नाम : रतन दीक्षित
पद : पार्षद (भाजपा), मम्फोर्डगंज, वार्ड-19, प्रयागराज
नवप्रवर्तक कोड़ : 71184324
परिचय
पेशे से पत्रकार रतन दीक्षित एक राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता हैं. वह वर्ष 1989 से राजनीति में सक्रिय रूप से भागीदारी दे रहे हैं. उन्होंने राजनीति शास्त्र विषय से ग्रेजुएशन की है और साथ ही वकालत की शिक्षा भी प्राप्त की है, पर वकालत के द्वितीय वर्ष में ही अकस्मात पिता के देहांत होने के कारण वह शिक्षा पूरी नहीं कर पाएं. उनका निवास स्थान व कार्य क्षेत्र दोनों ही प्रयागराज है. आरम्भ से ही राजनीति में रूचि रखने वाले रतन दीक्षित ने निर्दलीय चुनाव लड़ राजनीति आरंभ की, इसके अतिरिक्त विगत 30 वर्षों से उनकी माता जी व वह स्वयं इसी वार्ड से पार्षद पद पर अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं.
राजनीतिक पर्दापण
रतन दीक्षित वर्ष 1989 से राजनीति में सेवाएं दे रहे हैं. वह उत्तर प्रदेश जनरल एसोसिएशन से प्रदेश के पत्रकारों के अध्यक्ष भी हैं. इसके अलावा वह लगातार 30 वर्षों से पार्षद पद भी कार्य कर रहें हैं. इससे पूर्व उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ जन समर्थन से सफलता प्राप्त की. वर्तमान में रतन दीक्षित भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले मम्फोर्ड, वार्ड-19, प्रयागराज से पार्षद के पद पर कार्य कर रहे हैं.
सामाजिक अगुवाई
रतन दीक्षित के अनुसार आज राजनीतिक क्षेत्र में शिक्षित व अनुभवी लोगों की जरूरत है. उनका मानना है कि समाज को सही दिशा की ओर अग्रसर करने वालों का क्षेत्र में अभाव है. जिस कारण क्षेत्र के विकास कार्य समय से पूरे नही हो पाते. इसी वजह से वह राजनीति को जनहित के कार्यों का बेहतर माध्यम मानते हैं.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
हालाँकि मम्फोर्डगंज वार्ड को स्मार्ट सिटी के रूप में चुना गया है, परन्तु फिर भी
वार्ड में बहुत सी मूलभूत समस्याएं हैं, जिन पर गंभीरता से कार्य
करने की आवश्यकता है. इन समस्याओं के बारे में रतन दीक्षित का कहना है कि क्षेत्र में सबसे प्रमुख समस्या आवारा पशुओं
की है, जिसके कारण लोगों का पार्क में घूमना भी
सुरक्षित नही है. क्षेत्र में मौजूद सभी पार्क पशुओं से भरे रहते हैं.
पार्षद
रतन दीक्षित का कहना है कि उनके वार्ड में स्वच्छता का भी अभाव है, जिसका कारण पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मचारियों का न
होना है. आबादी के अनुसार सफाई कर्मचारी मौजूद नही है, इसी कारण ठेकेदारी पर सफाई कर्मचारी रखने पड़ते है, जो अपने हिसाब से कार्य करते है. इसके साथ ही कूड़े का भी
उचित प्रकार से निस्तारण नही किया जाता, जिसके कारण
गलियों में गंदगी रहती है.
साथ ही जलनिकासी की भी
क्षेत्र की कुछ जगहों पर व्यवस्था नही है. जिस कारण वहां अक्सर जलभराव की समस्या
बनी रहती है. साथ ही क्षेत्र में सड़कें समय से बनती है परन्तु गंगा प्रदूषण
नियंत्रण इकाई, जो नगर निगम के साथ कार्य करती है, वह सीवर लाइन
डालने के लिए सड़कों को जगह-जगह से खोद कर चली जाती है. इसी कारण सड़कों का निर्माण कार्य
समय से नही हो पाता.
संपन्न विकास कार्य
पार्षदीय कार्यकाल में
अपनी ज़िम्मेदारियों को समझते हुए रतन दीक्षित ने अपने प्रयासों से बदतर हालत में
पड़ी सड़कों व गलियों का निर्माण कार्य करवाया. उनके अनुसार सड़कों की ख़राब स्थिति
क्षेत्र की पिछड़ी छवि दर्शाती है, जिसके सुधार के लिए वह प्रयासरत हैं.
इसके अलावा उन्होंने वार्ड
में एल.ई.डी लाइट की व्यवस्था करायी जिससे मार्ग प्रकाश की सुचारू व्यवस्था हो और
साथ ही उन्होंने कुछ पार्कों का सौन्दर्यकरण कार्य कराकर उनमें ओपन जिम की
व्यवस्था कराई.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा
रतन दीक्षित भ्रष्टाचार को देश का अहम मुद्दा मानकर चलते हैं, उनका कहना है कि वर्तमान सरकार ने ईमानदारी से भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त करने का प्रण लिया है क्योंकि भ्रष्टाचार के कारण असल लाभ जनता तक नही पहुँच पाता, जिससे देश विकास की दिशा में आगे नहीं बढ़ पाता. इसी ध्येय से हम सभी नागरिकों को मिलकर सरकार का साथ देना चाहिए तभी देश प्रगति कर पाएगा.