीति
में कदम रखा. कॉलेज के समय में वह एनएसयूआई से जुड़े. इसके बाद उन्होंने कई वर्षों
तक यूथ कांग्रेस में कार्य किया. यूथ कांग्रेस में कार्य करते हुए वह मुख्य पार्टी
के संपर्क में आए, जहां उन्होंने कांग्रेस के वार्ड अध्यक्ष समेत कई महत्वपूर्ण
पदों पर कार्य किया. वर्तमान में वह कांग्रेस पार्षद के रूप में क्षेत्र में
सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.
क्षेत्रीय मुद्दे –
रियाजुद्दीन जी के मुताबिक, उनका वार्ड काफी पिछड़ा व मलिन बस्तियों वाला
क्षेत्र है. वहीं पिछले 5-6 वर्षों में वार्ड का आधा क्षेत्र नया विकसित हुआ है.
नया क्षेत्र होने के कारण अभी वहां बिजली, पेयजल व सीवर आदि की समस्या है. वहीं
वार्ड में सड़कों की स्थिति बदहाल है, साथ ही सीवर लाइन अस्त व्यस्त होने के कारण क्षेत्रवासियों
को अक्सर जलभराव की समस्या का सामना भी करना पड़ता है.
प्रमुख कार्य –
पार्षद के रूप में रियाजुद्दीन जी का कहना है कि अपने कार्यकाल में उन्होंने
अब तक सड़क व लाइट के मुद्दे पर कार्य करवाया तथा कई जगह बिजली के खंभे लगवाए.
इसके अलावा जहां सीवर लाइन नहीं थी, वहां सीवर लाइन डलवाने का कार्य जारी है. रियाजुद्दीन
जी के मुताबिक, तमाम प्रयासों के बावजूद नगर निगम से पर्याप्त सहयोग न मिलने के
काऱण वह वार्ड में अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य नहीं कर पा रहे हैं. पार्षदों के लिए
पारित 25 लाख की निधि भी अभी तक नहीं मिली है, जिससे कोई कार्य नहीं हो पा रहा है.
वहीं वह सीवर की समस्या को लेकर अन्य पार्षदों के साथ मिलकर जल- कल विभाग के खिलाफ
धरना भी दे चुके हैं, किन्तु अब तक उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार –
देश के वर्तमान परिदृश्य पर रियाजुद्दीन जी का मानना है कि इस समय देश में
नौकरियां न होने के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है तथा महंगाई व भ्रष्टाचार भी चरम पर
है. सरकार को इन मुद्दों की ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए तथा इस दिशा में कड़े
कदम उठाने चाहिए.