रेखा रानी एक राजनीतिज्ञ और कांग्रेस पार्टी की सक्रिय नेता हैं. पेशे से वकील होने के बावजूद उन्होंने राजनीति में आने का फैसला किया. अपने गृहस्थ जीवन के साथ-साथ इन्होंने अपनी राजनीतिक पारी को भी बेहद अच्छे से संवारा है. इनके द्वारा किए गए कार्यो ने एक मिसाल पेश की है. रेखा रानी जी भजनपुरा, नई दिल्ली से निगम पार्षद रह चुकी हैं. इस बार हुए एमसीडी चुनाव में उन्हें हार मिली बावजूद उसके वह राजनीतिक तौर पर बेहद सक्रिय हैं और जन कल्याण के लिए लगातार तत्पर रहती हैं.

बेहद सौम्य और नरम स्वभाव की रेखा रानी ने अपने कार्य और मेहनत के बल पर आज यह मुकाम हासिल किया है. अपनी साफ-सुथरी छवि और जनता के बीच काम करने को लेकर सदा तत्पर रहने वाली रेखा रानी के इसी गुण के कारण कांग्रेस पार्टी ने उन पर हमेशा ही विश्वास जताया है. हाल ही में संपन्न हुए एमसीडी चुनाव में विपक्ष की लहर होने के बावजूद रेखा रानी महज 58 वोटों से हार गई. मगर उनकी राजनीतिक कौशलता और जनता के प्रति प्यार को देखिए उन्होंने बावजूद इसके अपने हार के गम को याद नहीं किया बल्कि जनता के प्यार को और उनसे मिले समर्थन के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर की. हार के बाद भी उनकी ऊंची सोच उनकी बातों से व्यक्त होती है उन्होंने कहा-
हार जीत तो सिक्के के दो पहलू है लेकिन रेखा रानी आपके हर दुःख सुख के समय में हमेशा की तरह आपके बीच रहेगी.
यह सिर्फ कहने की बात नहीं थी उसके बाद वह लगातार जनता के बीच काम कर रही हैं. इसका उदाहरण देखिए घोंडा विधानसभा भजनपुरा वार्ड में पूर्व निगम पार्षद रेखा रानी ने एशियन समारा हॉस्पिटल के सहयोग से फ्री हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन किया, जिसमें लगभग 400 लोगों ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य संबंधी जांच जैसे ब्लड प्रेशर शुगर दांतों की जांच हड्डियों की जांच व अन्य सामान्य बीमारियों से संबंधित चेकअप करवाया गया.
तो वहीं दूसरी ओर बूढ़े मां बाप के प्रति जो संवेदनहीनता आज के समाज में बढ़ रही है उसी को लेकर उन्होंने माता पिता के नाम एक जागरूकता कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया.
वही प्रकृति के प्रति भी गंभीर रेखारानी में वृक्षारोपण के कई कार्यक्रम करवाएं हैं. हाल ही में
"पेड़ लगाओ धरा बचाओ"
"जीवन को खुशहाल बनाओ"
स्लोगन के साथ उन्होंने वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया. ऐसे ही कई और जन कल्याण के कार्यक्रम है जो वह निरंतर चलाते रहती हैं.
राजनीति के प्रति वह कितनी ईमानदार हैं और राजनीति में अच्छे बदलाव लाने के लिए कितनी गंभीर यह उनके कार्यों के द्वारा ही देख सकते हैं. उन्होंने एमसीडी चुनाव के दौरान भजनपुरा वार्ड 44-E का घोषणा पत्र जारी किया गया. जबकि यहां तो कई पार्टी तक अपना घोषणा पात्र जारी नहीं करती हैं. यह एक बेहतरीन उदहारण है.
पिछली बार मिली जीत और अब हार के बाद भी वह आम लोगों और जनता के साथ यह निरंतर संवाद की प्रक्रिया बनाए रखती हैं. अपने कार्यकाल के दौरान इन्होंने जनता से जो वादे किए थे उसके प्रति काफी गंभीर रही हैं. अपने इलाके में लगातार आम लोगों से जुड़ी समस्याओं को लेकर कार्य करना और इन समस्याओं को समाधान की दिशा में ले जाने की वह कोशिश करती हैं. इनकी लगातार यह कोशिश होती है अपने इलाके में उत्पन्न समस्याओं को जड़ से समाप्त किया जा सके. यही नहीं वह आम लोगों के बीच जाकर, लोगों से मिलकर, धैर्यपूर्वक, उनकी समस्याओं को सुनती हैं और उसके समाधान के लिए लगातार कार्य करती हैं.
रेखा रानी जी अपने इलाके में एक नाम बन चुकी हैं. राजनीति के क्षेत्र में इनका अनुभव जितना पुराना है समाज के प्रति कार्य करने का अनुभव भी इनका उतना ही पुराना है. शायद यही वजह है कि वह अपने क्षेत्र में बेहद लोकप्रिय हैं और लोगों में उनकी पकड़ बेहद मजबूत है.
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