नाम – रज़िया नसरीन
पद – महिला सचिव (कांग्रेस) एवं सामाजिक कार्यकर्ता, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
नवप्रवर्तक कोड – 71188548
कहते हैं कि अगर आपको नजरें अच्छी हों तो नजरिया खुदबखुद बदल जाता है, इसी सोच पर चलते हुए हिम्मत व जुझारूपन के साथ आगे बढ़ रही रज़िया नसरीन एक ऐसी ही नारी शक्ति की मिसाल हैं, जिन्होंने अपने बेहतरीन नजरिए, सकारात्मक विचारों और समाज के लिए कल्याणकारी भावना के साथ अपना सफर मुकम्मल करने का फ़ैसला किया और आज वह समाज में एक प्रतिष्ठित महिला व सशक्त नेत्री के तौर पर जानी जाती हैं।
जीवन परिचय
रज़िया नसरीन काँग्रेस पार्टी से उत्तर प्रदेश में सचिव पद पर कार्य कर रही हैं। राजनीति के साथ साथ अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का भी वहन करते हुए वह "कौम-ए-हिंद" फाउंडेशन की प्रेसीडेंट भी हैं, जिसके जरिए वह महिलाओं को आगे लाने की मुहिम चलाए हुए हैं। इसके अतिरिक्त वह इनर व्हील क्लब लखनऊ में भी सदस्या हैं और विकलांग बच्चों, गंभीर रोगों से जूझ रहे लोगों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने के साथ साथ उनका मनोबल बढ़ाने का काम भी क्लब के साथ मिलकर करती हैं।
मूलत: वाराणसी में जन्मी और पली-बढ़ी रज़िया नसरीन की कर्मभूमि लखनऊ है, जहां वह विवाह के बाद से रह रही हैं। बचपन से रज़िया नसरीन के मन में समाज सेवा का भाव रहा, विवाह के बाद वह लखनऊ आई और अपने गृहस्थ जीवन में रम गई। किन्तु उनके मन में समाज कल्याण का जो सेवभाव था, वह समय के साथ बढ़ता चला गया, लोगों की सेवा कर उन्हें आत्मसंतोष की अनुभूति मिलती।
पति के निधन के बाद रज़िया नसरीन के जीवन में एक मोड़ आया और तमाम संघर्षों व परेशानियों से बाहर निकलकर उन्होंने सामाजिक गतिविधियों का दायरा बढ़ा दिया। हालांकि इसके लिए उन्हें तरह तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने इसके बाद कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा और समाज में अपनी एक पहचान स्थापित की, जिसके चलते वह आज प्रदेश काँग्रेस की राजनीति और महिलाओं के बीच एक जानी-मानी शख्सियत हैं।
राजनीति से जुड़ाव और सफ़र की कहानी
राजनीति में रज़िया नसरीन को प्राथमिक प्रेरणा अखिल भारतीय काँग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव व पूर्वी उप्र प्रभारी प्रियंका गांधी से मिली, महिला सृजन व संगठन के उनके अभियान ने रज़िया नसरीन को बेहद प्रभावित किया और उन्होंने कॉंग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया। उनका मानना है कि काँग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो महिलाओं को सुरक्षा, मान-सम्मान देती है और सभी को साथ लेकर चलती है।
पार्टी से जुडने के बाद उनकी योग्यता व कुशलता को देखते हुए उन्हें जिला स्तर पर विविध पदों की जिम्मेदारी मिली। रज़िया नसरीन ने हरदोई, बरेली आदि जिलों में जाकर संगठन मजबूती के लिए कार्य किया, जिसके आधार पर उन्हें काँग्रेस प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई।
रज़िया नसरीन ने काँग्रेस प्रदेश सचिव पद पर रहते हुए संगठन को मजबूती देने के क्रम में अपने विचारों को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया और जमीनी स्तर पर जनता से जुड़कर वह काम कर रही हैं। उन्होंने पार्टी के माध्यम से विशेष रूप से आम महिलाओं की बुनियादी समस्याओं पर टॉप फ्रन्ट पर रहकर काम किया और आज भी उनका यह संघर्ष जारी है।
राजनीति में संघर्ष
रज़िया नसरीन का मानना है कि समाज में दो तरह के लोग होते हैं, एक जो अपने नकारात्मक विचारों से आपको पीछे धकेलने का काम करते हैं और दूसरे जो आपको अपनी अच्छी सोच से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। अब यह आपका चुनाव है कि आप किस प्रकार के लोगों के साथ चलना पसंद करते हैं।
जिंदगी आगे बढ़ने का नाम है और इसी फलसफे के साथ रज़िया नसरीन ने अपने पति के निधन के बाद जीवन जीना शुरू किया। उनका कहना है कि यह जीवन का कड़वा सच है कि यही समाज आपको उठाता है और यही समाज आपको गिराता भी है, इसलिए उन्होंने कभी भी अपने मनोबल और सही सोच को कमतर नहीं होने दिया। रज़िया नसरीन के अनुसार समाज में एक स्त्री को हर मोर्चे पर इम्तिहान देने पड़ते हैं लेकिन अपने हौंसले व अपने किरदार के बलबूते हम हर तरह की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
"इनर व्हील क्लब लखनऊ" के माध्यम से समाज-सेवा
लखनऊ के इनर व्हील क्लब से अपने सामाजिक जीवन को दशा व दिशा देने वाली रज़िया नसरीन कहती हैं कि यह संस्था देश-विदेश में विकलांग बच्चों, गरीब तबकों से आने वाले बच्चों को शिक्षित करने व उनका जीवन सँवारने की दिशा में कार्य करती हैं।
इसके साथ ही क्लब के जरिए कैंसर, एड्स इत्यादि जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने के साथ साथ उनके सुख-दु:ख को साझा कर उनमें सकरात्मक ऊर्जा का संचार किया जाता है ताकि उन्हें आरोग्य होने में मानसिक मजबूती भी मिल सके।
इनर व्हील क्लब अपने आस पास की अन्य संस्थाओं की सहभागिता में महिलाओं, बच्चों, वृद्धजनों के भी कल्याण के लिए प्रयास करता है और उनसे बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझकर अपने स्तर पर मदद भी दी जाती है। रज़िया नसरीन कहती हैं कि इस क्लब से खासकर विकलांग बच्चों के साथ समय व्यतीत कर उन्हें जो प्रेरणा मिली है, वहीं उनके संकल्पित होकर कार्य करने की कुंजी है।
"कौम-ए-हिंद" का गठन और प्रमुख कार्य
इनर व्हील क्लब में सेवाएं देने के साथ साथ रज़िया नसरीन की कार्यशैली में परिपक्वता आई और उन्होंने अपनी एक नई पहचान बनाने के लिए "कौम-ए-हिंद" की नींव रखी। इस संस्था के माध्यम से वह मुख्य रूप से गरीब बच्चियों की शिक्षा और महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए कार्य कर रही हैं। जिससे महिलाएं अपने, अपने परिवार, समाज और राष्ट्र के लिए एक मजबूत आधारस्तंभ की तरह खड़ी हो सकें।
रज़िया नसरीन मानती हैं कि आज के समाज में दहेज प्रताड़ना, भेदभाव आदि सामाजिक कुप्रथाओं को रोकने के लिए बच्चियों को सजग रहना बेहद जरूरी है और यह समझदारी अच्छी शिक्षा से आती है। लेकिन सभी अभिभावक अपनी बच्चियों को पढ़ाने में सक्षम नहीं होते, इसलिए शिक्षा से जुड़ी आर्थिक सहायता, स्टैशनेरी साधन आदि उनकी संस्था बच्चियों को मुहैया कराती है।
इसके अलावा कौम-ए-हिंद के माध्यम से विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य शिविर लगाए जाते हैं और महिलाओं में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के तमाम प्रयास भी किए जाते हैं।
भावी विज़न और मिशन
रज़िया नसरीन एक महिला होने के नाते देश और समाज में महिलाओं की सशक्ति, उनकी सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और उत्थान के लिए कार्य करना चाहती हैं। इस विज़न के साथ वह अपने ट्रस्ट के माध्यम से आगे भी बढ़ रही हैं। भविष्य में वह बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा मुहैया कराने के लिए एक स्कूल और अपने दिवगंत पति के नाम पर एक अस्पताल भी खोलना चाहती हैं, जहां जरूरतमंद लोगों को मुफ़्त इलाज की सुविधा मिल सके।
इसके साथ ही अपनी सांगठनिक जिम्मेदारियों को पूरा करते हुए उनका भावी मिशन पार्टी को मजबूती दिलाना है। धरातल स्तर पर जनता के साथ जुड़कर, पार्टी की विचारधारा व उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाकर वह काँग्रेस को उसका खोया हुआ मुकाम वह वापस दिलाना चाहती हैं।
महिलाओं के लिए संदेश
वर्तमान में महिलाओं के खिलाफ होने वाले भेदभाव व पूर्वाग्रहों को रज़िया नसरीन खत्म होते हुए देखना चाहती हैं और उनका कहना है कि इसके लिए सबसे पहले हम महिलाओं को आगे आना होगा, अपनी ताकत को हमें पहचानना होगा। वह इसके लिए रजिया सुल्ताना और सावित्री जैसी महान स्त्रियों का उदाहरण भी देती हैं, जिन्होंने अपनी हिम्मत से इतिहास में अपना नाम अमर कराया।
जनता को संदेश
बैलटबॉक्सइंडिया के मंच के जरिए रज़िया नसरीन देश के युवाओं से अपील करती हैं कि,
"आप सभी सबसे पहले एक अच्छे नागरिक बनें, तभी एक बेहतर समाज और अच्छी अवधारणाओं को प्रगति मिलेगी। हमारे हिंदुस्तान की गंगा-जमुनी तहजीब, हमारे पुरखों की अनूठी संस्कृति हमारे देश को वैश्विक रूप से गौरान्वित करती हैं और इसी परंपरा पर हमें भी सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना होगा। हमारी युवा पीढ़ी को वैचारिक नवता लानी होगी और समाज में बच्चियों के साथ जो भेदभाव होता है, घर में, शिक्षा के क्षेत्र में, रोजगार के अवसरों में आदि सभी में अपनी भूमिका निभानी होगी। महिलाओं को सशक्त बनाने में हमें एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा और एक समान, खुशहाल एवं उन्नत समाज की नींव रखनी होगी।"